दौरा पड़ने पर इस तरह करें प्राथमिक उपचार, बना रहेगा स्वास्थ्य

अक्सर देखा जाता हैं कि कई लोगों को अचानक दौरा पड़ जाता हैं और ऐसे समय में सामने वालों को सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि प्राथमिक उपचार कर स्वास्थ्य बना रहें। शरीर में अनियंत्रित चीजें होना, बेहोशी की हालात होना और चिंता या भय की अचानक भावना होना दौरे के लक्षण हैं जिससे समय रहते पहचान प्राथमिक उपचार किया जा सकता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए दौरा पड़ने पर प्राथमिक उपचार करने की जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

स्ट्रोक के बाद बदल जाती हैं सेक्स लाइफ, यौन इच्छा में आती हैं कमी

सिर्फ फायदे ही नहीं नुकसान भी पहुंचाता है खजूर का सेवन

सुरक्षित जगह पर ले जाएं

कई बार आपने देखा होगा कि जो लोग ऐंठन या दौरे का शिकार होते हैं वो कहीं भी गिर जाते हैं जिस वजह से उनकी जान को खतरा भी होता है। इसके लिए आपको सबसे पहले उन्हें किसी सुरक्षित जगह पर ले जाने की जरूरत होती है। आप कोशिश करें की पीड़ित को खुली और सुरक्षित जगह पर लेकर जाएं। सड़क के बीच में या कहीं ऐसी जगह पर ही प्राथमिक उपचार देने से बचें जहां उन्हें किसी चीज का खतरा। किसी सुरक्षित जगह पर उन्हें ले जाकर आप उन्हें लेटा दें।

शरीर की ऐंठन को कम होने दें

आप पीड़ित को प्राथमिक उपचार देने के लिए तब तक का इंतजार करें जब तक उनके शरीर से ऐंठन या दौरा कम न हो जाए। इसके बाद आप उन्हें फौरन बाए ओर करवट करके लेटाएं जिससे की उनका दौरा फिर से न आए।

पीड़ित को ताजी हवा लगने दें

आप कोशिश करें की पीड़ित के आसपास ज्यादा संख्या में लोग न हों। इससे उन्हें और भी दिक्कत हो सकती है। उन्हें दौरा आने के बाद कोशिश करें कि खुली हवा में लेकर जाएं। जहां उन्हें ताजी हवा लग सके। इसके साथ ही पीड़ित को दौरा आने पर किसी को भी उन्हें जबरदस्ती उठाने की कोशिश न करने दें। इसके साथ ही इस बात का ख्याल रखें की उन्हें खुली और ताजी हवा ज्यादा से ज्यादा लगे। इसके बाद अगर आपको लगता है कि ये कंट्रोल से बाहर है तो इसके लिए आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत होती है।