हम रोज कई पदार्थों का सेवन करते हैं जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती हैं। लेकिन सेवन करने के बाद पाचन क्रिया में अयोग्य पदार्थों को शरीर से त्यागने की आवश्यकता होती हैं, ताकि हमारा शरीर स्वस्थ रह सकें और इसके लिए योग मुद्राओं से आसान तरीका कोई हो ही नहीं सकता है। योग में मुद्राओं का भी अपना विशेष महत्व होता हैं और इस कड़ी में आज हम आपको जिस मुद्रा की विधि और फायदे बताने जा रहे हैं वो हैं अपान मुद्रा। तो चलिए जानते हैं अपान मुद्रा की विधि और फायदे के बारे में।
* अपान मुद्रा करने की विधि सबसे पहले आप योग मैट पर आराम से बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। फिर तर्जनी उंगली और अनामिका उंगली को अंगूठे से छुएं। पहली और आखरी उंगली को सीधा रखें। अब रिलैक्स होकर बैठे रहें और अपनी आंखों को बंद कर लें। 15 मिनट तक इसी तरह ध्यान लगाकर बैठे रहें। आप अपान मुद्रा को पूरे दिन में कभी भी कर सकते हैं।
* अपान मुद्रा में बैठने के फायदे - अपान मुद्रा करने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद मिलती है।
- 15 मिनट तक यह मुद्रा बनाये रखने से शरीर से विषाक्त पदार्थ साफ होते हैं और प्रत्येक अंग मजबूत होता है।
- यह मूत्र को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- अगर आपको पसीना कम आता है तो ये मुद्रा उसका भी इलाज करती है।
- अपान मुद्रा कब्ज से राहत दिलाती है।
- गुस्से को कम करती है।
- दांतों को स्वस्थ रखती है।
- पाचन क्रिया को मजबूत करती है।
- आंखों की रौशनी सुधारती है।
- पीरियड्स की समस्या का भी इलाज करती है।