मोहनलाल की दमदार थ्रिलर ओटीटी पर मचा रही धमाल, 2 घंटे 43 मिनट तक बांधकर रखती है ‘थुडारम’

क्या कोई फिल्म आपको पूरे 2 घंटे 43 मिनट तक आपकी सीट से हिलने तक न दे? साउथ सुपरस्टार मोहनलाल की थुडारम (Thudarum) एक ऐसी ही फिल्म है, जो सस्पेंस, इमोशन और थ्रिल के दम पर दर्शकों का दिल जीत रही है। सिनेमाघरों में रिकॉर्डतोड़ कमाई के बाद अब यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म पर धूम मचा रही है। आइए जानते हैं, क्या है इस फिल्म की खासियत और इसे कहां देखा जा सकता है।

कहानी का मूल नाभिक


थुडारम की शुरुआत होती है एक ड्राइवर और उसकी कार से जुड़े अनोखे रिश्ते से। मोहनलाल इस ड्राइवर की भूमिका में हैं, जो अपनी कार से बेहद भावनात्मक लगाव रखता है। लेकिन जब उसकी कार चोरी हो जाती है, तब एक आम चोरी की घटना, एक असाधारण और थ्रिलर यात्रा की शुरुआत बन जाती है।

जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, दर्शक समझ पाते हैं कि ये केवल कार चोरी की कहानी नहीं है, बल्कि एक व्यक्ति के अतीत में दफन रहस्य, अपराध और रिश्तों की परतें खुलती जा रही हैं। हर मोड़ पर कहानी एक नया सस्पेंस लेकर आती है, जो दर्शक को बांधे रखती है।

मोहनलाल की दमदार वापसी

2025 में बॉक्स ऑफिस पर कई फिल्में आईं, लेकिन थुडारम उनमें से सबसे अलग रही। मोहनलाल ने अपनी गहराई से भरी परफॉर्मेंस से एक बार फिर साबित किया कि वे क्यों साउथ सिनेमा के सबसे भरोसेमंद सितारों में से एक हैं।

उनका किरदार एक तरफ भावुक है, तो दूसरी तरफ अपराध और रहस्यों की दुनिया में कदम रखने को मजबूर इंसान भी। यह संतुलन वे बखूबी निभाते हैं।

तकनीकी पक्ष और सिनेमैटोग्राफी

फिल्म की सिनेमैटोग्राफी और बैकग्राउंड म्यूज़िक इसे एक अलग ही स्तर पर ले जाते हैं। कैमरे का काम इतना प्रभावशाली है कि हर फ्रेम एक कहानी कहता है। वहीं, संगीत हर दृश्य के इमोशन को और भी ज्यादा असरदार बनाता है।

ओटीटी पर उपलब्धता

थुडारम को अब आप ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो हॉटस्टार पर देख सकते हैं। यह फिल्म 30 मई से हिंदी भाषा में स्ट्रीमिंग पर उपलब्ध है।

सिनेमाघरों में फिल्म ने जबरदस्त प्रदर्शन किया — भारत में 121 करोड़ रुपये और ग्लोबल बॉक्स ऑफिस पर 235 करोड़ रुपये की कमाई कर यह 2025 की टॉप साउथ फिल्मों में शामिल हो चुकी है।

क्यों देखनी चाहिए ‘थुडारम’?

मोहनलाल की परिपक्व और दमदार अभिनय क्षमता


थुडारम का सबसे बड़ा आकर्षण मोहनलाल का अभिनय है। वह ऐसे किरदार में नजर आते हैं, जो गहराई, पीड़ा और संघर्ष से भरा हुआ है। हर भाव, हर दृश्य में उनका अभिनय इतना सटीक है कि दर्शक खुद को कहानी से जुड़ा हुआ महसूस करता है। चाहे वह अपने अतीत की परतें खोलता हुआ किरदार हो या वर्तमान में लड़ता हुआ व्यक्ति, मोहनलाल का प्रदर्शन हर क्षण पर असर छोड़ता है।

एक ऐसी कहानी जो रहस्य के साथ दिल को भी छूती है


फिल्म की कहानी केवल एक रहस्यमयी चोरी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दिल को छू जाने वाले इमोशनल पहलुओं को भी उजागर करती है। जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, दर्शक को यह समझ आता है कि ये कहानी सिर्फ बाहरी घटनाओं की नहीं, बल्कि आंतरिक जद्दोजहद और बीते हुए कल से जुड़े दर्द की भी है। यह कहानी रिश्तों, पछतावे और आत्म-मंथन की परतों को धीरे-धीरे खोलती है।

इमोशनल गहराई के साथ थ्रिल और एक्शन का बेहतरीन संतुलन

थुडारम में भावनाओं और थ्रिल का अनोखा संतुलन है। जहां एक ओर कहानी में रहस्य और सस्पेंस बना रहता है, वहीं दूसरी ओर उसमें इंसानियत, भावनाएं और आत्मीयता भी गहराई से मौजूद है। फिल्म का एक्शन न तो अत्यधिक है और न ही दिखावे के लिए, बल्कि कहानी की जरूरत के अनुसार प्रस्तुत किया गया है, जिससे इसका प्रभाव और भी सशक्त हो जाता है।

शानदार सिनेमैटोग्राफी और साउंड डिज़ाइन


थुडारम की सिनेमैटोग्राफी फिल्म को विज़ुअली एक अलग मुकाम पर पहुंचाती है। हर फ्रेम को इतनी खूबसूरती और संजीदगी से शूट किया गया है कि वह कहानी को ज़ुबान दे देता है। इसके साथ ही बैकग्राउंड म्यूजिक और साउंड डिज़ाइन इतने प्रभावशाली हैं कि दर्शक खुद को फिल्म की दुनिया में डूबा हुआ पाता है। हर सीन में साउंड और विजुअल्स का मेल दर्शक की भावनाओं को छू जाता है।

कुल मिलाकर, थुडारम एक ऐसी फिल्म है जो मनोरंजन से कहीं बढ़कर है — यह एक अनुभव है, जो आपको सोचने पर मजबूर करता है, भावनाओं से जोड़ता है और अंत तक बांधे रखता है।

अगर आप एक ऐसी फिल्म तलाश रहे हैं जो सिर्फ टाइम पास न हो, बल्कि सोचने पर मजबूर कर दे, तो थुडारम आपकी वॉचलिस्ट में जरूर होनी चाहिए। यह फिल्म क्राइम थ्रिलर के साथ-साथ एक इमोशनल सफर भी है — जो आपको अंदर तक हिला कर रख देती है।