पानी का सीधा असर आपके स्वास्थ्य पर पड़ता हैं। अगर पानी दूषित है तो वह स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता हैं। भारत में दूषित पानी की वजह से कई मौतें होती हैं। पेट से जुडी अधिकांश बीमारिया पानी की खराबी की वजह से ही होती हैं। पीने के पानी की स्वच्छता के मामले में यदि कोई असावधानी होती है तो कई तरह के रोग शरीर को घेरने में देर नहीं लगाते। अगर पानी में स्वछता नहीं होगी तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं दूषित पानी से होने वाले रोगों के बारे में ताकि इनके लक्षण जानकर आप तत्काल पानी में सुधार ला सकें। तो आइये जानते हैं कौनसे रोग दूषित पानी की वजह से होते हैं।
* डायरिया भारत में डायरिया प्रदूषित पानी से होने वाली एक प्रचलित रोग है जिससे ज्यादा बच्चे प्रभावित होते हैं। डायरिया दूषित भोजन और पीने के पानी के माध्यम से फैलता है। दिन में यदि हमें तीन या इससे अधिक बार हमें पतला दस्त आता है, तो यह डायरिया की तरफ इशारा करता है। डायरिया होने पर हमारे शरीर में पानी की कमी आने लगती है, जिसके कारण हमें डिहाइड्रेशन हो जाता है, जो हमारे लिए किसी भयानक बीमारी से कम नहीं है।
* टाइफाइड टाइफाइड सल्मोनेला नामक एक बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है। यह बैक्टीरिया प्रदूषित पेय व खाद्य पदार्थो के सेवन से आंतों में जाकर वहां से रक्त में पहुंच जाता है। यह बहुत ही गंभीर बीमारी है। अगर समय रहते पकड़ में आ जाए तो एंटीबायोटिक्स देने से ठीक हो जाता है। लेकिन टाइफाइड आमतौर पर समय पर पकड़ में नहीं आता। शुरू में तो मामूली बुखार लगता है जिसे अकसर अनदेखा कर देते हैं। कई बार पता ही नहीं चलता कि बच्चों को बुखार है, लेकिन यह बुखार अंदर ही अंदर पनप रहा होता है।
* हैजा हैजा भी दूषित पानी से होने वाली एक बीमारी है जिससे भारत में हर साल हजारों लोग शिकार होते हैं। वैसे हैजा रोग विबियो कोलेरी नामक बैक्टीरिया से फैलता है। यह गर्मियों के अन्त में या वर्षा ऋतु के शुरू में फैलता है। अगर इसका सही समय पर इलाज ना किया जाए तो ये जानलेवा साबित हो सकता है। दूषित पानी के अलावा हैजा दूषित भोजन और दूध एवं दूध के उत्पाद, कटे हुए फल, साग-सब्जियां के कारण भी फैलता है। इसके लक्षणों में रोगी को दस्त होने लगता है और प्यास बहुत लगती है।
* जापानी बुखार जापानी इन्सेफेलाइटिस एक पानी से संबंधित बीमारी है जो मच्छरों के कारण होता है। इसे हम जापानी बुखार के नाम से भी जानते है। यह रोग विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और कम प्रतिरक्षा क्षमता वाले कमजोर व्यक्तियों में ज्यादा होता है। इन्सेफेलाइटिस के सामान्य लक्षणों की बात करें तो इनमें बुखार का होना, हमेशा सिरदर्द की शिकायत, भूख न लगना, कमजोरी सा लगना और बीमारी जैसे कई अनुभव होना भी शामिल हैं।