जानिए कोरोना के इलाज में कौनसी दवाओं का करे सेवन और किनसे बचे? WHO की पूरी गाइडलाइन

पूरी दुनिया में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बीते दिन की बात करे तो दुनिया में 20.71 लाख नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। 13.48 लाख लोग ठीक हुए हैं, जबकि 5,286 लोगों की मौत हुई है। नए संक्रमितों के मामले में अमेरिका 3.89 लाख मरीजों के साथ टॉप पर है, जबकि 2.38 लाख नए मामलों के साथ भारत दूसरे नंबर पर है। भारत में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। ऐसे में संक्रमण से बचने के लिए कोविड-19 सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन और वैक्सीन (Corona Vaccine) लेना जरूरी हो गया है। परंतु अगर आप संक्रमित हो गए तो आपको सही दवा और इलाज के बारे में भी पता होना चाहिए। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गाइडलाइंस जारी की है जिसमें बताया गया है कि कोरोना के इलाज में कौनसी दवाएं कारगर है और किन दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए।

WHO के अनुसार, कोरोना के इलाज में अब बारिसिटिनिब (Baricitinib) , रुक्सोलिटिनिब (Ruxolitinib), सोत्रोविमैब, कैसिरिविमैब-इमदेविमैब (Casirivimab/imdevimab), टोसिलिजुमैब (Tocilizumab) या सरीलूमैब (Sarilumab) जैसे ड्रग मरीज को दिए जा सकते हैं। बारिसिटिनिब, टोसिलिजुमैब या सरीलूमैब और सिस्टमैटिक कोर्टिकोस्टेरॉयड जैसी दवाओं पर एक्सपर्ट का ज्यादा जोर है। जबकि रुक्सोलिटिनिब, टोफासिटिनिब, सोत्रोविमैब और कैसिरिविमैब-इमदेविमैब वैकल्पिक तौर पर या कुछ विशेष परिस्थितियों में ही मरीज को देने की सिफारिश की गई है।

WHO का दावा है कि ये तमाम दवाएं वायरस से मौत का जोखिम, अस्पताल में तेजी से बढ़ते मामले और वेंटिलेटर पर जाने की संभावनाओं को कम कर सकती हैं।

इन दवाओं ना करें इस्तेमाल


WHO ने आइवरमेक्टिन (Ivermectin) , हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) , लोपिनाविर/रिटोनाविर (Lopinavir / Ritonavir) और रेमेडिसिविर (Remdesivir) जैसी दवाओं का उपयोग ना करने की सिफारिश की है।

एक्सपर्ट कहते हैं कि इन दवाओं से हॉस्पिटलाइजेशन और मौत का जोखिम कम होने के साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं। इनमें से कुछ दवाओं को क्लीनिकल ट्रायल के लिए भेजे जाने की सिफारिश की गई है।

बच्चों के लिए दवाएं

WHO की नई गाइडलाइन के अनुसार, कोरोना संक्रमित बच्चों में कैसिरिविमैब-इमदेविमैब (Casirivimab/imdevimab) दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है।

हेल्थ बॉडी ने कहा, 'ये अच्छी बात है कि कोविड-19 से बहुत कम बच्चे ही गंभीर रूप से बीमार पड़ रहे हैं। जिन बच्चों में गंभीर लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उनके लिए यह ड्रग फायदेमंद साबित हो सकता है।'

यूएन हेल्थ एजेंसी ने बच्चों के इलाज में टोसिलिजुमैब (Tocilizumab) दवा के इस्तेमाल की भी सिफारिश की है। बच्चों में कुछ खास लक्षण देखने पर इस दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। पॉलीयार्टिकुलर जुवेनाइल रूमेटॉइड आर्थराइटिस या काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर टी-सेल से प्रेरित साइटोकाइन रिलीज सिंड्रोम की स्थिति में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। जबकि सरीलूमैब बच्चों के लिए नहीं है।

वैक्सीन सबसे मजबूत हथियार

हालाकि, WHO का कहना है कि वायरस को रोकने के लिए वैक्सीन अभी भी सबसे मजबूत हथियार है। वैक्सीन की वजह से वहां हॉस्पिटलाइजेशन और मौत के मामलों में कमी आई है।

(जरुरी बात: डॉक्टर की सलाह के बाद ही किसी भी दवाई का सेवन करें)