हमारे देश में सुबह की चाय के साथ बिस्कुट खाना एक आम और पसंदीदा आदत है। कई लोग इसे हल्का और टेस्टी नाश्ता मानते हैं, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह रोजाना की आदत आपकी सेहत पर गंभीर असर डाल सकती है। चाय और बिस्कुट का यह संयोजन न केवल पाचन तंत्र, ब्लड शुगर और मेटाबॉलिज्म पर प्रभाव डालता है, बल्कि कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। आइए जानते हैं इसके नुकसान और सुरक्षित विकल्प।
बाजार के बिस्कुट का खतराअधिकतर बाजार में बिकने वाले बिस्कुट रिफाइंड मैदा, ज्यादा चीनी, नमक और प्रिज़र्वेटिव से बने होते हैं। सुबह खाली पेट इन बिस्कुटों के साथ चाय पीने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है, जो शरीर पर नेगेटिव असर डालता है।
खाली पेट चाय और बिस्कुट से एसिडिटी और जलनचाय में मौजूद कैफीन और टैनिन खाली पेट जाने पर एसिड लेवल बढ़ाते हैं। वहीं बिस्कुट का रिफाइंड मैदा और शुगर इस एसिडिटी और जलन को और बढ़ा देते हैं।
ब्लड शुगर में असंतुलन और डायबिटीज का खतरासुबह मीठे या रिफाइंड कार्ब्स वाले बिस्कुट खाने से ब्लड शुगर अचानक बढ़ता है और फिर तेजी से गिरता है। लंबे समय में यह आदत इंसुलिन रेजिस्टेंस और टाइप-2 डायबिटीज का कारण बन सकती है।
पाचन तंत्र पर असरचाय-बिस्कुट का यह कॉम्बिनेशन आंतों में गुड बैक्टीरिया को कमजोर करता है। इससे पाचन की क्षमता घटती है और पेट में भारीपन, गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कब्ज और पानी की कमीचाय में टैनिन शरीर से पानी की कमी बढ़ाते हैं, जबकि बिस्कुट में फाइबर बहुत कम होता है। इसका नतीजा कब्ज और पेट की सफाई में दिक्कत के रूप में सामने आता है।
वजन बढ़ने का कारणरिफाइंड मैदा, शुगर और अनहेल्दी फैट वाले बिस्कुट सुबह लेने से शरीर फैट स्टोर करता है। लगातार इस आदत से धीरे-धीरे पेट की चर्बी बढ़ सकती है और वजन नियंत्रण में मुश्किल आ सकती है।
सुरक्षित और सेहतमंद विकल्पसुबह की शुरुआत चाय और बिस्कुट की बजाय ऐसे ड्रिंक से करें जो गट और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाएं। आप सौंफ का पानी, धनिया बीज का पानी, एलोवेरा जूस या नारियल पानी में दालचीनी मिलाकर पी सकते हैं। यह विकल्प शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ पाचन सुधारने में भी मददगार हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।