ना करें इन संकेतों को नजरअंदाज करने की गलती, करते हैं अस्थमा की ओर इशारा

दुनिया में कई ऐसी बीमारियां हैं, जिन्हें लोग कभी-कभी हलके में लेकर नजरअंदाज करने की गलती कर देते हैं। ऐसी ही एक बीमारी हैं अस्थमा जो किसी भी उम्र के लोगों को आसानी से हो जाती है। बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से अब इसके मामले और ज्यादा आने लगे हैं। अस्थमा एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें सांस की नली में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। किसी व्यक्ति के लंग तक हवा ना पहुंच पाने की स्थिति को ही अस्थमा कहते हैं। समय रहते इस स्थिति को नहीं समझा जाए, तो विकट परिस्थितियां बन सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको अस्थमा के शुरूआती लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं ताकि समय रहते सतर्क हुआ जा सके। आइये जानते हैं इनके बारे में:

बार-बार खांसी आना

वैसे तो सर्दी-खांसी स्वास्थ्य से जुड़ी एक सामान्य समस्या है, लेकिन अगर आपको बार-बार खांसी आती है और अधिकतर दौरे के साथ खांसी होती है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए। यह अस्थमा यानी दमा का संकेत हो सकता है।

सांस फूलना

लगातार उबासी, सांस फूलना या गहरी सांस की वजह हमेशा ऐंगजाइटी या थकान नहीं होती है। डॉक्टर लॉकी के अनुसार, ये अस्थमा के भी लक्षण हो सकते हैं। डॉक्टर कहते हैं कि उबासी या गहरी सांस लेने से शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है और कार्बन डाइऑक्साइड भी ज्यादा बाहर निकलती है। ये तीनों चीजों वायुमार्ग में आए असंतुलन की वजह से होती हैं।

सांस लेते समय सीटी की आवाज आना

सांस की समस्या बहुत ही गंभीर होती है, जिसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर आपको सांस लेते समय सीटी की आवाज या घर्र-घर्र की आवाज आती है, तो यह अस्थमा का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

हमेशा थकान रहना

अगर आप कफ और सांस की घरघराहट की वजह से सो नहीं पाते हैं तो ये एक गंभीर समस्या हो सकती है। ठीक से ना सो पाने की वजह से एनर्जी कम हो जाती है और इसका असर मानसिक रूप से भी पड़ता है। क्रोनिक स्लीपलेसनेस को दिल की बीमारी या फिर डायबिटीज के संकेतों से भी जोड़ कर देखा जाता है। सांस की घरघराहट की वजह से थकान महसूस करना अस्थमा का शुरूआती लक्षण हो सकता है। अच्छी बात ये है कि अस्थमा के लक्षण कंट्रोल होते ही नींद की समस्या भी दूर हो जाती है।

सीने में जकड़न और भारीपन

जिन लोगों को दिल की बीमारी होती है, उनके सीने में जकड़न और भारीपन की समस्या आम है, लेकिन अगर आपको ये बीमारी नहीं है और फिर भी ऐसी समस्या होती है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि यह अस्थमा का संकेत हो सकता है।

तेज सांसे लेना

कुछ लोगों में तेज-तेज सांस लेना भी अस्थमा का लक्षण माना जाता है। अमेरिका की क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, वयस्कों के सांस लेने की सामान्य दर 12 से 20 सांस प्रति मिनट होती है। अगर आप इससे अधिक तेजी से सांस ले रहे हैं तो आपको हाइपरवेंटिलेशन भी हो सकता है। हाइपरवेंटिलेशन और अस्थ्मा दोनों अलग-अलग बीमारियां है लेकिन सांस से जुड़े लक्षण की वजह से लोग इसे एक समझ लेते हैं।