डायबिटीज के मरीज इन 6 आहार से जितनी दूरी बनाए उतना ही अच्छा

मधुमेह या डायबिटीज (Diabetes) वर्तमान समय में एक आम बीमारी हो चुकी हैं जिसका मरीज हर घर में मिल ही जाता है। इस बीमारी में ब्लड शुगर या ब्लड ग्लूकोज बढ़ता हैं जिसपर नियंत्रण पाने की जरूरत होती हैं। इस बीमारी में सबसे ज्यादा जरूरत होती हैं अपने खानपान पर ध्यान देने की। खानपान में पोषक तत्वों को शामिल किया जाना चाहिए। वहीँ, कुछ चीजें जो स्टार्च और शुगर जैसे कार्ब्स से भरी होती हैं उनका सेवन त्यागना चाहिए। आज इस कड़ी में हम आपको उन आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे डायबिटीज के मरीज जितनी दूरी बनाए उतना ही उनकी सेहत के लिए अच्छा हैं। तो आइये जानते है इन आहार के बारे में...

मैदा

इसमें लगभग स्टार्च (73.9%) होता है जबकि विटामिन, मिनरल्स और फाइबर की मात्रा कम होती है। मैदे से बनी कोई भी चीजों का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है। मैदा का अधिक सेवन कब्ज से जुड़ा होता है। मैदे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होता है। यह डायबिटीज और मोटापे से पीड़ित रोगियों के लिए ठीक नहीं है।

चीनी

चीनी से बने मीठे खाद्य पदार्थों में ज्यादातर शुगर और खराब कार्बोहाइड्रेट होते हैं। इनमें बहुत कम या कोई पोषण मूल्य नहीं होता है और यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकती हैं। चीनी से वजन बढ़ाने, हृदय रोग और स्ट्रोक का जोखिम भी अधिक होता है।

चावल

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग सफेद चावल खाते हैं उनमें टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है। इसका मतलब यह है कि यदि आपको प्री-डायबिटीज है, तो आपको चावल खाने पर विचार करना चाहिए। सफेद चावल में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसका अर्थ है कि यह ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है।

सफेद ब्रेड

सफेद ब्रेड सफेद आटे से बनी होती है, जोकि रिफाइंड स्टार्च से भरी होती है। यह चीजें चीनी की तरह काम करती है और बहुत जल्दी पच जाती है। इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिसका अर्थ है कि जब इसे खाया जाता है, तो उनमें फाइबर की कमी होती है।

पास्ता

पास्ता सॉस, क्रीम, चीज़ और बहुत सारे मक्खन से बनाया जाता है। इससे आपको 1,000 कैलोरी, 75 ग्राम फैट और लगभग 100 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मिलता है। यह मैदे से बना होता है जोकि ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। इससे मोटापा बढ़ने का भी खतरा होता है।


आलू

आलू लगभग सभी को पसंद होता है और इसके बिना कोई भी सब्जी मजेदार नहीं लगती है। प्रति 100 ग्राम आलू में 97 किलो कैलोरी, 22.6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 0.1 ग्राम वसा, 1.6 ग्राम प्रोटीन और 0.4 ग्राम फाइबर मिलता है। आलू में कुल कैलोरी का 98% कार्बोहाइड्रेट के रूप में आता है। इसमें हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है और यह डायबिटीज के रोगियों के लिए उचित नहीं है।