मानव शरीर में प्यूरिन के टूटने से यूरिक ऐसिड बनता है। जो मेटाबोलिक प्रक्रिया के दौरान ब्लड में डिजॉल्व होने लगता है। आमतौर पर यूरिक एसिड किडनी में फिल्टर होते हुए यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर निकल आता है। लेकिन, कभी-कभी यह शरीर में ही रह जाता है और इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसे में यह ऐसिड शरीर के लिए परेशानी खड़ी कर देता है। जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा जब ज्यादा बढ़ जाती है तो हार्ट डिजीज, हायपरटेंशन, किडनी स्टोन और गठिया जैसी बीमारियां हो जाती है। खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से, सूजन और लालिमा समेत कई अन्य तरह की समस्याएं पैदा हो जाती हैं। ऐसे में यूरिक ऐसिड की मात्रा को कन्ट्रोल में रखना बेहद जरूरी है। यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे चीजे जिनके सेवन से बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित रहता है।
यूरिक एसिड कम करने वाले फूड- यूरिक ऐसिड को कन्ट्रोल में रखने का सबसे अच्छा उपाय पानी है। पानी यूरिक ऐसिड को पतला करता है और किडनी को उत्तेजित करता है जिससे यूरिक ऐसिड मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है।
- सेब का सिरका शरीर से यूरिक ऐसिड को बाहर निकालने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुणों के कारण यह शरीर में क्षारीय ऐसिड संतुलन को बनाए रखता है। सिरका ब्लड के पीएच वॉल्यूम को बढ़ाकर यूरिक ऐसिड को कम करने में मदद करता है।
- अल्फाल्फा में कई तरह के विटामिन होते हैं, लेकिन यह सीरम यूरिक ऐसिड के स्तर को कम करने में मदद करता हैं। इसके अलावा अल्फाल्फा में एक पॉवरफुल अल्कलीजिंग गुण भी है, जो पीएच स्तर को बढ़ाकर यूरिक ऐसिड क्रिस्टल को शरीर से दूर करता है।
- ब्लैक चेरी और चेरी का जूस में ऐंटीऑक्सीडेंट और ऐंटी इंफ्लेमेंटरी गुण जो यूरिक ऐसिड को कम करने में मदद करते हैं।
- जैतून के तेल से बना आहार शरीर के लिए बेहद लाभदायक होता है। इसमें विटमिन ई की भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो यूरिक ऐसिड का लेवल कम करने में मदद करता है।
- आलू, मटर, मशरूम, बैंगन और हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से यूरिक ऐसिड नॉर्मल रहता है।
- मसूर की दाल, बीन्स, सोयाबीन और टोफू आदि यूरिक ऐसिड को कम करते हैं।
- ओट्स, ब्राउन राइस और जौ से भी यूरिक ऐसिड को नियंत्रित किया जा सकता है।
- बेकिंग सोडा यानी बाइकार्बोनेट ऑफ़ सोडा यूरिक ऐसिड का स्तर कम करने के लिए बेहतरीन उपाय है। बेकिंग सोडा शरीर में प्राकृतिक अल्कलाइन स्तर को बनाए रखता है और यूरिक ऐसिड को और अधिक घुलनशील बना देता है, जिससे यूरिक ऐसिड किडनी द्वारा आसानी से बाहर हो जाता है।
-सुबह खाली पेट गर्म पानी में नींबू का रस लेना चाहिए। नींबू में पाया जाने वाला साइट्रिक यूरिक ऐसिड को खत्म करता है।
- अजवाइन पेशाब से संबंधित विकार को दूर करने में मदद करती है।
- कम फैट वाला दूध और डेयरी प्रॉडक्ट्स यूरिक ऐसिड को कम करते हैं।
- फाइबर युक्त पदार्थ जैसे मक्का, सूखे मेवे इत्यादि से भी यूरिक ऐसिड को कंट्रोल रखते है।
- लौकी के जूस से भी यूरिक ऐसिड कम होता है।
- ऐंटी ऑक्सिडेंट से भरपूर चीजें जैसे अंगूर, लाल शिमला मिर्च इत्यादि का सेवन करने से भी यूरिक ऐसिड को कम किया जा सकता है।
- गाजर और चुकंदर का जूस पीने से भी शरीर में पीएच लेवल बढ़ता है और यूरिक ऐसिड कम होता है।
