डायबिटीज के मरीज भूलकर भी न करें इन 10 फलों का सेवन, फायदे की जगह उठाना पड़ सकता है नुकसान

डायबिटीज होने कि सबसे बड़ी समस्या ही हमारी खराब जीवनशैली है। ये शरीर में सिर्फ शुगर के लेवल का स्तर नहीं बढ़ाता बल्कि इसके साथ ही ढेरों समस्याएं खड़ी कर देता है। मधुमेह से पीड़ित लोग अपने खान-पान में भले ही चीनी और इससे बनी मिठाइयों का सेवन न करते हों लेकिन फलों का सेवन भी डायबिटीज मरीज को नुकसान पहुंचा सकते है। ऐसे में अगर डायबिटीज के पेशेंट हो और फलों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहते है तो हम आपको कुछ ऐसे फलों के बारे में बताने जा रहे जिनसे आपको दूरी बनानी चाहिए। एक्सपर्ट्स के अनुसार, कुछ फल डायबिटीज वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकते हैं लिहाजा इनका सेवन करने से बचना चाहिए।

तरबूज

तरबूज एक मीठा फल है। इसमें नैचुरल शुगर भी भारी मात्रा पाई जाती है। डायबिटीज के मरीजों को तरबूज के सेवन से बचना चाहिए। तरबूज ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने का काम करता है। तरबूज में पानी और डाइटरी फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। लेकिन इसे अधिक मात्रा में खाने से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। तरबूज में सोर्बिटोल नामक शुगर कंपाउंड होता है जिसके कारण दस्त, पेट फूलना, गैस जैसी पाचन संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती है।

खजूर

डायबिटीज के मरीज रोजाना 10 प्रतिशत कैलोरी ले सकते हैं। इससे अधिक कैलोरी गेन करना ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। वहीं, एक खजूर का वजन 7 ग्राम होता है और एक खजूर में 20 कैलोरीज होती है। अतः डायबिटीज के मरीजों को महज स्वाद के लिए खजूर खाना चाहिए। अगर दिनभर में एक खजूर खाते हैं, तो शाम में 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।

अनानास

अनानास डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छा विकल्प नहीं है। अनानास एक मध्यम जीआई वाला फल है। कम जीआई (ग्लाइसेमिक इंडेक्स) वाले खाद्य पदार्थ मधुमेह रोगियों के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं। हाई कार्ब ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं। अधिकांश डायबिटीज रोगी ब्लड शुगर में बड़े उतार-चढ़ाव से बचने के लिए खाने में कम कार्ब लेते है। हालांकि, अनानास में कम मात्रा में कार्ब्स होते हैं। अनानास फाइबर में समृद्ध होता है जो आपको अधिक समय तक भरा रख सकता है और शुगर के अवशोषण को धीमा कर सकता है लेकिन मध्यम जीआई स्कोर इसे ब्लड शुगर लेवल के अनुकूल नहीं बनाता है। मधुमेह रोगियों को फलों का जूस पीने से बचना चाहिए, एक गिलास जूस तैयार करने के लिए आपको अधिक फल की आवश्यकता होती है जिसका अर्थ है ज्यादा शुगर का इंटेक करना।

केला

केले में जितने भी तरह के कार्बोहाइट्रेड पाए जाते हैं, वह शुगर का ही एक प्रकार होते हैं। यही वजह है कि केला काफी मीठा होता है। केले में दो ऐसे तत्व होते हैं, जो इसे खाने पर ब्लड शूगर को कंट्रोल में रख सकते हैं, बशर्ते ये देखें कि केला कितना पका है और इसका आकार कितना बड़ा है। केला अच्छा फल होने के बावजूद कार्बोहाइड्रेट और शूगर दोनों ही ज्यादा मात्रा में होते हैं, ये दोनों ऐसी चीजें हैं, जो ब्लड शूगर का स्तर बढ़ाती हैं। लेकिन इसमें फाइबर और स्टार्च भी होता है जो पाचन को धीमा करता है। केले का ब्लड शूगर पर प्रभाव इस पर निर्भर है कि ये कितना पका है। पीले ये पके हुए केले में हरे के मुकाबले बहुत कम प्रतिरोधी स्टार्च होता है और शूगर ज्यादा, जो जल्दी पच जाता है और उसकी शूगर खून में एब्जार्ब हो जाती है।

अनार

अनार बेहद फायदेमंद फल है जो शरीर में खून बनाने का काम करता है। लेकिन अनार में प्राकृतिक रूप से भी चीनी की मात्रा काफी अधिक होती है। एक मीडियम साइज के अनार में करीब 40 ग्राम शुगर होता है। इसलिए डायबीटीज के मरीजों को अनार का सेवन नहीं करना चाहिए। एक कप अंगूर खाने पर शरीर में 23 ग्राम शुगर जाती है। अगर आप डायबीटीज के मरीज हैं तो इस फल को सीमित मात्रा में खाना ही आपके लिए बेहतर है।

लीची

लीची भी हाई शुगर लेवल वाले फ्रूट्स में से एक है। एक कप लीची में 29 ग्राम नैचरल शुगर होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हुए तबीयत खराब कर सकती है।

चीकू

चीकू में शुगर लेवल बहुत अधिक होता है। इसके सेवन से ब्लड में शुगर अचानक बढ़ सकती है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को अधिक समस्या हो सकती है। चीकू में कैलोरी भी बहुत अधिक मात्रा में पाई जाती है जो शुगर लेवल बढ़ाने में जिम्मेदार होती है। ऐसे में डायबिटीज मरीजों को चीकू का फल या इसका जूस लेने से बचना चाहिए।

आम

आम का सेवन तभी करना चाहिए। जब, आपका ब्लड शुगर लेवल कम हो। ब्लड शुगर हाई होने पर आम खाने से बचना चाहिए। डायबिटीज़ में पोर्शन या मात्रा का ख्याल रखना ही ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने का नियम है। इसीलिए, एक बार में पूरा आम चट करने का लालच ना करें। आम का एक टुकड़ा ही खाएं। डायबिटिक्स को ऐसे आम खाने से बचना चाहिए जो, बहुत अधिक पके हों। दरअसल, बहुत ज़्यादा पके हुए आम में शक्कर की मात्रा बहुत अधिक होती है।

अंगूर

अंगूर में नेचुरल शुगर की मात्रा अधिक होती है। एक कप अंगूर में करीब 23 ग्राम शुगर होती है, इसलिए शुगर के मरीजों को अंगूर खाने से बचना चाहिए। अगर फिर अभी आप अंगूर का सेवन करना चाहते है तो इसकी मात्रा कम रख सकते है।

चेरी

चेरी में भी शुगर की मात्रा अधिक होती है, जिससे की ब्लड शुगर बढ़ जाता है। चेरी में 8 ग्राम शुगर होता है, इसलिए डायबिटीज के मरीज चेरी का सेवन भी कम से कम करें।