स्वस्थ रहने के लिए बेहद जरूरी है बेहतर नींद, सोते समय ना करें ये गलतियां

दिनभर काम की थकान के बाद रात को आराम की नींद लेना जरूरी होता हैं ताकि आप अगले दिन की शुरुआत पूरी एनर्जी के साथ करें। स्वस्थ रहने के लिए बेहतर नींद बेहद जरूरी है। और इसके लिए आपके सोना का तरीका बहुत महत्व रखता हैं। रात को 7-8 घंटे की नींद लेना तो सभी के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन इससे शरीर को पूरा फायदा तभी मिलेगा जब आप सही पोजीशन में सोएंगे। आज इस कड़ी में हम आपको सोते समय होने वाली कुछ गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बेहतर नींद दिलाने में खलल का काम करती हैं और सेहत को भी नुकसान पहुंचाती हैं। आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में...

लाइट बंद नहीं करना

कई लोगों की यह आदत होती है कि वह सोने से पहले अपने कमरे की लाइट बंद नहीं करते और सो जाते हैं। रिसर्च के अनुसार अंधेरे में ही शरीर को ज्यादा गहरी नींद आती है। रिसर्च में पाया गया कि आधे से भी कम लोग कम से कम 5 घंटे के लिए अंधेरे कमरे में सोते हैं। जबकि आधे से ज्यादा लोग लाइट में सोते हैं। रिसर्चर्स ने पाया कि लाइट के एक्सपोजर में सोने वाले इन सभी लोगों में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा 74%, मोटापे का खतरा 82% और डायबिटीज का खतरा 100% पाया गया। इसलिए आपको लाइट बंद करके ही सोने की आदत डालनी चाहिए इससे आपके नींद की क्वालिटी बढ़ती है।

तकिए के इस्तेमाल के दौरान

अगर आप रात को तकिया लगाकर सीधे सोते हैं तो आपकी रीड की हड्डी इससे प्रभावित होती है। इसलिए आपको तकिए पर दाएं या बाएं तरफ करवट लेकर सोना चाहिए।

मोबाइल फोन साथ लेकर सोना

कई बार लोगों की यह आदत होती है कि वे अपना मोबाइल फोन अपने बेड पर ही रखते हैं या अपने सिर के बगल में रख कर ही सो जाते हैं। ऐसा करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। कई बार लोग सोते समय फोन चलाते-चलाते इतने व्यस्त हो जाते हैं कि वह सोने में बहुत देर कर देते हैं और सुबह सही समय पर नहीं उठ पाते, या अगर मजबूरी में उठते भी हैं तो उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती और वे दिन भर थका-थका महसूस करते हैं। इसके आलावा उन्हें आलस, सिर दर्द, काम में मन ना लगना जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। अतः सोने से आधे-एक घंटे पहले ही हमें अपने गैजेट्स से दूरी बना लेनी चाहिए और समय से सोने की कोशिश करनी चाहिए।

कम नींद लेना

एक स्टडी में यह बात सामने आई कि 30 से ज्यादा की उम्र के 60% लोग जरूरत से कम नींद लेते हैं जो थकान, आलस, सिर दर्द, खराब पाचन तंत्र एवं भविष्य में कई अन्य बीमारियों का कारण बनती है। इसलिए 6 से 8 घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी है क्योंकि यही वह अवस्था होती है जब हमारा शरीर न्यूरॉन्स में मौजूद अपने कचरे को साफ करता है और शरीर खून में मौजूद सारे कोर्टिसोल को खत्म करके शरीर को अगले दिन के लिए तैयार करता है। लेकिन ज़िन्दगी की भागम-भाग और सोशल मीडिया की लत लगने के कारण बहुत से लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं और अपनी सेहत से खिलवाड़ करते हैं। यदि आप भी पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आपको इसपर गंभीरता से सोचना चाहिए। आधे घंटे की भी एक्स्ट्रा नींद आपको काफी लाभ पहुंचा सकती है।

ज्यादा देर तक सोना

एक स्टडी में यह बात सामने आई कि जिस प्रकार कम नींद शरीर के लिए नुकसानदायक होती है उसी प्रकार ज्यादा देर तक सोना भी आपके सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। हमारे शरीर में एक स्लीप साइकिल होती है जो नींद को पूरा करने में मदद करती है। जब आप ज्यादा सोते हैं तो यह साईकल एक बार पूरी होकर फिर से शुरू हो जाती है और साईकल पूरा होने से पहले जब आप नींद से उठते हैं तो थका हुआ और आलस महसूस करते हैं, कई बार आपको सिर दर्द की शिकायत भी हो जाती है।

पेट के बल सोना

पेट के बल सोना सबसे हानिकारक माना जाता है खासकर अस्थमा एवं स्वास्थ्य से संबंधित मरीजों के लिए। जब कोई भी व्यक्ति हर रात को पेट के बल सोता है तो शरीर में खून का संचार सही तरीके से नहीं होता है। पेट के बल सोने वालों की गर्दन मुडी रहती है। इससे गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डी अपनी प्राकृतिक अवस्था में नहीं रहती है, जिससे दर्द की समस्या होने लगती है। पेट के बल सोने वाले लोगों की हड्डियाँ सही स्थिति में नहीं रहती हैं। इससे जोड़ों में दर्द की भी सम्भावना बनी रहती है। पेट के बल पूरी रात सोने से खाना सही तरीके से पच नहीं पाता है। इससे व्यक्ति की पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है।

पीठ के बल कंधे फैलाकर सोना

अगर आप हाथ ऊपर करके पीठ के बल सोते हैं, तो इससे खर्राटों की समस्या हो सकती है। जाहिर है खर्राटे आपके पास में सोने वाले व्यक्ति को परेशान करने के साथ आपकी नींद को बाधित कर सकते हैं। इससे कैरोटिड धमनी के साथ मोटा होना जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जो आपके मस्तिष्क, चेहरे और गर्दन को रक्त की आपूर्ति करता है।

दाईं करवट करके सोना

दाई करवट करके सोना भी वैज्ञानिक रूप से एक अच्छी आदत नहीं मानी जाती हूं। दरअसल इस पोजीशन में पेट का झुकाव बाएँ तरफ होता है और आपका पेट उल्टा हो जाता है जिसके कारण खाना सही से नहीं पचता और एसिडिटी, गैस, पेट फूलना, कब्ज जैसी समस्याएं सामने आने लगती है। साथ ही दिल भी शरीर की बाईं ओर होता है और दाईं और करवट करके सोना दिल की सेहत के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता है। अतः पीठ के बल या बाईंं ओर करवट करके सोएं। जब आप बाईं और करवट करके सोते हैं तो आपका पेट सीधा रहता है जिसके कारण आपका पाचन तंत्र सही क्रम में काम कर पाता है। बाईं और करवट करने से आपकी छाती पर भी दबाव नहीं पड़ता और आपके दिल पर भी बुरा असर नहीं पड़ता साथ ही दिमाग पर भी इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।