सब्जियों को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ, गुणों का खज़ाना भी है काली मिर्च

काली मिर्च (Black Pepper) का इस्तेमाल घरों में सब्जियों व पकवानों को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। अपने हर दिन के भोजन में एक चम्मच काली मिर्च को ज़रूर उपयोग करें। वजन को कम समय में घटाने के लिए आप भोजन में काली मिर्च के पाउडर को छिड़क कर खा सकती है, इससे आपको नुकसान भी नहीं होगा और वजन भी कम हो जाएगा। अगर आप अपनी त्वचा से सभी विषैले तत्वों को निकाल देना चाहते है तो अपनी त्वचा को इससे स्क्रब कर सकते है। इसमें अच्छी मात्रा में एक्सोफोलाइंट होता है। इसलिए अगली बार से काली मिर्च को भोजन में शामिल करें और शरीर को स्वस्थ बनाएं रखे। क्या आप जानते हैं की आयुर्वेद में काली मिर्च का इस्तेमाल विभिन्न रोग-विकारों की दवाइयां बनाने में किया जाता हैं। काली मिर्च के गुणों से परिचित होने के बाद बहुत सारे लोग घरेलू औषधि के रूप में भी करने लगे हैं। आइये जानते हैं काली मिर्च के फायदों के बारे में।

* कालिमिर्ची में मौजूद पाईपरिन नामक तत्व कीटाणुनाशक होता हैं। यह मलेरिया और वायरस जैसे ज्वरो के विषाणुओं को नष्ट कर देता हैं। 60 ग्राम पीसी हुई कालिमिर्ची 2 ग्लास पानी में इतना उबालें की आधा ग्लास पानी रह जाये फिर इसे छानकर हर 4 घंटे से उसके 3 भाग करके पियें। इससे मलेरिआ बुखार ठीक हो जाता हैं।

* कालीमिर्च का पाउडर सूंघने से बार-बार छींकने से जुकाम से बंद नाक खुलती है, सिरदर्द भी ठीक होता है।

* आँखों की पलकों के किनारे निकलने वाली गुहेरी (छोटी फुंसी ) पर काली मिर्च को पानी में पीसकर लेप करने से बहुत लाभ होता है।

* काली मिर्च मसूड़ों की कमजोरी दूर करने के लिए एक अनमोल रतन मानी जाती है | काली मिर्च , माज़ुफ्ल , सेंदा नमक तीनो को बराबर मात्रा में बारीक पीस कर चूरन बना लीजये और एस को अपने हथेली पे रख के तीन बूंद सरसों के तेल में मिला कर मसूड़ों और दांतों पर अछी तरह से लगाये और आधे घंटें के बाद कुरली करके मुह साफ़ करलें | आपके मसूड़ों की समस्या दूर हो जाएगी।

* कालिमिर्ची और फिटकरी समान मात्रा में बारीक पीसकर मिला लें। थोड़ा सा पाउडर लेकर पानी डालकर पेस्ट बनाकर तिनके की रुई लगाकर फुरेरी से मस्सों पर रोजाना दिन में 3 बार लगाएं।

* यदि जुकाम लम्बे समय से बार-बार होता है और छींके आती हैं तो काली मिर्च की संख्या एक से शुरू करके रोज एक बढ़ाते हुए 15 दिन तक खाएं। ऐसा ही 15 दिन के बाद वापस एक-एक घटाते हुए खत्म करें। ऐसा करने से पुराना जुकाम नजला खत्म हो जाएगा।