कावड़ यात्रा को सावन मास से शुरू किया जाता है। इस मास मे भक्तजन भोले की भक्ति मे मग्न होकर पवित्र स्थान से जल लेकर शिवजी का अभिषेक करते है। इस यात्रा को पैदल ही पूरा करते है। इस यात्रा को करने का भी अपना ही महत्व है की इस यात्रा को करने से शिवजी को प्रसन्न करके मनोइच्छाओ की पूर्ति की जा सकती। जब इस यात्रा में पवित्र गंगाजल लेकर शिवजी के मंदिर की और बढ़ा जाता है तो लोग जयकारो के साथ भक्ति में लीन होकर 'बोल बम, ताडक बम', जयकारा वीरबजरंगी का, हर हर महादेव, ॐ नमः शिवाय, आदि जयकारे लगाते हुए इस यात्रा को पूरा करते है। यात्रा अगर लम्बी होती है तो इस यात्रा के दौरान कुछ ऐसी चीज़े होती है जो हमे साथ में ले जाना जरूरी होता है। इन सामान के बगैर इस यात्रा में परेशानी आ जाती है। तो आइये जानते है इन आवश्यक सामानो के बारे में....
1. जब आप इस यात्रा पर जा रहे हो तो दवाई का डिब्बा जरूर साथ में रखे क्यों की जब इतनी दूर से यात्रा कर रहे हो तो पेरो में छाले हो जाते है जो चलने में दिक़्क़त करते है। तो इसलिए दवाई का डिब्बा साथ में लेकर चले।
2. रात में भी यात्रा चल रही है तो साथ में एक छोटा सा टॉर्च रखे जो अँधेरे में आपकी सहायता करेगा।
3. सावन मौसम यानि बरसात का मौसम। इस यात्रा के दौरान एक अलग से ड्रेस साथ में रखे जिससे आप भीगे तो दूसरी ड्रेस को बदल सके।
4. इस यात्रा में नंगे पाँव चलना होता है। लेकिन कई लोग जूते का भी उपयोग करते है तो ऐसे में आरामदायक जूतों को ही साथ में ले जिससे चलने में परेशानी न हो।
5. इस यात्रा के दौरान एक अलग से मोटा कपडे साथ में ले ले ताकी जब आप जल लेकर कंधे पर रखकर चलेंगे तो चलते समय कंधे पर दर्द न हो।