Omicron से लड़ने में आपका साथ देंगे ये 2 मसाले, झट से होगी इम्यूनिटी बूस्ट; और भी हैं कई फायदे

पूरी दुनिया में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ना शुरू हो गए हैं। भारत में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। जिसके चलते रोजाना लाखों मामले सामने आ रहे हैं। बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार ने लोगों से मास्क पहनना, वैक्सीन लगवाना और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने को कह रही हैं। लेकिन इस सब के अलावा भी आप अपनी सेहत का ध्यान रखें और अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने के बारे में विचार करें। ऐसे में आज हम आपको रसोई में मौजूद दो ऐसे मसलों के बारे में बताने जा रहे है जिनको आप अपनी डाइट में शामिल करके अपनी इम्यूनिटी को बेहतर बना सकते हैं। ये दो मसाले हैं काली मिर्च और लौंग।

काली मिर्च

भारत में ऐसा कोई घर नहीं होगा जहाँ काली मिर्च का प्रयोग नहीं होता हो। यह मसालों की रानी मानी जाती है। भोजन में काली मिर्च का इस्तेमाल केवल स्वाद के लिए नहीं किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक है। यह सेहत पर कई तरह से लाभ भी पहुंचा सकती है। आपको बता दें कि यह खाने में तीखी होती है और इसके अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो अर्थराइटिस, त्वचा रोग, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड ग्लूकोज लेवल को भी नियंत्रित करने के काम कर सकती है। इसके अलावा काली मिर्च भूख बढ़ाती है, भोजन को पचाती है, लीवर को स्वस्थ बनाती है और दर्द तथा पेट के कीड़ों को खत्म करती है। यह पेशाब बढ़ाती है और दमे को नष्ट करती है। तीखा और गरम होने के कारण यह मुँह में लार पैदा करती है और शरीर के समस्त स्रोतों से मलों को बाहर निकाल कर स्रोतों को शुद्ध करती है।

काली मिर्च के फायदे

- एक काली मिर्च को सुई की नोंक पर लगाकर उसे दीपक में जला लें। उसमें से निकलने वाले धुएं को सूंघने से सिरदर्द में आराम होता है।
- काली मिर्च के 2 ग्राम चूर्ण को गर्म दूध तथा मिश्री के साथ पी लेने अथवा इसके 7 दाने निगलने से जुकाम तथा खांसी में लाभ होता है।
- गले के रोग व आवाज बैठ जाने पर आप काली मिर्च के 1-2 ग्राम चूर्ण को 3-4 जामुन या अमरूद के पत्तों या पोस्तदानों के साथ पीस लें। इससे कुल्ला करने से आराम मिलेगा।
- जोड़ों का दर्द, गठिया, लकवा और खुजली आदि में काली मिर्च में पकाए तेल की मालिश करने से बहुत फायदा होता है।
- 4-5 काली मिर्च के दाने, 1 ग्राम अजवायन और 10 ग्राम हरी गिलोय को छानकर 250 ग्राम पानी में छानकर पीने से तेज बुखार से राहत मिलती है।
- काली मिर्च के सेवन से आप अपना फैट कम कर सकते हैं।
- डिप्रेशन से छुटकारा दिलाने में भी काली मिर्च मददगार साबित होती है।
- नींबू के रस में काला नमक और काली मिर्च का पाउडर मिलाकर चुटकी भर मिलाकर सेवन करने से गैस और एसिडिटी में आराम मिलता है।
- कालीमिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लेवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी -ऑक्सीडेंट होता है, जिससे महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है।
- मोटी पिसी काली मिर्च को चीनी और तेल के साथ मिला कर, इसे चेहरा पर मलें। इससे ना केवल चेहरे की गंदगी हटेगी, बल्कि काली मिर्च के कारण रक्तसंचार भी तेज होता है और चेहरे पर निखार आता है।
- अगर आपको रूसी की समस्या है, तो दही में काली मिर्च मिला कर इससे सिर की मालिश करें। आधे घंटे बाद पानी से इसे धो लें। तुरंत शैंपू का इस्तेमाल ना करें। इससे रूसी भी कम होगी और बाल भी चमकेंगे।

​काली मिर्च को ऐसे करें डाइट में शामिल

काली मिर्च के स्वाद के चलते आप इसे बहुत सी चीजों में शामिल कर सकते हैं। सबसे आसान तरीका काली मिर्च को डाइट में शामिल करने का है चाय, कॉफी और सूप आदि। आप इन सभी चीजों के अंदर आसानी से काली मिर्च पाउडर को या फिर साबुत काली मिर्च का डाल सकते हैं। यह पेय पदार्थों का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत को भी लाभ देगी। इसके अलावा आप कई तरह की करी और सब्जियों में भी काली मिर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही सलाद या फ्रूट चार्ट के अंदर भी काली मिर्च का उपयोग किया जा सकता है।

