जरूरी नहीं दूध हमेशा फायदा ही पहुचाएं, जरूरत से ज्यादा सेवन के होते हैं ये दुष्प्रभाव

दूध को पूर्ण आहार माना जाता हैं जिसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। बच्चे हो या बूढ़े सभी को दूध का सेवन करने की सलाह दी जाती हैं जो सेहत को कई फायदे पहुंचाता हैं। लेकिन कहते हैं ना कि किसी भी चीज की अति हानिकारक होती है, फिर वह चाहे दूध ही क्यों ना हो। जी हां, जरूरी नहीं दूध हमेशा फायदा ही पहुचाएं, इसका जरूरत से ज्यादा सेवन सेहत को कई नुकसान भी पहुंचा सकता हैं। दूध के अधिक सेवन से आपके शरीर में कई परेशानियां घर कर सकती हैं जिससे आपको आगे चलकर दिक्कतें होंगी। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि अधिक दूध पीने से शरीर को किस तरह के दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ता हैं।

पाचन से जुड़ी समस्याएं

किसी भी चीज का ज्यादा मात्रा में सेवन नुकसान ही पहुंचाता है, चाहे वो दूध ही क्यों न हो। अधिक मात्रा में दूध का सेवन पाचन से जुड़ी समस्याएं खड़ी कर सकता है। कई बार ऐसा होता है कि ज्यादा दूध पी लेने से पेट फूल जाता है और गैस आदि की समस्या भी हो जाती है। इसलिए दूध का सेवन उतनी ही मात्रा में करें, जितना कि आपको उससे कोई परेशानी न हो।

यह मतली पैदा कर सकता है

अमेरिकन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, 65% वयस्कों में लैक्टोज इंटॉलरेंस का कोई न कोई रूप होता है। मतली सबसे बड़े लक्षणों में से एक है, और कुछ मामलों में, दूध, आइसक्रीम और पनीर सहित लैक्टोज युक्त किसी भी प्रकार की डेयरी का सेवन करने के बाद उल्टी हो सकती है।

थकान और सुस्ती होना

ज्यादा दूध पीने के कारण आपको मिचली, बेचैनी, थकान और सुस्ती भी हो सकती है। इसके अलावा डेयरी वाले दूध में ए1 कैसिइन मौजूद होती है, जो आंतों में सूजन पैदा करने के साथ-साथ बैक्टीरिया को भी बढ़ावा देता है। इसलिए सीमित मात्रा में ही दूध का सेवन करें।

वजन बढ़ना है

हाई वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट के ज्यादा सेवन से आपका वजन बढ़ सकता है। शोध से पता चलता है कि हेल्दी डाइट के हिस्से के रूप में हर दिन पर्याप्त दूध, दही और पनीर का सेवन वजन बढ़ने से नहीं जुड़ा है। इसके लिए आपको मॉडरेशन का ध्यान रखना होगा।

कैंसर का कारण बन सकता है

इस पर बहुत कम शोध हुआ है, लेकिन कुछ का कहना है कि बहुत अधिक दूध प्रोस्टेट या स्तन कैंसर जैसे कुछ प्रकार के कैंसर का कारण बन सकता है। इनमें से अधिकांश अध्ययन एपिडेमियोलॉजिकल हैं, जिसका अर्थ है कि इसमें समय के साथ लोगों में खपत और बीमारी के रुझान को देखा जाता है।

हृदय संबंधी समस्याएं

दिनभर में तीन गिलास से अधिक दूध का सेवन करने से हृदय संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि कई शोधों में यह दावा किया गया है। इसलिए बेहतर है कि किसी आहार विशेषज्ञ से सलाह लें कि आपको कितनी मात्रा में दूध का सेवन करना चाहिए।

मुंहासे पैदा कर सकता है

ऐसा माना जाता है कि आज जो दूध उपलब्ध है उसमें वृद्धि और दूध उत्पादन को नियंत्रित करने वाले हार्मोन होते हैं। यह इंसुलिन विनियमन को बाधित करके मुंहासे को खराब करने के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि फुल फैट वाले गाय के दूध का सेवन करना बेहतर माना जाता है, जिसमें आमतौर पर हार्मोन का इंजेक्शन नहीं होता है।

एलर्जी की समस्या

अगर आपको लैक्टोज एलर्जी या फिर दूध से किसी तरह की एलर्जी है, तो यह आपके इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकती है। इसके कारण आपको खुजली और लाल रंक के चकत्ते होने की संभावना हो सकती है। इसके अलावा दूध से एलर्जी होने की वजह से कुछ लोगों को सांस लेने में भी परेशानी या फिर शरीर में सूजन की समस्या हो जाती है। दूध की एलर्जी कभी-कभी बहुत ही घातक साबित हो सकती है। इसलिए इस तरह की समस्या को नजरअंदाज ना करें। अगर आपको दूध पीने से स्किन पर सूजन, खुजली या फिर अन्य समस्याएं हो रही हैं, तो तुरंत दूध पीना बंद कर दें।