आपकी ज्वेलरी देगी आपको यूनिक लुक, जानिए किस तरह

त्योहारों का समय चल रहा हैं थोड़े समय बाद नवरात्री और दिवाली का त्योहार आने वाला हैं। ऐसे में महिलाओं को सबसे ज्यादा चिंता होती हैं कि किस तरह से वे तैयार हो और अपने आप को खूबसूरत और सुन्दर दिखा सकें। इसमें आपको मदद करते हैं आपके आभूषण। जी हाँ, महिलाओं पर आभूषण उनका रूप निखारने और उनको आकर्षक दिखाने के काम आता हैं। इसलिए अज हम आपके लिए कुछ बेहतरीन ज्वैलरी लेकर आए हैं जो आपको त्योहार के दिनों में यूनिक लुक देंगी। तो आइये जानते हैं इसके बारे में....

* अफगानी ज्वेलरी

इस वर्ष की दुर्गा पूजा के लिए यह सबसे आधुनिक ज्वेलरी है। यह न केवल आधुनिक है बल्कि विविधता पूर्ण भी है। यह ज्वेलरी पारंपरिक व आधुनिक दोनों तरह के कपड़ों के साथ पहनी जा सकती है। यह बहुत उत्तम दर्जे की होती है और भारी भी नहीं होती। इस पूजा के दौरान इन्हें अवश्य पहनना चाहिए।

* ट्राइबल ज्वेलरी (आदिवासी ज्वेलरी)

ट्राइबल ज्वेलरी किसी भी बंगाली के लिए प्रिय ज्वेलरी होती है। वे बोहेमियन तरीके या शांतिनिकेतन पद्धति से तैयार होते समय इस तरह की ज्वेलरी पहनते हैं। शांतिनिकेतन शैली वह शैली है जिसका उपयोग टैगोर की रचनाओं की प्रस्तुति के समय किया जाता है। अधिकाँश बंगाली महिलायें शांतिनिकेतन या रबिन्द्रिक शैली का उपयोग करती हैं। दुर्गा पूजा के समय ट्राइबल ज्वेलरी बहुत पसंद की जाती है और इसका फैशन कभी भी ख़त्म नहीं होता।

* टेराकोटा ज्वेलरी

टेराकोटा ज्वेलरी की कला बंगाल की प्राचीन परंपरा है जो जली हुई मिट्टी से बनाई जाती है। यह कला का एक शानदार स्वरुप है और महिलाओं को टेराकोटा की ज्वेलरी पहनना पसंद होता है। इस वर्ष के दुर्गा पूजा के दौरान इससे बने हुए आभूषण बहुत लोकप्रिय रहेंगे। आप अपनी बोहेमियन या पारंपरिक शैली के साथ टेराकोटा की ज्वेलरी पहन सकते हैं। ये रंगबिरंगी होती है और बहुत सुंदर भी होती हैं।

* डोकरा ज्वेलरी

ढोकरा या डोकरा आदिवासी कला का ही एक रूप है और यह बंगाल में लोकप्रिय है। डोकरा ज्वेलरी मुख्य रूप से ढोकरा डामर आदिवासियों द्वारा पहनी जाती है जो बंगाल के पारंपरिक धातु कर्मकार थे। डोकरा ज्वेलरी साड़ी, स्कर्ट और सलवार के साथ अच्छी दिखती हैं। ये बहुत सस्ती होती हैं और इस साल इनके बिना दुर्गा पूजा अधूरी होगी।

* फेदर्स

ये सभी को पसंद होती है क्योंकि ये हल्की होती हैं और ये बहुत से रंगों में मिलती हैं। ये नीरस लुक में भी रंग भर देती हैं। ये पारंपरिक और पश्चिमी दोनों तरह के कपड़ों के साथ पहनी जा सकती है। सबेहे उम्र की महिलायें इस ज्वेलरी को पहन सकती हैं।