खुले मे शौच यनी बीमारियों को दावत देना होता है I गाँव हो या शहर बाहर शौच करने से देश ही नहीं गंदा होता है बल्कि हमारा स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है I दुनिया में सर्वाधिक लोग दूषित जल से होने वाली बीमारियों से पीड़ित हैं। दुनिया में प्रतिवर्ष करीब 6 करोड़ लोग डायरिया से पीड़ित होते हैं, जिनमें से 40 लाख बच्चों की मौत हो जाती है। डायरिया और मौत की वजह प्रदूषित जल और गंदगी ही है I और यह गंदगी का कारण है खुले मे शौच जाना I आइये जाने खुले मे शौच जाने के नुकसान ............
1. खुले में पड़े हुए मल से न केवल भू-जल प्रदूषित होता है, बल्कि कृषि उत्पाद भी इस प्रदूषण से अछूते नहीं रहते। यही मल डायरिया, हैजा, टाइफाइड जैसी घातक बीमारियों के कीटाणुओं को भी फैलाता है।
2. संक्रमण फैलाने वाले कीटाणु मल से मुँह तक पहुँचते हैंI संक्रमित व्यक्ति के मल में हजारों की संख्या में कीटाणु एवं कीड़ों के अण्डे पाये जाते हैं। गन्दे हाथों, अंगुलियों या प्रदूषित भोजन एवं पानी द्वारा यह मुँह तक पहुँचते हैं।
3. इनमें से मुख्य रूप से अतिसार, मोतीझरा गैस्ट्रोइन्ट्राइटिस (आंत्र शोध), पेचिश, पीलिया, हैजा, पेट में कीड़े जैसे पेट सम्बन्धी रोग या चमड़ी व आँख के विभिन्न संक्रमण हैं।
4. जब भी बाहर शौच जाते है तो उस पर मक्खियाँ लग जाती है जिससे अक्सर भोजन मक्खियों द्वारा प्रदूषित हो जाता है। मक्खियाँ जब मल में बैठने के उपरान्त भोजन में बैठती हैं तो वे अपने साथ लाए मल में उपस्थित कीटाणुओं से उसे दूषित कर देती हैं। ऐसे भोजन के सेवन से कीटाणु शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
5. यदि खाने वाले बर्तनों में मक्खियाँ बैठे या गन्दे हाथ लगाए जाएँ तो वे भी गन्दे हो जाते हैं। ऐसे बर्तनों में खाने से कीटाणु शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
6. खुले मे शौच से पर्यावरण भी दूषित होता है जो हमारे खाद्य पदार्थो पर अपनी गंदगी फैला देता है जिससे भी बीमारिया बढ़ जाती है I