कैंसर की बीमारी बच्चों को भी परेशान कर रही हैं। कैंसर के विभिन्न प्रकार हैं जिनमे से कुछ ऐसे हैं जो ज्यादातार बच्चों को परेशान करते हैं और उनके लिए घातक होते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बच्चों को होने वाले कुछ ऐसे ही कैंसर और उनके लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकर समय रहते डॉक्टर्स से संपर्क साधा जा सकता हैं और उचित इलाज लिया जा सकता हैं। शीघ्र निदान और शीघ्र देखभाल से बच्चे काे सामान्य जीवन दिया जा सकता है।
ल्यूकेमिया कैंसर
ल्यूकेमिया बच्चाें में हाेने वाला सबसे सामान्य कैंसर है। यह बाेनमैराे यानी अस्थिमज्जा का कैंसर हाेता है। 2-4 साल तक के बच्चे इसकी चपेट में अधिक आते हैं। इस कैंसर के शुरुआती लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करने पर बच्चे काे ठीक किया जा सकता है।
ल्यूकेमिया के लक्षण
- थकान और कमजाेरी
- लंबे समय तक बुखार
- रक्तस्त्राव
- पेट, गर्दन और बगल में दर्द
- भूख कम लगना
- वजन कम हाेना
- जाेड़ाें में दर्द हाेना
लिम्फाेमा कैंसर
लिम्फाेमा कैंसर के शुरुआती लक्षण दिखने पर तुंरत इलाज की जरूरत हाेती है। लिम्फाेमा कैंसर तेजी से फैलता है। यह दाे तरह का हाेता है- हॉजकिन्स लिम्फाेमा और नॉन-हॉजकिन्स लिम्फाेमा। हॉजकिन्स लिम्फाेमा बच्चाें और वयस्काें दाेनाें में देखने काे मिलता है। वहीं नॉन-हॉजकिन्स लिम्फाेमा कम उम्र के बच्चाें में ज्यादा देखने काे मिलता है।
लिम्फाेमा कैंसर के लक्षण
- लिम्फ नाेड्स में सूजन
- वजन कम हाेना
- कमजाेरी
- बुखार
सीएनएस कैंसर
डॉक्टर किरण तमखाने कहते हैं कि बच्चाें में सीएनएस कैंसर भी बेहद सामान्य हाेता है। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का कैंसर हाेता है। मस्तिष्क और रीढ़ के अंदर की नस मिलकर सीएनएस बनाते हैं। सीएनएस कैंसर बेहद गंभीर हाेता है, इसका समय पर इलाज बहुत जरूरी हाेता है। सीएनएस कैंसर, कैंसर वाले और बिना कैंसर वाले हाे सकते हैं।
सीएनएस कैंसर के लक्षण
- सिरदर्द
- बेहाेशी
- मूत्राशय पर नियंत्रण न रहना
- तंत्रिका तंत्र में सूजन
- धुंधली दृष्टि
- सुन्नपन
- उल्टी
- संतुलन में समस्या