इन 7 संकेतों से जानें कहीं आपकी हड्डियां तो नहीं हो रही कमजोर, जरा सी लापरवाही पड़ सकती है भारी

जन्म के समय शरीर में 300 हड्डियां होती हैं लेकिन मृत्यु के समय तक शरीर में सिर्फ 206 बचती हैं। हड्डियों का घनत्व 30 की उम्र तक बढ़ता है। इसके बाद व्यायाम न करने, कैल्शियम की कमी से डेंसिटी कम होती जाती है। हड्डियां शरीर की बनावट बनाए रखने के साथ-साथ मासंपेशियों को भी सही रखती हैं और कई अंगो की रक्षा भी करती हैं। हड्डियों में कोलेजन टिश्यूज प्रोटीन होता है जो खुद को हमेशा जीवंत और प्रगतिशील बनाए रखता है। ये शरीर में इतनी तेजी से खुद-ब-खुद बनता व बढ़ता रहता है कि आने वाले सात साल में हमें एक नया कंकाल मिल सकता है। हड्डियों के कमजोर होने पर ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो जाती है और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में कुछ संकेत जो यह बताते है कि आपकी हड्डियां कमजोर हो रही हैं और आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए...

मसूड़ों का कमजोर होना

हड्डियों के कमजोर होने से मसूड़ों में परेशानियां शुरू हो जाती है। जबड़े की हड्डी दांतों पर पकड़ बनाए रखती है और एक उम्र के बाद अन्य हड्डियों की तरह ये भी कमजोर होने लगती है। जबड़े की हड्डी टूटने से मसूड़े में से दांत बाहर आने लगते हैं या अलग भी हो सकते हैं। जबड़े कमजोर होने से दांत खराब भी हो सकते हैं।

पकड़ कमजोर होना

हाथों की पकड़ और कलाई, रीढ़ और कूल्हे के हड्डियों के घनत्व के बीच एक संबंध पाया गया है। पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं पर हाल ही में की गई एक स्टडी में पूरे शरीर में हड्डियों के घनत्व को जानने के लिए हाथों की पकड़ की मजबूती सबसे जरूरी फिजिकल टेस्ट माना गया।

कमजोर और टूटते नाखून

शरीर में कैल्शियम और कोलेजन की वजह से नाखून बार-बार टूटते हैं। ये दोनों पोषक तत्व मजबूत हड्डियों के लिए बहुत जरूरी माने जाते हैं। कमजोर नाखून को एक शुरुआती संकेत के तौर पर देखा जा सकता है जो बताते हैं कि आपकी हड्डियों को इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की बेहद जरूरत है।

हड्डियों में दर्द

विटामिन डी, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम सहित कुछ विटामिन और मिनरल्स हड्डियों के लिए जरुरी होते है। इनकी कमी की वजह से शरीर में ऐंठन, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द हो सकता है। अगर शरीर में इन विटामिन और मिनरल्स की लगातार कमी रहती है तो आगे चलकर इससे हड्डियों को नुकसान हो सकता है।

शरीर झुक जाना

शरीर आगे की तरफ झूकना कमजोर हड्डियों का शुरुआती लक्षण हो सकता है। बिना ज्यादा भार के अगर आपकी रीढ़ की हड्डी झुक जाती है तो संभव है कि आपकी हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो गई हैं।

फिटनेस में कमी

अगर आपकी फिटनेस में गिरावट आ रही है तो हो सकता है कि आपकी हड्डियों के घनत्व में कमी आ रही हो। स्टडी से पता चला है कि वजन कम करने वाली कसरत से हड्डियों को नुकसान कम होता है और ये कैल्शियम और हड्डी बनाने वाली कोशिकाओं के जरिए मजबूत हड्डी बनाते हैं।

दिल का तेजी से धड़कना

दिल धड़कने की औसतन दर 60 और 100 बीट्स प्रति मिनट के बीच की है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना कि प्रति मिनट 80 बीट्स से अधिक पल्स रेट होने से हिप, पेल्विस और स्पाइन फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। lifeberrys हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है।)