रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा रहा कोरोना, घट रही प्राइवेट पार्ट की लंबाई!

पूरी दुनिया में कोरोना के Omicron वैरिएंट की वजह से एक बार फिर मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही हैं। कोरोना की वजह से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। इसी बीच एक शख्स ने दावा किया है कि कोरोना की वजह से उसके प्राइवेट पार्ट की लंबाई घट गई। अमेरिका में रहने वाले इस शख्स ने दावा किया है कि कोविड के कारण उसका प्राइवेट पार्ट 15 इंच छोटा हो गया है। शख्स ने यह भी कहा कि जब उसने इस बारे में डॉक्टरों से सलाह ली तो उन्होंने कहा कि इसे ठीक नहीं किया जा सकता।

यूरोलॉजिस्ट्स का कहना है कि कोविड के चलते रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंच रहा है जिसके कारण प्राइवेट पार्ट का साइज छोटा हो सकता है। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के नेतृत्व में 3400 लोगों पर एक स्टडी की गई थी। इसमें भी पाया गया कि जिन 200 लोगों में लॉन्ग कोविड के लक्षण थे, उनमें से कई लोगों में पेनिस की लंबाई घटना भी एक समस्या थी।

पॉडकास्ट 'हाउ टू डू इट (How To Do It)' में कॉल करते हुए, उस शख्स ने कहा, 'पिछले साल जुलाई में मुझे कोविड हुआ था और मैं बहुत बीमार था। जब मैं अस्पताल से बाहर निकला, तो मुझे कुछ इरेक्टाइल डिसफंक्शन था। वह धीरे-धीरे कुछ इलाज से ठीक हो गया, लेकिन पेनिस लगभग डेढ़ इंच छोटा हो गया। मुझे यकीन है कि ये रक्त वाहिकाओं के कारण हुआ। इसने मेरी सेक्स लाइफ (Sex Life) पर भी बुरा असर डाला है।'

एक्सपर्ट्स ने कही ये बात

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को आम बोलचाल की भाषा में 'नपुंसकता' भी कहा जाता है। अमेरिका की Urologist Ashley Winter MD ने कहा कि कोविड के बाद प्राइवेट पार्ट का सिकुड़ना इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile dysfunction) का एक प्रभाव है। उन्होंने कहा- 'यह सच है कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन होने से पेनिस छोटा हो जाता है।'

डॉ Ashley Winter ने कहा कि जब कोविड पेनिस में पाई जाने वाली रक्त वाहिकाओं की एंडोथेलियल कोशिकाओं में प्रवेश करता है, तो यह उचित रक्त प्रवाह को रोक सकता है। यह इसे प्रभावी रूप से सख्त होने से रोकता है। उन्होंने एक रिसर्च का हवाला दिया, जिसमें यूरोलॉजिस्ट ने दो पुरुषों के पेनिस में कोरोनावायरस के कण पाए, जो संक्रमण से पूरी तरह से ठीक होने के बाद भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन से ग्रसित थे।

एक रिसर्च में सामने आया है कि कोरोना खून की नलियों को नुकसान पहुंचा रहा है। साथ ही वह शरीर के अंदर मौजूद अंगों को भी खराब कर रहा है। जिन पुरुषों के पहले इरेक्टाइल डिसफंक्शन की परेशानी नहीं थी, वो कोरोना संक्रमित होने के बाद इस गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं।

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन ने लंबे कोविड लक्षणों पर एक अध्ययन किया, जिसमें 56 देशों के रोगियों में 203 लक्षणों की पहचान की गई। लैंसेट की ईक्लिनिकल मेडिसिन में प्रकाशित रिजल्ट के अनुसार, लगभग 5% पुरुष 'पेनिस के आकार में कमी' की समस्या जूझ रहे हैं और लगभग 15% पुरुषों ने यौन समस्या की शिकायत की। अध्ययन में सामने आया है कि कोरोना इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile dysfunction) के जोखिम को 20% तक बढ़ा देता है।