डॉ हाथी को याद कर नम हुईं बबिता जी की आंखें, बोलीं- 'उनके बात करने का तरीका बेहद क्यूट था और वो सबके शुभचिंतक थे'

हाल ही में 2500 एपिसोड्स पूरे करने वाले टीवी सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के डॉ हंसराज हाथी का सोमवार को निधन हो गया। उनके निधन से शो की पूरी कास्ट सदमे में है। शो की शूटिंग भी रोक दी गई है। शो में बबिता जी का रोल निभाने वाली मुनमुन दत्ता ने कवि कुमार आजाद यानी डॉ हाथी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने फेसबुक पर उनकी कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'हम आपको कुछ ऐसे याद करते हैं और हमेशा करते रहेंगे।' मुनमुन लिखती हैं, 'हमेशा खुश रहने वाले इंसान, जो सुबह-सुबह मुस्कुराकर सबको अभिवादन करते थे। हम दूर बैठे आपका गाना सुना करते थे। उनके बात करने का तरीका बेहद क्यूट था और वो सबके शुभचिंतक थे। हर हालात में वो मुस्कुराते रहते थे। आज हमें कैसा लग रहा है ये शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। सेट पर आज सभी की आंखों में आंसू हैं। ये हमारे लिए एक बड़ा झटका है। हमने कल ही साथ में शूटिंग की थी। हम उस आखिरी लम्हे काे याद कर रहे हैं। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे हाथी भाई। आप उन नेकदिल लोगों में से एक थे, जिन्हें मैंने इस जिंदगी में जाना। मैं खुशकिस्मत थी कि आपसे मुलाकात हुई। मेरे साथ स्पेशल सिंधी परांठा शेयर करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। मैं सदमे में हूं।'

बता दें कि डॉ हाथी की सिर्फ 37 साल के थे। डॉ हाथी के बारे में शो में भिड़े का रो निभाने वाले मंदार चांदवड़कर ने कहा, 'उन्होंने अपना सारा काम खत्म कर दुनिया को अलविदा कहा। वो कुछ भी अधूरा नहीं छोड़ते थे। सही मायने में अब वो आजाद हो गए हैं।' 'सोमवार सुबह ही हम सभी को फिल्मसिटी में एक सीक्वेंस शूट करना था। फिर पता चला कि आजाद की तबीयत खराब है तो हम उनके बिना ही शूटिंग में आगे बढ़ गए। वो मेरे बेहद करीब थे। वो हमेशा मुझसे पूछते थे आज टिफिन में क्या लाए हो। उन्हें खाने का बहुत शौक था।'