मौजूदा समय में अगर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना है तो सफाई का ध्यान रखना बेहद जरुरी है। ऐसे में अपने हाथों को अच्छी तरह दिन में कई बार साबुन से 20-30 सैकंड तक साफ करे। इसके अलावा आप सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते है ऐसे में ध्यान रहे सैनिटाइजर 70% अल्कोहल वाला होना चाहिए। जैसा की हम सभी जानते है कि कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है ऐसे में घरों से बाहर निकलना वर्जित है। हालाकि, बेहद ही ज्यादा जरुरी काम में आप घर से बाहर निकल सकते है ऐसे में घर से निकलते वक्त अपने मुंह पर मास्क लगाना न भूलें। इन सब सावधानियों के बीच भी हमारी ये 5 बूरी आदतें हमें कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
स्मोकिंगसिगरेट या अन्य तरह का धूम्रपान मोटापे, मादक द्रव्यों के सेवन, संक्रामक रोगों और यातायात दुर्घटनाओं के मुकाबले लोगों को अधिक मारता है। सिगरेट या बीड़ी के धुएं में सबसे हानिकारक रसायनों में से कुछ निकोटीन, टार, कार्बन मोनोऑक्साइड, हाइड्रोजन साइनाइड, फॉर्मलाडीहाइड, आर्सेनिक, अमोनिया, सीसा, बेंजीन, ब्यूटेन, कैडमियम, हेक्सामाइन, टोल्यूनि आदि हैं। ये रसायन धूम्रपान करने वालों और उनके आसपास वालों के लिए हानिकारक होते हैं। धूम्रपान करने से फेफड़ों पर सीधा असर पड़ता है। द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडीसिन में प्रकाशित एक पेपर के लिए चीन में 1,099 कोरोना मरीजों का अध्ययन किया गया। स्टडी में सामने आया कि स्मोकर्स की आईसीयू में भर्ती होने, सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने और यहां तक कि मरने की आशंका स्मोकिंग न करने वालों की तुलना में तीन गुना ज्यादा है।
पब्लिक हेल्थ चैरिटी एश के चीफ एग्जिक्यूटिव देबोराह आरनॉट सलाह देती हैं कि जो लोग ज़्यादा धूम्रपान करते हैं तो उन्हें ख़तरे को कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ देना चाहिए। वह कहती हैं, ''धूम्रपान करने वालों को श्वसन संबंधी संक्रमण होने की ज़्यादा आशंका होती है। उन्हें धूम्रपान न करने वालों के मुक़ाबले निमोनिया होने का ख़तरा दुगना होता है। धूम्रपान छोड़ना आपको कई तरह से मदद कर सकता है। कोरोना वायरस की इस समस्या से प्रेरणा लेते हुए हालात गंभीर होने से पहले धूम्रपान छोड़ दें।''
मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल की एक रिपोर्ट के मुताबिक तंबाकू एस2 नाम का ऐसा एंजाइम बढ़ाता है, जो कोविड-19 वायरस को फेफड़ों के सेल्स से चिपकने में मदद कर सकता है।
शराब पीनाशराब का सेवन आपकी रोग प्रतिरोधी क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में आपको कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। फेफड़ों में सिलिया नाम का एक हिस्सा होता है, जो सांस लेने के लिए हवा का रास्ता साफ रखता है और उसे म्यूकस व धूल से बचाता है। शराब इसे नुकसान पहुंचाती है। हालाकि, कोरोना वायरस के संक्रमण के साथ ही ऐसे अफवाहें भी फेल रही है कि एल्कोहल पीने से या शरीर पर छिड़कने से कोरोना से बचा जा सकता है। लेकिन डब्ल्यूएचओ ने इन सब बातों को गलत बताया है। अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (एनसीबीआई) के मुताबिक शराब का ज्यादा सेवन न्यूमोनिया की आशंका बढ़ाता है।
कम नींदकम नींद भी आपको कोरोना वायरस से संक्रमित कर सकती है। वाशिंगटन यूनिवर्सिटी का एक अध्ययन में पाया है कि अगर आप पूरी नींद नहीं लेते है तो इसका असर आपके इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। वहीं यूके के नेशनल हेल्थ सर्विस का एक अध्ययन भी बताता है कि 7 घंटे से ज्यादा सोने वालों की तुलना में 5 घंटे से कम सोने वालों में जुकाम होने की आशंका 4।5 गुना ज्यादा है। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान भी अपना बेडटाइम न बदलें। कैफीन (कॉफी), एल्कोहल और सोने से तुरंत पहले खाने से बचें। बिस्तर पर लेटने से पहले टीवी और मोबाइल जैसी स्क्रीन्स से दूरी बना लें।
