इस बदलते मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी हैं क्योंकि इस दौरान वायरल संक्रमण का डर ज्यादा रहता हैं। कई बैक्टीरिया एवं वायरस आपके शरीर को अपना शिकार बना लेते हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि शरीर की इम्यूनिटी बनी रहे और बिमारियों से अपना बचाव किया जा सकें। इसलिए आज हम आपके लिए औषधीय गुणों से भरपूर गिलोय से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं जो कई बिमारियों का इलाज बनता हैं। तो आइये जानते हैं गिलोय के बारे में।
- अगर आपकी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो तो आपको बदलते मौसम में अक्सर सर्दी-जुकाम या खांसी हो जाती है या फिर आपको जल्दी बुखार हो जाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय अचूक औषधि है। गिलोय का जूस पीने से हमारा शरीर कई तरह की बीमारियों में सुरक्षा देता है।
- गिलोय को अमृता या गुडुची भी कहा जाता है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये हमारे शरीर को फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में सहायता करते हैं और हमारे शरीर की कोशिकाओं को स्वस्थ रखते हैं। गिलोय अक्सर होने वाले बुखार से छुटकारा दिला सकता है। आयुर्वेद के जानकार बताते हैं, इसी कारण इसका इस्तेमाल डेंगू, मलेरिया और फ्लू जैसी बीमारियों में भी किया जाता है।
- गिलोय का सेवन हमारे पेट से जुड़ी समस्याओं में भी होता है। यह हमारी पाचन क्रिया को ठीक करता है और कब्ज से भी राहत देता है। गिलोय डायबिटीज में भी फायदेमंद है। यह दरअसल हाइपोग्लाइसेमिक यौगिक के रूप में काम करती है और टाइप 2 डायबिटीज के इलाज में मददगार है।
- अस्थमा के कारण सीने में जकड़न, सांस लेने में तकलीफ और खांसी में भी इसका सेवन फायदेमंद है। इसके साथ ही यह हमें मानसिक तनाव से भी राहत देता है। शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर कर यह हमारी याद्दाश्त बढ़ाती है। गठिया के मरीजों को भी गिलोय का जूस पीने की सलाह दी जाती है।