डायबिटीज में भी अगर करते हैं स्मोकिंग? तो ऐसे हो रहा हार्ट और किडनी को नुकसान

भारत डायबिटीज के मरीजों की संख्या के मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर है। यह तो हम सभी जानते है कि डायबिटीज को एक क्रॉनिक डिजीज कहा जाता है क्योंकि इस डिजीज को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता। जी हां, एक बार डायबिटीज होने के बाद उसको ठीक नहीं किया जा सकता। डायबिटीज इंसान को धीरे-धीरे मारने लगती है। इससे बचने का एक ही तरीका है। अपनी बची-खुची ज़िंदगी दवाओं के सहारे गुजार देना। हालाकि, डायबिटीज की समस्या को डाइट और लाइफस्टाइल मेंबदलाव करके कंट्रोल में किया जा सकता है।

डायबिटीज की समस्या एक मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, जिसमें मरीज़ के शरीर के रक्त में ग्लूकोज़ का स्तर बहुत अधिक होता है। जब, व्यक्ति के शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन (Insulin) नहीं बन पाता है और शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती हैं। इसके कारण शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।

जैसा की हमने आपको ऊपर बताया कि डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके डायबिटीज को कंट्रोल में रखा जा सकता है इसके बावजूद बहुत से ऐसे लोगभी हैं जो डायबिटीज की समस्या से पीड़ित होने के बाद भी स्मोकिंग करते हैं। जो की काफी खतरनाक साबित हो सकता है। जब डायबिटीज के मरीज धूम्रपान करते हैं तो इससे उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इस स्थिति में डायबिटीज को मैनेज करना आपके लिए काफी मुश्किल साबित हो सकता है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में यह बताना चाहते है कि अगर आपको डायबिटीज है और आप स्मोकिंग भी करते हैं तो इससे आपको किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

धमनियों का कठोर होना

डायबिटीज के मरीज अगर स्मोकिंग करते है तो उनकी धमनियां काफी ज्यादा कठोर होने लगती हैं जिससे आगे चलकर उनकी समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है।

हृदय संबंधित परेशानी

डायबिटीज मरीज धूम्रपान और तम्बाकू आदि चीजों का सेवन करते हैं तोउन्हें हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में हार्ट अटैक का जोखिम काफी हद तक बढ़ जाता है।

किडनी संबंधित दिक्कतें

डायबिटीज के साथ धूम्रपान का सेवन यानी किडनी से संबंधित बीमारियों के बढ़ने का खतरा साथ ही आंखों के इंफेक्शन का खतरा काफी हद तक बढ़ सकता है।

ग्लूकोज का लेवल कम-ज्यादा होना

अगर आप डायबिटीज के साथ ही धूम्रपान करते हैं तो इससे शरीर में ग्लूकोज का लेवल कम या ज्यादा हो सकता है ऐसे में इसे कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता हैजिससे आपकी स्थिति और भी ज्यादा खराब हो सकती है।

ऐल्ब्युमिनमेह

ऐल्ब्युमिनमेह की समस्या होने पर यूरिन में असामान्य मात्रा में ऐलब्युमिन पाया जाता है। यह एक प्रकार का प्रोटीन होता है।सामान्य अवस्था में सभी के यूरिन में ऐल्बुमिन पाया जाता है लेकिन किडनी की बीमारी के कारण यूरिन में ऐल्बुमिन की मात्रा बहुत बढ़ जाती है। इस बीमारी के कारण नर्व्स डैमेज होने का खतरा काफी ज्याद बढ़ जाता है साथ ही घावों को भी ठीक होने में काफी ज्यादा समय लगता है।

टाइप 2 डायबिटीज

ऐसा देखा जाता है कि जो लोग स्मोकिंग करते हैं उनमें बाकियों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा काफी ज्यादा पाया जाता है।

डायबिटीज से बचाव के उपाय

डायबिटीज़ से पीड़ित व्यक्ति को स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। लेकिन, कुछ सावधानियां बरतकर डायबिटीज की बीमारी से बचा जा सकता है।

- मीठा कम खाएं। शक्कर से भरी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन करने से बचें।
- एक्टिव रहें, एक्सरसाइज करें, सुबह-शाम टहलने जाएं।
- पानी का सेवन अधिक करे। मीठे शर्बत और सोडा वाले ड्रिंक्स को न कहे। आइसक्रीम, कैंडीज़ खाने से भी परहेज करें।
- वजन को नियंत्रण में रखें।
- स्मोकिंग और अल्कोहल लेने से परहेज करें।
- हाई फाइबर डायट खाएं।
- प्रोटीन का सेवन भी अधिक मात्रा में करें।
- विटामिन डी की कमी से डायबिटीज़ का ख़तरा बढ़ता है। इसलिए विटामिन डी की कमी ना होने दें।

साथ ही हम आपको अपने इस आर्टिकल में कुछ ऐसी सब्जियों के बारे में भी बताने जा रहे है जिनका नियमित सेवन से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा साथ ही इससे होने वाली अन्य समस्याओं से भी आपका बचाव होगा

मेथी की सब्जी

अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं और अपना ब्लड शुगर नियंत्रित रखना चाहते हैं तो मेथी की सब्जी का सेवन शुरू कर दे। इसके अलावा आप मेथी के पत्तों का जूस या मेथी के बने अन्य व्यंजनों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

पालक की सब्जी

जैसा की हम जानते है कि पालक में आयरन प्रचुर मात्रा पाया जाता है। साथ ही इसमें ढेर सारे मिनरल और विटामिन भी होते है। इसमें फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। यही कारण है कि यह डायबिटीज मरीजों के लिए इसका सेवन फायदेमंद है। यह ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल रखता है।

ब्रोकली

पालक की तरह ब्रोकली में भी ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है और फाइबर अधिक होता है। जिसके कारण ये डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह डायबिटीज रोगियों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

चुकंदर

चुकंदर में बहुत सारे विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं इसमें प्राकृतिक शुगर कंटेंट पाया जाता है। साथ ही फाइबर की मात्रा भी अधिक रहती है जो पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतरीन सब्जी है।

स्वीट पोटैटो

सर्दियों में बाजार में स्वीट पोटैटो की भरमार देखने को मिलती है। यह एक स्वादिष्ट और सेहत से भरा खाद्य पदार्थ है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और फाइबर में और जो होता है। इसलिए डायबिटीज मरीजों के लिए बेहतरीन स्नैक्स हो सकता है।