पेट की सफाई और अच्छे पाचन के लिए संत प्रेमानंद महाराज ने कुछ सरल और प्रभावी उपाय सुझाए हैं। उनके अनुसार, सही आहार और नियमित दिनचर्या से पेट की समस्याओं को दूर रखा जा सकता है। आइए जानें उनके कुछ खास सुझावों के बारे में:
सही समय पर भोजन का सेवन
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, भोजन का समय निश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है। दोपहर का भोजन सूरज की तेज़ धूप में यानी 12 बजे के आसपास करना चाहिए। साथ ही, रात का भोजन सूर्यास्त के बाद हल्का और समय से पहले करना चाहिए, ताकि पाचन तंत्र पर कम दबाव पड़े और पेट स्वस्थ रहे।
गुनगुना पानी और नींबू का सेवनसुबह-सुबह गुनगुना पानी पीना पेट की सफाई के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसे एक चुटकी नमक और नींबू मिलाकर पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और पाचन क्रिया सक्रिय रहती है।
योग और प्राणायामप्रेमानंद महाराज के अनुसार, योग और प्राणायाम पेट की सफाई और पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए जरूरी हैं। विशेषकर, भस्त्रिका, कपालभाति और अनुलोम-विलोम जैसे प्राणायाम पेट की नसों को सक्रिय कर आंतरिक सफाई में मदद करते हैं।
फाइबर से भरपूर आहारपेट की सफाई के लिए आहार में फाइबर का समावेश करना बेहद ज़रूरी है। ताजे फल, हरी सब्जियां, सलाद और अंकुरित अनाज खाने से कब्ज और पेट की अन्य समस्याएं दूर रहती हैं। ये खाद्य पदार्थ पेट की सफाई में मददगार होते हैं।
रात में हल्का भोजन और जल्दी सोनारात का भोजन हल्का और जल्दी किया जाना चाहिए ताकि पाचन तंत्र को उचित समय मिल सके। देर रात भोजन करने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है, इसलिए रात का भोजन खिचड़ी या सूप जैसे हलके भोजन में सीमित करना चाहिए।
इन सरल उपायों को अपनाकर न केवल पेट की सफाई की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है। संत प्रेमानंद महाराज के सुझावों को नियमित रूप से अपनाकर आप अपनी पाचन शक्ति को मजबूत बना सकते हैं।