डेंगू (Dengue) का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है। डेंगू बुख़ार को 'हड्डीतोड़ बुख़ार' के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इससे पीड़ित लोगों को इतना अधिक दर्द हो सकता है कि जैसे उनकी हड्डियां टूट गयी हों। ये बीमारी एडीज मच्छर के काटने से फैलती है। डेंगू बुखार की चपेट में बड़े-बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक भी आसानी से आ जाते हैं।
डेंगू की शुरुआत तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और भूख ना लगने जैसे लक्षणों से होती है। कई दिनों के बाद, आमतौर पर 3-7 दिनों के बाद मरीज में गंभीर डेंगू के लक्षण आ सकते हैं। जैसे कि पेट में तेज दर्द, तेजी से सांस लेना, लगातार उल्टी, उल्टी में खून आना, पेशाब में खून आना, बॉडी में लिक्विड जम जाना, मसूड़ों और नाक से खून बहना, लिवर में दिक्कत, प्लेटलेट काउंट का तेजी से गिरना और सुस्ती, बेचैनी महसूस होना। ऐसी स्थिति में मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती करने जरूरत पड़ती है। वैसे तो डेंगू के इलाज की कोई सटीक दवा नहीं है लेकिन सही खानपान से इस बीमार से जल्दी ठीक हुआ जा सकता है। तो ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे है कि डेंगू बुखार से उबरने के लिए की चीज का सेवन करना चाहिए और किन चीजों से दूरी बनाई रखनी चाहिए। तो चलिए जानते है इन सबके बारे में...
डेंगू बुखार में इन चीजों का बिल्कुल सेवन नहीं करना चाहिए
ऑयली या फ्राइड फूडडेंगू के मरीजों को ऑयली या फ्राइड फूड का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए। इस समय हल्का भोजन करना फायदेमंद रहता है।ऑयली फूड में फैट की मात्रा अधिक होती है जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल बढ़ जाता है। इससे इम्यून सिस्टम पर भी बुरा असर पड़ता है और रिकवरी में परेशानी आती है।
मसालेदार खाना
ऑयली या फ्राइड फूड अलावा डेंगू के मरीजों को मसालेदार खाने से भी दूरी बनाई रखनी चाहिए। मसालेदार खाने के सेवन से पेट में एसिड बनने लगता है और अल्सर की दिक्कत बढ़ा सकता है। ऐसे स्तिथि में ठीक होने में काफी समय लगता है।
कैफीन वाले ड्रिंक्सडेंगू मरीज को तरल पदार्थों बहुत ज्यादा जरूरत पड़ती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि चाय या कॉफी का सेवन किया जाए। इस समय हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स पिएं और कैफीनयुक्त ड्रिंक्स से दूर रखनी चाहिए। इस तरह की ड्रिंक दिल की धड़कन बढ़ाने, थकान और मांसपेशियों की दिक्कत बढ़ाती हैं।
नॉनवेज खाने से रहें दूरडेंगू के मरीजों को नॉनवेज से दूरी बनाई रखनी चाहिए। नॉनवेज में अधिक मसाला होता है और यह आसानी से पचता भी नहीं है। ऐसे में इसका सेवन मरीज की परेशानी को और बढ़ा देता है।
इन चीजों का करे सेवनडेंगू के बुखार में हल्की और आसनी से पचने वाली चीजें खानी चाहिए। डाइट में ऐसी चीजें शामिल करने चाहिए जिससे प्लेटलेट काउंट को बढ़ाया जा सके।
पपीते का पत्ताडेंगू बुखार के इलाज में पपीते के पत्ते को रामबाण माना जाता है। पपीते के पत्ते में पपैन और काइमोपैपेन जैसे एंजाइम पाए जाते है। जो प्लेटलेट काउंट को तेजी से बढ़ाने में मदद करते है। इसके अलावा इसके सेवन से पाचन में मदद मिलती है और सूजन और पेट फूलने की समस्या से भी फायदा मिलता है। डेंगू बुखार से पीड़ित व्यक्ति को प्लेटलेट्स में सुधार लाने के लिए पपीते के पत्ते का रस पीना चाहिए।
अनारअनार सभी जरूरी पोषक तत्वों और मिनरल्स से भरपूर होता है जो शरीर को अंदर से एनर्जी देता है। अनार में फाइबर, विटामिन के, सी, बी, आयरन, पोटेशियम, जिंक और ओमेगा-6 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर में खून की कमी को दूर करते है। इसके अलावा अनार के सेवन से थकान का एहसास कम होता है। अनार ब्लड प्लेटलेट काउंट को भी बनाए रखता है जिससे डेंगू से उबरने में आसानी होती है।
नारियल पानीनारियल पानी में एंटीऑक्सीडेंट्स, अमीनो- एसिड, एंजाइम्स, विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको हाइड्रेट रखता है क्योंकि डेंगू बुखार में डिहाइड्रेशन होना आम बात है। नारियल पानी आपको इम्यूनिटी को भी बढ़ा सकता है। साथ ही बुखार से आई कमजोरी को भी दूर करने में मदद करता है।
हल्दीहल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते है। जो मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। रात में सोने पहले हल्दी वाला दूध पीने से डेंगू बुखार तेजी से ठीक होता है।
मेथीमेथी ट्रैंक्विलाइज़र की तरह काम करती है जो दर्द को कम करने में सहायक होती है। मेथी डेंगू के तेज बुखार को कंट्रोल करने में भी काफी कारगर होती है। इसके सेवन से नींद भी अच्छी आती है।
संतरा
संतरे में विटामिन C अधिक मात्रा में पाया जाता है। संतरा और इसका जूस डेंगू के इलाज में काफी मदद करता है।
ब्रोकलीब्रोकली में विटामिन K मौजूदगी ब्लड प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करती है। डेंगू के मरीजों को ब्रोकली का सेवन करना चाहिए। ब्रोकली एंटीऑक्सिडेंट और कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
पालकपालक आयरन और ओमेगा -3 फैटी एसिड पाया जाता है। इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के साथ ही प्लेटलेट लेवल काउंट को बढ़ाने में भी पालक मदद करता है। डेंगू के मरीजों को पालक की सब्जी या सूप जरूर पीना चाहिए। इसे रिकवरी तेजी से होती है।
कीवीकीवी में पोटेशियम, फाइबर, विटामिन C, E, A और फोलेट पाया जाता है। ये बॉडी के इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने के साथ हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। कीवी में मौजूद कॉपर विशेष रूप से स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को बनाती है जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है और डेंगू बुखार से लड़ने में मदद मिलती है।