ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए डायबिटीज मरीज जरूर खाएं ये एक जड़ी-बूटी, जानें इस्तेमाल का तरीका भी

डायबिटीज बीमारी पूरी तरह से लाइफस्टाइल से जुड़ी है। अगर आपका खानपान और रहन-सहन सही नहीं है तो डायबिटीज होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। आयुर्वेद में डायबिटीज के मरीजों के लिए कई तरह की औषधियां और जड़ी-बूटी बताई गई हैं लेकिन इनमे सबसे ज्यादा फायदेमंद है अश्वगंधा। अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट, लीवर टॉनिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल के साथ-साथ और भी कई पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। अश्वगंधा ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी फायदा पहुंचाता है। कुछ स्टडीज के मुताबिक, अश्वगंधा में कुछ मात्रा में एंटी डायबिटिक प्रॉपर्टीज पाई जाती है।

अश्वगंधा के फायदे

- अश्वगंधा का इस्तेमाल कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में बहुत असरकारी है। कई रिसर्च में यह बताया गया है कि अश्वगंधा कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है और कैंसर के नए सेल्स नहीं बनने देता। यह शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज का निर्माण करता है। जो कैंसर सेल्स को खत्म करने और कीमोथेरपी से होने वाले साइड इफेक्ट्स से भी बचाने का काम करता है।
- अश्वगंधा में मौजूद ऑक्सीडेंट आपके इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है। जो आपको सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से लडने की शक्ति प्रदान करता है।
- अश्वगंधा वाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने का काम करता है। जो कई गंभीर शारीरिक समस्याओं में लाभदायक है।
-अश्वगंधा मानसिक तनाव जैसी गंभीर समस्या को ठीक करने में लाभदायक है। एक रिर्पोट के अनुसार तनाव को 70% तक अश्वगंधा के इस्तेमाल से कम किया जा सकता है। दरअसल आपके शरीर और मानसिक संतुलन को ठीक रखने में असरकारी है। इससे अच्छी नींद आती है।अश्वगंधा कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने का काम कर सकता है।
-अश्वगंधा का इस्तेमाल आपकी आंखो की रोशनी को बढ़ाने का काम करता है। रोज दूध के साथ लेंने से आंखो के अलावा स्ट्रेस से भी बचा जा सकता है।

डायबिटीज के मरीजों पर अश्वगंधा का असर

अश्वगंधा में औषधीय गुण पाए जाते हैं और ये ब्लड ग्लुकोज स्तर को कम करने में भी फायदेमंद है। 2015 की एक टेस्ट ट्यूब स्टडी में पाया गया कि अश्वगंधा इंसुलिन स्राव को बढ़ाता है और मांसपेशियों की कोशिकाओं में इंसुलिन संवेदनशीलता में भी सुधार करता है।

2020 की एक समीक्षा स्टडी के अनुसार अश्वगंधा की जड़ का पाउडर ब्लड ग्लुकोज स्तर को कम करता है। रिसर्च के मुताबिक अश्वगंधा लेने से तनाव कम होता है और फास्टिंग ब्लड ग्लुकोज के स्तर में सुधार आता है।

कैसे करें इस्तेमाल

अश्वगंधा का इस्तेमाल कई अलग-अलग तरीके से किया जा सकता है। 2020 की एक स्टडी के मुताबिक, पाउडर के रूप में अश्वगंधा का सेवन ज्यादा फायदेमंद होता है। ये न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर और कैंसर से बचाता है। वहीं इसका पेस्ट लगाने से जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत मिलती है।

अश्वगंधा घृत को घी में मिलाकर खाने से इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण और बढ़ जाते हैं। टाइप 2 डायबिटीज के लिए अश्वगंधा की जड़ और पत्तियों के अर्क को एक प्रभावी इलाज के तौर पर देखा जाता है। पाउडर के रूप में अश्वगंधा ब्लड ग्लुकोज को कम करता है और यूरिन कॉन्संट्रेशन भी बढ़ाता है। इसके अलावा वजन को कंट्रोल कर, सही डाइट, एक्सरसाइज और डॉक्टर की बताई दवाओं के जरिए भी डायबिटीज की बीमारी को कंट्रोल में रखा जा सकता है।