- विटामिन सी वाले फल जैसे आंवला, अमरूद इत्यादि खाने से भी यूरिक ऐसिड कम होता है।
- ब्रोकली में फाइबर और विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। इसका सेवन करने से यूरिक ऐसिड को कन्ट्रोल में रखा जा सकता है।
- रोजाना नारियल पानी पीने से भी यूरिक ऐसिड कम होता है।
- एलोवेरा जूस में आंवले का रस मिलाकर पीने से यूरिक ऐसिड कम होता है।
यूरिक एसिड बढ़ने पर इन चीजों का न करे सेवन
फूलगोभी, पत्तागोभी और मशरूम का सेवन न करेंफूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रसेल्स, स्प्राउट्स और मशरूम में प्यूरीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, इसलिए यूरिक एसिड की परेशानी में इन चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए।
मांस और सी-फूड को अपनी डाइट में न करें शामिलनॉनवेज में प्यूरिन की मात्रा ज्यादा होती है, जिसके कारण इनके इस्तेमाल से बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है और गठिया का दर्द बढ़ सकता है। इसलिए मीट खाने पर उसके कुछ अंगों जैसे लिवर (कलेजी), गुर्दा (किडनी) और भेजा आदि को नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा तीतर और हिरन का मांस भी खाने से बचें। हेरिंग, ट्राउट, मैकेरल, टूना जैसी मछलियों का भी सेवन न करें। सी-फ़ूड में केकडा, झींगा (प्रॉन) भी न खाएं। यह सभी चीजें बॉडी में यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ाती है।
जंक फूड से बनाए दूरीयूरिक एसिड बढ़ने पर जंक फूड, फास्ट फूड, तली-भूनी चीजें, चटपटे खाद्य पदार्थ, सफेद ब्रेड, केक, बिस्किट, कोको, आइसक्रीम, खमीर युक्त भोजन, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और अधिक फैट वाले पदार्थ न खाएं। इन्हें खाने से यूरिक एसिड का लेवल बढ़ता है।
प्रोटीन भी बन जाता है आपका दुश्मनयूरिक एसिड के मरीजों के लिए डाइट में प्रोटीन की ज्यादा मात्रा लेना नुकसानदेह होता है। इसलिए प्रोटीन और प्यूरीन की मात्रा से भरपूर खाद्य पदार्थों, जैसे - दूध, दही, राजमा, हरा मटर, पालक, दाल आदि का सेवन करने से परहेज करें। प्रोटीन वाले 100 ग्राम खाद्य पदार्थों में 200 मिलीग्राम प्यूरीन होता है। यूरिक एसिड के मरीजों को दही खाने से भी बचना चाहिए। इसमें मौजूद ट्रांसफैट शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को और बढ़ा देते हैं।
अधिक शुगर वाले ड्रिंक्स के सेवन से बचेयूरिक एसिड के मरीजों को कोल्डड्रिंक, सॉफ्टड्रिंक्स, सोडा, शिकंजी और ज्यादा चीनी वाले पैक्ड फ्रूट जूस का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही शहद, सोया मिल्क, कॉर्न सिरप और हाई फ्रूक्टोज वाले खाद्य पदार्थों को भी अपने डाइट से निकाल दे। इन सभी चीजों के खाने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। अल्कोहल, काली चाय और कॉफी समेत जिन फलों में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, उनका जूस पीने से भी दूर ही रहें
रात को दाल-चावल खाने से बचेदाल-चावल यूरिक एसिड को बढ़ाने का काम करते हैं ऐसे में यूरिक एसिड के मरीजों को अपने डिनर में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। रात को इसके सेवन से अंगुलियों और जोड़ों में होने वाला गठिया का दर्द ज्यादा बढ़ जाता है। छिलके वाली दालों को भी अपने भोजन में शामिल न करें। थोड़ा-थोड़ा करके संतुलित मात्रा में ही खाएं। एक बार में ज्यादा खाना खाने से वजन बढ़ेगा, जिससे गाउट की समस्या का खतरा भी बढ़ेगा।