कहीं आपको भी पेट की ये समस्याएं तो नहीं, ऐसे सुधारें अपने पाचन को

पाचन एक एक जटिल प्रक्रिया है। विज्ञान के अनुसार जब हम कोई भोजन या पदार्थ खाते हैं तो उस चीज़ का पाचन हमारे मुँह से ही शुरू हो जाता है। पाचन क्रिया एक लंबी प्रक्रिया है जो भोजन को चबाने से लेकर मल त्याग तक होती है। यदि पाचन प्रक्रिया सही से न हो तो ऐसे में शरीर में काफी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। पाचन से संबंधित कुछ समस्याएं जैसे कब्ज, दस्त, उल्टी, एसिडिटी इत्यादि पाचन के सही से ना होने के कारण शरीर में हो जाती हैं। आज के अपने इस लेख में हम पाचन संबंधी समस्याओं के बारे में चर्चा करेंगे। तो आइए अपनी चर्चा को आगे बढ़ाते हैं।

कब्ज की समस्या होना

कब्ज की समस्या व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकती है। कब्ज होने पर व्यक्ति को मल त्याग करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जब शरीर में भोजन सही ढंग से पच नहीं पाता है तो ऐसे में कब्ज की समस्या उत्पन्न हो सकती है। कब्ज की समस्या के कुछ और भी विशिष्ट कारण हैं जैसे- अत्यधिक मसालेदार भोजन का सेवन, अधपका मांस खाना, ज्यादा मीठे पदार्थों का सेवन, समय पर भोजन न करना आदि।

अल्सर (पेट में घाव होना)

अल्सर एक प्रकार घाव है जो पेट तथा आंतों में हो सकता है। यह मुख्य रूप से भोजन के सही प्रकार से न पचने के कारण उत्पन्न होता है। पेट और आंतों में अल्सर होने के कई कारण हो सकते है। जैसे- अत्यधिक मसालेदार भोजन का लगातार सेवन, कॉफी तथा चाय का अत्यधिक सेवन, जंक फूड तथा कोल्ड ड्रिंक का सेवन, हरी सब्जियों का कम सेवन करना।अल्सर से जूझ रहे व्यक्ति को पेट तथा आंतों में दर्द की समस्या होती है। ऐसे व्यक्ति को कभी कभी उल्टी भी महसूस होती है।

एसिडिटी (पेट में गैस बनना)

व्यक्ति द्वारा अत्यधिक अम्लीय भोजन करने से एसिडिटी हो सकती है। पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मात्रा के अधिक हो जाने से भी पेट में एसिडिटी बन जाती है है। जब हम मसालेदार भोजन, कोल्ड ड्रिंक तथा चाय का अत्यधिक सेवन करने लगते हैं तो ऐसे में हमें एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसी एसिडिटी से पीड़ित व्यक्ति को अजीब सी डकारें आती है जिन्हें खट्टी डकारें भी कहते हैं। इसी के साथ साथ व्यक्ति के पेट तथा सीने व गले में जलन भी होती है। एसिडिटी के कारण गैस भी हो सकती है।

दस्त होना

कई बार स्वाद के कारण हमें भोजन की मात्रा का अंदाजा नहीं रहता है और हम जरूरत से ज्यादा भोजन कर लेते है। अत्यधिक मात्रा में भोजन कर लेने से दस्त की समस्या हो सकती है। कई बार ऐसा देखा जाता है कि यदि हमारे घर में हमारी मन पसंद कोई चीज़ बनी है तो हम उसे अत्यधिक मात्रा में और कई बार खा लेते हैं। इससे ना सिर्फ हमें खट्टी डकारें आती हैं बल्कि पाचन भी बिगड़ जाता है। पाचन के सही से ना होने के कारण व्यक्ति को दस्त की समस्या हो सकती है। दस्त से पीड़ित व्यक्ति को बार बार मलत्याग के लिए जाना पड़ता है। इसके कारण व्यक्ति के शरीर में पानी की भी काफ़ी कमी हो सकती है साथ ही व्यक्ति को कमजोरी भी महसूस होती है।

ये अपनाए उपाय

- पाचन संबंधी समस्याएं इसलिए जन्म लेती हैं क्योंकि हमारा आहार सही नहीं होता है। यदि हम अपने आहार में पोषण से भरपूर चीज़ों को शामिल करें तो ऐसे में पाचन प्रक्रिया में कोई दिक्कत पैदा नहीं होती। इसके लिए हमें अपने आहार में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, मिनरल्स इत्यादि की एक निश्चित मात्रा का ही सेवन करना चाहिए। हमारे शरीर के लिए ये सारे ही पोषक तत्व जरूरी है लेकिन याद रखें इनकी निश्चित मात्रा का ही सेवन होना चाहिए।

- यदि आप अपने आहार में हरी सब्जियों को नहीं खाते हैं तो ऐसे में आपको पाचन संबंधी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। हरी सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं जो ना सिर्फ़ पाचन को सही करती हैं बल्कि शरीर को स्वस्थ भी बनाती हैं।

- यदि आप जंक फ़ूड जैसे बर्गर, पिज़्ज़ा, कोल्ड ड्रिंक, चाऊमीन या चाय का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो आपको कब्ज और एसिडिटी हो सकती है। इन चीज़ों को अपने आहार से दूर करें और पाचन संबंधी समस्याओं से बचें।

- जिन लोगों को कब्ज की समस्या है उन्हें ऐसे फल खाने चाहिए जिसमें फाइबर की मात्रा पाई जाती है। इसके लिए आम तथा संतरा खाया जा सकता है। इसी के साथ साथ पाचन संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए मौसमी फलों का सेवन किया जा सकता है।

- भरपूर पानी का सेवन करें। पानी की कमी से एसिडिटी की समस्या हो सकती है। प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में व्यायाम तथा कोई फिजिकल एक्टिविटी भी करें। इससे शरीर में पाचन तो सुदृढ़ बनता ही है और इसी के साथ साथ शरीर में कैलोरी की सही से खपत हो पाती है।