लौंग

अब बात करते है लौंग की। काली मिर्च की तरह लौंग भी खाने का स्‍वाद और खुश्‍बू बढ़ाने के साथ-साथ आपकी सेहत की भी ख्याल रखती है। इसमें मौजूद विटामिन के, फाइबर, मैंगनीज, एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटीबैक्‍टीरियल तत्‍व आपको सेहतमंद बनाए रखते हैं। लौंग को प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बेहद असरदार माना गया है। लौंग का सेवन सफेद रक्त कोशिकाओं (WBC) के निर्माण में सहायता करता है, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। लौंग में विटामिन सी भी पाया जाता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा यह आपकी हड्डियों और रक्त शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करने का काम करती है। आप इसका सेवन कई तरह से कर सकते हैं।

लौंग के फायदे

- लौंग आपकी इम्‍यूनिटी बढ़ाकर इंफेक्‍शन और सर्दी-जुकाम से आपकी रक्षा करता है। यह एंटी-ऑक्‍सीडेंट गुणों से भरपूर है जो आपकी मजबूत इम्‍यूनिटी सिस्‍टम के लिए बेहद जरूरी है।
- लौंग एंटीसेप्टिक है। यह अपच को ठीक करने के साथ ही आपको उल्‍टी और मिचली से भी राहत दिलाता है।
- प्रेग्‍नेंसी के शुरुआती महीनों में ज्‍यादातर महिलाओं को सुबह के वक्‍त उल्‍टी की श‍िकायत रहती है। ऐसे में उन्‍हें लौंग चूसने की सलाह दी जाती है।
- नाक में जलन से राहत दिलाने में लौंग बहुत फायदेमंद है। अगर लौंग को लंबे समय तक डाइट में शामिल किया जाए तो यह साइनस से काफी हद तक छुटकारा दिला सकता है।
- लौंग के तेल में एंटी-माइक्रोबियल प्रॉपर्टीज़ होती हैं। इस वजह से ये कील-मुंहासों को भगाने में काफी असरदार है।
- लौंग गैस्ट्रिक रस के स्राव में सुधार लाकर पाचन की प्रक्रिया को सुधारता है। लौंग पेट की कई परेशानियों में फायदा करता है जैसे गैस, जलन, अपच और उल्‍टी।
- डायबिटीज के इलाज में लौंग का इस्‍तेमाल किया जाता है। यह ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर डायबिटीज के रोगियों को सेहतमंद बनाए रखता है।
- लौंग में एनाल्जेसिक कॉम्पोनेंट होते हैं। यह दांत के आस-पास की सूजन को कम करके दर्द में आराम देते हैं। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं जो दांतों में संक्रमण को फैलने से रोकते हैं।
- टी ट्री ऑयल, लौंग और तुलसी को मिलाकर एक हर्बल माउथवॉश की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। यह नैचुरल माउथवॉश मसूड़ों के लिए फायदेमंद है।
- लौंग, पॉलीफेनोल्स का सबसे शक्तिशाली डाइटरी सोर्स है। पॉलीफेनोल्स माइक्रोन्यूट्रिएंट होते हैं जो पौधों के द्वारा प्राप्त होते हैं। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं।
- लौंग के पाउडर में चुटकीभर नमक मिलाकर एक गिलास दूध के साथ लें। इससे सिरदर्द में फायदा मिल सकता है। नारियल के तेल में लौंग को भिगोकर रख दें। इससे दर्द वाले हिस्से पर मालिश करने से सिरदर्द में आराम मिलता है।
- लौंग में फ्लेवोनोइड्स, मैंगनीज और यूजेनॉल जैसे कुछ तत्व होते हैं जो हड्डी और जोड़ों के लिए फायदेमंद होते हैं। यह स्वस्थ खनिजों को हड्डियों तक पहुंचाकर इन्हें मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
- लौंग के तेल में मौजूद यूजेनॉल लिवर की कार्यक्षमता में सुधार करता है और इससे जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
- लौंग में पाया जाने वाला यूजेनॉल रक्त के थक्के को धीमा करने के लिए जाना जाता है।

लौंग के इस्तेमाल का तरीका

पिसी हुई लौंग या इसकी कलियों का उपयोग आप कई तरह की करी और सब्जियों में कर सकते हैं। यह भोजन का जायका भी बढ़ाएगा और स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाएगा। इसके अलावा आप लौंग की कलियों को उपयोग चावल बनाने के लिए भी कर सकते हैं। ऐसा करने से चावल की तासीर में भी बदलाव आ जाएगा। साथ ही आप चाहें तो लौंग को चाय के अंदर या एक डिटॉक्स ड्रिंक बनाने में भी उपयोग में ले सकते हैं। अगर आपको अपनी इम्यूनिटी बेहतर करनी है तो इसके लिए आप सुबह - सुबह 2 लौंग और शहद को डाइट में शामिल कर सकते हैं।