कैंसर एक बेहद गंभीर और जानलेवा बीमारी हैं जो वर्तमान में आम हो गई है। पहले जहां कैंसर का नाम कभी-कभार सुनने को मिलता था वहीँ अब आपको इसके मरीज अपने आस-पड़ोस में भी देखने को मिल जाते हैं। दुनियाभर में हर साल लाखों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। सिर्फ भारत की बात करें तो 11 लाख से अधिक लोग हर साल कैंसर से ग्रसित हो रहे हैं। अब बात आती हैं कि इससे अपना बचाव कैसे किया जाए? ऐसे में आपको जरूरत हैं अपनी जीवनशैली और आहार में बदलाव करने की। शोध के अनुसार डायट में बदलाव कर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में भी मदद मिल सकती है। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार की जानकारी देने जा रहे हैं जो कैंसर से बचाव में आपकी मदद करेंगे। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
दाल और फलियां
दाल और फलियां में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाई जाती है। इसके अलावा दाल और फलियां में पाया जाने वाले फाइबर और फोलेट पैनक्रियाज के कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। फलियां में प्रतिरोधी स्टार्च होता है जो बड़ी आंत की सेल्स के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।
ब्रोकली
ब्रोकली खाने से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। इस सब्ज़ी में यौगिक होते हैं जिनको ग्लूकोसाइनोलेट्स कहा जाता है, जिनसे शरीर में सुरक्षात्मक एंज़ाइमों का उत्पादन होता है। इन एंज़ाइमों में से एक है सल्फोराफेन, जो कैंसर के लिए ज़िम्मेदार केमिकल्स को बाहर करके कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है। ब्रोकोली मुंह, स्तन, जिगर, फेफड़े, मूत्राशय, एसोफेगल और पेट के कैंसर के खिलाफ भी रक्षा करने में प्रभावी है।
फल
फलों में पपीता, कीनू और संतरे कैंसर में फायदा करते हैं। इन फलों में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो लीवर में होने वाले कार्सिनोजन को खत्म कर देते हैं। वहीं, कीनू और उसके छिलके में पाए जाने वाले फ्लेवनोइड्स और नोबिलेटिन तत्व कैंसर की सेल्स को बनने से रोकते हैं। इसके अलावा अंगूर एंथोसायनिन और पॉलीफेनॉल्स से शरीर में कैंसर के कणों का उत्पादन कम करता है।
पालक
पालक लूटीइन का एक समृद्ध स्रोत है और यह एक एंटीऑक्सीडेंट भी है जो कि कैंसर के खिलाफ रक्षा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, पालक में ज़ियेजैंथिन और कैरोटिनॉइड होते हैं जो मुक्त कणों के नुकसान से आपके शरीर की रक्षा करते हैं। पालक में बीटा कैरोटीन, विटामिन ए, फोलेट और फाइबर भी कैंसर को रोकने में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। इस गहरी हरी पत्तेदार सब्जी का मुंह, डिम्बग्रंथि, फेफड़े, एंडोमेट्रियल, कोलोरेक्टल, एसोफेगल और पेट के
हल्दी
हल्दी सबसे ज्यादा कैंसर में फायदा करती है। हल्दी में शक्तिशाली प्राकृतिक कैंसर रोधी गुण होते है। यह कैंसर सेल्स को खत्म करके ट्यूमर को बढ़ने से रोकती है। इसके अलावा कीमोथेरेपी का असर बढ़ाती है। काली मिर्च के साथ तेल मिलाने पर हल्दी और भी ज्यादा लाभकारी हो जाती है
टमाटर
यह रसदार फल लाइकोपीन का एक अच्छा स्रोत है और एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो कि कैंसर से लड़ने में मदद करता है। लाइकोपीन प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा देता है और नुकसान से कोशिकाओं की रक्षा करता है। यह असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि को भी रोकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो मनुष्य अधिक टमाटर और टमाटर आधारित उत्पादों, दोनों कच्चे और पके हुए, का सेवन करता है, उनमें प्रोस्टेट कैंसर के विकसित होने की संभावना कम होती है। टमाटर एंडोमेट्रियल, स्तन, फेफड़े और पेट के कैंसर के खतरे को भी कम करने में प्रभावी रहते हैं।
अदरक
कैंसर की सेल्स से लड़ने के लिए ताजा अदरक बहुत असरकारक होती है। अदरक ट्यूमर की सेल्स को रोकने में सहायता करता है। अदरक का अर्क कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी से होने वाली दिक्कतों का कम करने में मदद कर सकता है। अदरक कोलोरेक्टल, फेफड़े, स्तन, त्वचा और अग्नाशय के कैंसर की शुरुआत को भी रोक सकता है।
लहसुन और प्याज
लहसुन और प्याज कैंसर की बीमीरी में काफी फायदेमंद होते हैं। लहसुन और प्याज में पाया जाने वाला सल्फर कंपाउंड बड़ी आंत, स्तन, फेफेड़े और प्रोस्टेट कैंसर की सेल्स को खत्म कर देता है। इसके अलावा लहसुन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को कम करके शरीर में ट्यूमर होने के चांस को कम कर देता है। कैंसर विरोधी लाभ के लिए, कच्चे और पके हुए लहसुन की खुराक, लहसुन के पूरक (supplement) की तुलना में अधिक प्रभावी है।
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी कैंसर से लड़ने वाले फाइटोन्यूट्रीएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स में संपन्न हैं। ये ब्लूबेरी मुक्त कणों को बेअसर करते हैं जो कि कोशिकाओं को नुकसान और कैंसर सहित अन्य बीमारियों को जन्म दे सकते हैं। इसमें विटामिन C और K, मैंगनीज और डाइटरी फाइबर भी होते हैं, जो कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद करते हैं। ब्लूबेरी कैंसर के विभिन्न प्रकार, मुंह, डिम्बग्रंथि, पेट, जिगर, प्रोस्टेट, फेफड़े, त्वचा और स्तन आदि, के जोखिम को कम करने में मदद करती हैं।
सब्जियां
सब्जियों की बात की जाए तो फूलगोभी और ब्रोकली कैंसर के लिए बहुत लाभकारी होती हैं। दोनों सब्जियां डिटॉक्सीफिकेशन एंजाइम को बनाने में मदद करती हैं। इससे कैंसर की सेल्स की खत्म होती है और ट्यूमर को बढ़ने से रोकती हैं। दोनों सब्जियां फेफड़े, प्रोस्टेट, मूत्राशय और पेट के कैंसर का जोखिम को कम करती हैं। इसके अलावा टमाटर का सेवन प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करता है।