
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर है। इस खौफनाक हमले में 26 बेगुनाह लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस दर्दनाक घटना की कड़ी निंदा देशभर में हो रही है, जिसमें बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ भी पीछे नहीं हैं। इसी बीच अभिनेता सुनील शेट्टी ने भी एक सशक्त संदेश देकर सभी से एकजुट रहने की अपील की है। हाल ही में लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार 2025 समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने ये बातें कहीं।
कश्मीर था, है और रहेगा हमारा – सुनील शेट्टीसुनील शेट्टी ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा, हमारे लिए मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। परमेश्वर सब कुछ देख रहा है और उचित जवाब देगा। इस समय जरूरत है कि हम सभी भारतीय एकजुट रहें। हमें उन ताकतों के जाल में नहीं फँसना चाहिए जो डर और नफरत फैलाने का प्रयास कर रही हैं। हमें एकता के साथ ये दिखाना है कि कश्मीर न तो किसी और का था और न होगा — वो हमेशा से हमारा था, है और रहेगा। इस दिशा में हमारी सेना, हमारे नेता और हर नागरिक का योगदान जरूरी है।
सुनील शेट्टी ने लोगों से कश्मीर को अपनी अगली छुट्टियों का गंतव्य बनाने की अपील की। उन्होंने कहा, हमें नागरिक के रूप में एक बड़ा कदम उठाना होगा। हमें तय करना चाहिए कि अगली छुट्टियां हम सिर्फ कश्मीर में ही बिताएंगे। हमें डर नहीं है और हम ये दुनिया को दिखा देंगे कि हम भयभीत नहीं हैं।
कश्मीर के अधिकारियों से की बातचीतअभिनेता ने आगे बताया कि हमले के बाद उन्होंने खुद कश्मीर के अधिकारियों से बातचीत की। सुनील शेट्टी ने कहा, 'मैंने व्यक्तिगत रूप से वहां फोन कर बात की और कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम वहां पर्यटक बनकर, कलाकार बनकर, या शूटिंग के लिए जरूर आएंगे। वहां के मासूम बच्चों की कोई गलती नहीं है और हमें उनका साथ देना होगा।'
बॉलीवुड सेलेब्स ने भी जताया आक्रोशइस आतंकी हमले पर बॉलीवुड के कई दिग्गजों ने भी दुख और गुस्से का इज़हार किया है। इनमें सलमान खान, शाहरुख खान, सिद्धार्थ मल्होत्रा, सोनू सूद, अनुपम खेर, कैटरीना कैफ, आलिया भट्ट, प्रियंका चोपड़ा और अल्लू अर्जुन जैसे सितारे शामिल हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया और मीडिया चैनलों के ज़रिए हमले की कड़ी निंदा की।
हमले की पूरी घटना22 अप्रैल को मंगलवार के दिन दोपहर में पहलगाम में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकियों ने पर्यटकों के एक समूह पर अचानक गोलीबारी कर दी। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF), जो लश्कर का एक हिस्सा है, ने इस क्रूर हमले की जिम्मेदारी ली है।