शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हर पोषक तत्व की आपूर्ति होना बहुत जरूरी हैं। इन्हीं पोषक तत्वों में महवपूर्ण हैं कैल्शियम जिसकी कमी की वजह से दांत दर्द, जोड़ों में दर्द और कमजोर हड्डियों से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। शरीर में कैल्शियम की भरपाई करने के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन की सलाह दी जाती हैं, लेकिन कई लोग हैं जिन्हें डेयरी प्रोडक्ट्स से एलर्जी होती हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे नॉन डेयरी प्रोडक्ट्स की जानकारी लेकर आए हैं जो कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत हैं जिनका सेवन किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
सोयाबीनसोयाबीन में बहुत अधिक मात्रा में यानी कि दूध के बराबर ही कैल्शियम होता है इसलिए इसे दूध के सब्स्टीट्यूट के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। जो लोग दूध नहीं पीते अगर वो रोजाना सोयाबीन का सेवन करें तो उनकी हड्डियां कमजोर नहीं होती हैं।
गुड़गुड़ भी कैल्शियम और फास्फोरस का अच्छा स्त्रोत है लेकिन इसका ज्यादा मात्रा में सेवन हानिकारक भी हो सकता है। इसलिए आप इसे रात को खाना खाने के बाद थोड़ा-सा खाएं। इससे आपको कैल्शियम भी मिल जाएगा और आपका पाचन तंत्र भी ठीक रहेगा।
ओटमीलओटमील में कैल्शियम के साथ प्रोटीन और फाइबर भी होता है, जोकि आपकी भूख को कंट्रोल करके वजन बढ़ने से रोकता है। इसके साथ ही यह शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है।
टमाटरटमाटर में विटामिन के और कैल्शियम बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। इसलिए रोजाना टमाटर को अपनी डाइट में शामिल जरूर करना चाहिए । टमाटर हड्डियों को तो मजबूत बनाता है साथ ही शरीर में कैल्शियम की कमी को भी पूरा करता है।
भिंडीसब्जियां खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभप्रद है। भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसमें कैल्शयम के साथ एंटीऑक्सिडेंट्स गुण भी होते हैं। हफ्ते में सिर्फ 2 बार इसका सेवन आपको दांतो को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है साथ ही हड्डियां भी मजबूत बनाता है।
सूखे मेवे
सूखे मेवे जैसे काजू, बादाम, अखरोट और मूंगफली में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है, जोकि हड्डियों को स्ट्रांग करने के साथ शरीर की कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन ई और एंटीऑक्सि़डेंट्स गुण त्वचा और बालों को पोषण देते हैं।
अंजीरअंजीर भी कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है। इसके नियमित सेवन से हड्डियों से संबंधित बीमारियां तो दूर होती हैं साथ ही यह हड्डियों के विकास के लिए भी अति आवश्यक है।