गले की खराश से परेशान हैं तो आज ही आजमाए ये 10 आयुर्वेदिक उपाय, जल्द मिलेगी राहत

गले की खराश एक आम समस्या हैं जो किसी भी मौसम में हो सकती हैं। गर्मियों के इन दिनों में ठंडा पानी पीने या पसीने में पानी पीने से भी यह समस्या हो जाती हैं। गले में खराश या संक्रमण होने पर खाना निगलने या पानी पीने में कठिनाई होने लगती है और हल्का-हल्का दर्द होने लगता है। वैसे तो ये परेशानी अपनेआप ठीक हो जाती हैं और इसके लिए किसी एलोपैथिक दावा को लेने की जरूरत नहीं हैं। फिर भी ज्यादा तकलीफ हो तो आप आयुर्वेदिक नुस्खें अपना सकते हैं जो सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही आयुर्वेदिक उपाय बताने जा रहे हैं जो गले की खराश से जल्द राहत दिलाने का काम करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...

नमक वाले गुनगुने पानी से गरारा

गले में अगर खराश हो तो नमक के गुनगुने पानी से गरारा करना काफी पुराना उपाय है। दरअसल नमक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो गले की खराश को आसानी से दूर कर सकता है। इसके लिए आप एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक मिलाएं और दिन में 3 से 4 बार गरारे करें। आपको राहत मिलेगी।

मुलेठी

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का कहना है कि मुलेठी गले के बहुत फायदेमंद होती है। गले में खराश होने पर मुलेठी का छोटा सा टुकड़ा मुंह में डालकर धीमे-धीमे देर तक चूसते रहें। ऐसा करने से गले में होने वाले दर्द से जल्दी राहत मिलती है। इसके अलावा आप मुलेठी चूर्ण का भी उपयोग कर सकते हैं।

सेब का सिरका

गले की खराश से जन्में बैक्टीरिया को खत्म करने में सेव का सिरका काफी फायदेमंद होता है। एक चम्मच एप्पल विनेगर को अपनी हर्बल चाय में मिलाकर पीने से और एक चम्मच विनेगर को ही पानी में मिलाकर गरारे करने से खांसी की समस्या भी ठीक हो सकती है।

गाजर

गले में खराश की समस्या तो वैसे किसी भी मौसम में हो सकती है लेकिन सर्दियों में इसके होने की संभावना ज्यादा रहती है। गले में खराश होने या दर्द होने पर आप गाजर का सेवन कर सकते हैं। गाजर में मौजूद पौष्टिक तत्व गले की खराश को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं। इसके लिए रोजाना एक या दो गाजर खाएं या फिर इसका जूस बनाकर पिएं।

लौंग

लौंग गले की खराश को शांत करने के लिए सबसे पसंदीदा घरेलू उपचारों में से एक है। लौंग का एक टुकड़ा और थोड़ा सा सेंधा नमक लें। इनका एक साथ सेवन करें। ये आपको थोड़े समय में किसी भी प्रकार के गले के दर्द से छुटकारा पाने में मदद करेगा, क्योंकि ये संयोजन सूजन को दूर करने में मदद करता है।

काली मिर्च के साथ मिश्री

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार काली मिर्च गले की खराश, खांसी या जुकाम के इलाज में बहुत उपयोगी होती है। अगर इसका सेवन मिश्री के साथ किया जाये तो इसके फायदे और बढ़ जाते हैं। काली मिर्च पाउडर और मिश्री की बराबर मात्रा लें और इसे मिलाकर एक बंद डिब्बे में रख लें। गले में खराश होने पर इसकी थोड़ी सी मात्रा का सेवन दिन में दो-तीन बार करें। इसे खाने के बाद अगले आधे घंटे तक पानी ना पिएं। इससे गले की खराश और दर्द से बहुत जल्दी आराम मिलता है।

शहद

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि शहद कई गुणों से भरपूर होता है। गले की खराश दूर करने का यह एक अचूक उपाय है। दिन में दो बार एक-एक चम्मच शहद का सेवन करें और साथ में हल्का गुनगुना पानी भी पिएं। ऐसा करने से गले का दर्द जल्दी ठीक हो जाता है। खासतौर पर अगर जुकाम की वजह से गले में खराश है तो शहद का सेवन और भी उपयोगी है।

अदरक का काढ़ा

अदरक के कुछ टुकड़ों को छील लें और इसके बाद इसके पानी में डालकर देर तक उबलने दें। जब पानी आधा बचे तो समझ जाएँ कि आपका काढ़ा तैयार हो चुका है। गले की खराश या गले में दर्द होने पर इस काढ़े का सेवन करें। दिन भर में दो से तीन बार इसे पीना गले के लिए बहुत फायदेमंद होता है।


काली इलायची

काली इलायची गले की खराश को ठीक करने के लिए अद्भुत तरीके से काम करती है। ये एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध है और सर्दी के मौसम में सूखी खांसी और गले से संबंधित अन्य समस्याओं से निपटने में मदद कर सकती है।

पान के पत्ते

अगर आपके गले में खराश है और बोलने में भी कठिनाई हो रही है तो ऐसे में पान के पत्ते से आपको काफी राहत मिल सकती है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, पान के हरे पत्ते के साथ मिश्री मिलाकर चबाने से गला बैठने या आवाज न निकलने की समस्या से आराम मिलता है साथ ही गले की खराश भी दूर होती है।