नाखून चबानानाखून चबाना कई लोगों की आदत में शामिल है। घबराहट में या आमतौर पर भी जब खाली बैठे हो तो कई लोग नाखून चबाने लगते है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि नाखून भी आपको संक्रमित कर सकता है। वेबएमडी की मेडिकल एडिटर डॉ नेहा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि अगर लंबे नाखून हैं तो आपका 20 सेकंड हाथ धोना भी बेकार जा सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक दरअसल कोरोना वायरस की साइज लगभग 125 नैनोमीटर है। इतने आकार का वायरस नाखून के अंदर और यहां तक कि उखड़ते हुए नेल पॉलिश की दरारों में भी रह सकता है। यहां से खाना खाते समय या चेहरे को छूने से वायरस आपके शरीर के अंदर भी जा सकता है। इसके अलावा वायरस नाखूनों से निकलकर विभिन्न सतहों पर भी फैल सकता है। ऐसे में अब क्या करना चाहिए तो इसके लिए सबसे पहले अपने लंबे नाखूनों को छोटा कर ले। महामारी के इस समय में नाखून बिल्कुल छोटे ही रखें। हाथ धोते समय, इन्हें अच्छे से धोएं।
चेहरा छूने से जुड़ीं इन आदतों से भी बचेंबार-बार बालों में हाथ फेरनाबालों में बार-बार हाथ फेरना भी आपको कोरोना से संक्रमित कर सकता है। बता दे,
वायरस के कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटों तक बालों में रह सकता है। हाथ फेरने पर यह बालों से हाथ और फिर चेहरे तक जा सकता है। इसके साथ ही दाढ़ी में हाथ फेरना भी आपके लिए घातक साबित हो सकता है। यही वजह है कि यूके में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े पुरुषों को क्लीन शेव में रहने की सलाह दी जा रही है।
नाखून से दांत साफ करनाजैसा कि बताया गया है कि नाखून भी वायरस के कैरियर हो सकते हैं, इसलिए इनसे दांत साफ करने की आदत से बचना चाहिए। आप चाहें तो प्लॉस इस्तेमाल कर सकते हैं।
पिंपल्स फोड़नापिंपल्स फोड़ना यानी चेहरे को हाथ लगाना। इससे कोरोना वायरस के फैलने की आशंका बढ़ सकती है।
नाक में उंगली डालना उंगली से नाक साफ करने से उंगली तो गंदी होती ही है, साथ ही आपके आसपास भी गंदगी फैलती है। उंगली से नाक साफ करने से नाक में इंफेक्शन फैल सकता है। दरअसल, उंगली के नाखून आपके नाक के ऊतकों में छोटे-छोटे कट्स पैदा कर सकते हैं, जिससे संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। 2006 में हुए एक अध्ययन में पाया गया है, कि जो लोग नाक में उंगली डालते हैं, उनमें स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus) को प्रवेश करने का बढिय़ा मौका मिल जाता है। आपको बता दें, कि यह एक ऐसा जीवाणु है, जो संक्रमण पैदा करने के लिए जिम्मेदार है। बलगम धूल, बैक्टीरिया और वायरस को जल्दी पकड़ता है। अगर आप अपनी नाक में उंगली डालते हैं, तो ये कीटाणु आपके अंदर प्रवेश कर सकते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है, कि नाक में उंगली डालने से बैक्टीरिया फैल सकते हैं, जो बड़ी मात्रा में निमोनिया के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसे में अगर आप अपनी उंगली को बार-बार नाक में डालते है तो कोरोना वायरस के फैलने की आशंका बढ़ सकती है।
आंखों को छूना अगर आप बार-बार अपनी आंखों पर हाथ लगाते है तो भी आप कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार हो सकते है। यह वायरस आंखों के जरिए भी आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है।