रात भर सोने के बाद सुबह दिनभर तरोताजा रहने के लिए हमारे शरीर को कुछ स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ते की जरूरत होती है। सुबह का हेल्दी नाश्ता दिन के बीच में बार-बार होने वाली शारीरिक कमजोरी और भूख लगने की आदत से बचा सकता है। हेल्दी नाश्ता हमारे मेटाबॉलिज्म सिस्टम के साथ-साथ दिमागी सेहत के लिए भी बहुत अच्छा होता है। डॉक्टर्स कहते हैं कि सुबह के वक्त हेल्दी नाश्ता करने से ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल रहता है। डायबिटीज के रोगियों को देर तक भूखा भी नहीं रहना चाहिए। इससे शरीर में ब्लड शुगर लेवल लो हो सकता है। खासतौर से डायबिटीज मरीजों के लिए नाश्ता बहुत जरूरी है, जिनके खून में ग्लूकोज़ लेवल किसी भी वक्त बढ़ जाता है। हाई शुगर लेवल के मरीजों के ब्रेकफास्ट में शामिल चीजों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए। ऐसे लोगों को शुगर ड्रिंक्स, व्हाइट ब्रेड और आलू जैसी चीजों के सेवन से बचना चाहिए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रखने के लिए ब्रेकफास्ट में प्रोटीन, फैट, फाइबर युक्त फल-सब्जियां और कॉम्पलैक्स कार्ब्स को शामिल कर सकते हैं।
डायबिटीज मरीज ब्रेकफास्ट में खाए ये चीजें- हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो डायबिटीज के मरीज ब्रेकफास्ट में 2 मेथी के पराठे, एक कप दही (लो कैलोरी) और दो चम्मच फ्लैक्स सीड्स की चटनी का सेवन कर सकते हैं। इस खाने में करीब 300 कैलोरी होगी और करीब 8-10 ग्राम प्रोटीन होगा।
- गर्मियों में सुबह के वक्त आप एक आम, एक कप दही या बादाम मिल्क, एक चम्मच चिया सीड्स और पालक की 3-4 पत्तियां खा सकते हैं। इस हेल्दी ब्रेकफास्ट में करीब 280 कैलोरी होती है। इसके अलावा आप एक उबला अंडा, बाजरे के आटे से बनी एक रोटी और कुछ फल का भी सेवन कर सकते है।
- इसके अलावा आप अपने नाश्ते में ओट्स को भी शामिल कर सकते है। ओट्स में घुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है। ओट्स का नाश्ते में सेवन आपके पेट को काफी देर तक भरा रख सकता है और इससे ब्लड शुगर का स्तर भी लो नहीं होता है। आप ओमेगा 3 फैटी एसिड, फोलेट और पोटैशियम से भरपूर ओटमील को आप लो फैट मिल्क के साथ पकाएं। चीनी की बजाय शहद मिला कर खाएं।
- डायबिटीज मरीजों के लिए नाश्ते में जौ का भी सेवन भी फायदेमंद रहता है। जौ में ओट्स के मुकाबले दोगुना प्रोटीन और आधी कैलोरी होती है इसलिए इसे ब्रेकफास्ट में खाना अच्छा माना गया है। डाइट्री फाइबर से भरपूर जौ भूख को कंट्रोल करता है।
- बादाम खाने से टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में ग्लाइसीमिक कंट्रोल में रहता है। लिपिड प्रोफाइल भी ठीक रहती है। आप चाहें तो चार-पांच बादाम और कुछ मौसमी फलों का सेवन साथ में करें। इससे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट और अन्य जरूरी पोषक तत्व पहुंचेंगे जो डायबिटीज की समस्याओं को और ज्यादा बढ़ाते नहीं हैं।
ब्रेकफास्ट में क्या ना खाएं डायबिटीज रोगी?- डायबिटीज रोगियों को सुबह नाश्ते में बटर-ब्रेड या ब्रेड-चाय के सेवन से बचना चाहिए। व्हाइट ब्रेड मैदा से बनी होती है, इसलिए यह आपको नुकसान पहुंचा सकता है। आपको मैदा की रोटियों से भी परहेज करना चाहिए। इसके अलावा पेस्ट्री, पेनकेक्स से भी नाश्ते में दूरी बनाकर रखें। इतना ही नहीं आटे से बने ब्राउन ब्रेड से भी परहेज ही करें।
- पैकेट वाले जूस, फूलों की स्मूदी, पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड शुगर लेवल को बढ़ाने का काम करते हैं। इसलिए डायबिटीज रोगियों को इनसे दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
- डायबिटीज रोगियों को सुबह-सुबह चाय या कॉफी से परहेज करना चाहिए। साथ ही नाश्ते में भी चाय नहीं लेनी चाहिए। आप शाम के समय चाय या कॉफी ले सकते हैं। लेकिन इसमें शुगर को शामिल न करें।
- डायबिटीज मरीजों को नाश्ते में हाई फैट लेने से भी बचना चाहिए। कार्ब्स वाले खाद्य पदार्थ शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं। इसलिए इनसे भी परहेज करें। इनके बजाय आप लो फैट डाइट पर फोकस करें।
- डायबिटीज रोगियों को नाश्ते में भूलकर भी शुगर से बने खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। नाश्ते में चीनी से बने खाद्य पदार्थ खाने से शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है।