
एक्टर सूरज पंचोली ने हाल ही रिलीज हुई फिल्म ‘केसरी वीर’ के साथ लंबे समय बाद एक्टिंग की दुनिया में वापसी की है। फिल्म में सुनील शेट्टी और विवेक ओबेरॉय भी हैं। हालांकि फिल्म को अच्छा रिस्पोंस नहीं मिला और यह फ्लॉप साबित हुई। इसे जल्द ही सिनेमाघरों से उतारा जा सकता है। इस बीच सूरज ने एक पॉडकास्ट में बताया कि पॉडकास्ट में शामिल होने के लिए बॉलीवुड एक्टर्स बड़ी फीस वसूलते हैं। सूरज ने हिंदी रश के साथ बातचीत में कहा कि मैंने सुना है कुछ एक्टर्स हैं जो पॉडकास्ट में आने के लिए 30 लाख रुपए चार्ज करते हैं। क्या यह सच है? मैं यह इसलिए पूछ रहा हूं क्योंकि मैं इस पॉडकास्ट में फ्री में आया हूं।
इसके बाद सूरज ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मुझे 30 लाख नहीं तो कम से कम 30 हजार ही दे देना। इसके बाद पॉडकास्टर ने बताया कि अब चीज ठीक इसके उलट हो गई है, तो सूरज ने कहा कि हां मैंने भी सुना है, जिनकी अच्छी व्यूअरशिप होती है एक्टर्स उनके पॉडकास्ट में जाने के लिए खुद खर्च करने को तैयार होते हैं। सूरज ने कहा कि वे नाम नहीं लेंगे लेकिन उनके पास भी ऐसे ऑफर आए थे। इसके बाद पॉडकास्टर्स कहते हैं कि आपको ठीक पता है 25 से 30 लाख। इस पर सूरज कहते हैं, पर भाई वो व्यूरशिप भी तो देते हैं आपको।
तो मुझे लगता है कि अपने पेज को बढ़ाने में उनकी मेहनत है, तो क्यों नहीं। सूरज ने कहा कि व्यूअरशिप तो है। इसके बाद सूरज ने लकी बिष्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि आज हर किसी को पता है कि वो कौन हैं। लकी मेरे काफी अच्छे दोस्त हैं। सूरज ने चुटकी लेते हुए कहा कि लकी पॉडकास्ट में जाने के 30 लाख लेते हैं। सूरज ने बॉलीवुड में 2015 में फिल्म ‘हीरो’ से डेब्यू किया था, जिसमें उनके साथ अथिया शेट्टी नजर आई थीं। इसके बाद वे ‘टाइम टू डांस’ में दिखाई दिए, जिसमें कैटरीना कैफ की बहन इसाबेल कैफ भी थीं।
मेरे पास तकिया भी नहीं था, मैं अखबार पर सोता था : सूरज पंचोलीसूरज ने इंटरव्यू में उस कड़वे दौर को याद किया जब उन्हें एक्ट्रेस जिया खान आत्महत्या मामले में गिरफ्तार कर आर्थर रोड जेल भेजा गया था। सूरज ने कहा कि उस समय मैं सिर्फ़ 21 साल का था। मुझे जेल भेजा गया और 'अंडा सेल' यानी एकांत कारावास में डाल दिया गया। मैं उसी सेल में था जिसमें उन्होंने 26/11 के हमलावर अजमल कसाब को रखा गया था। उन्होंने मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया जैसे मैंने कोई आतंकवादी हमला किया हो। मेरे पास तकिया भी नहीं था, मैं अखबार पर सोता था।
उन्होंने मेरे साथ ऐसा सुलूक किया जैसे मैं किसी भयंकर अपराध का दोषी हूं। मैं अतिशयोक्ति नहीं कर रहा हूं। चार-पांच साल बाद जाकर मुझे समझ में आया कि मैं किस दर्दनाक दौर से गुजरा था। उस समय तो सब कुछ जैसे किसी डरावने सपने जैसा लग रहा था। जब कोई ऐसा मामला सामने आता है, तो लोग संवेदनशीलता खो बैठते हैं। सबने मुझे एक अपराधी की तरह देखा। लोगों ने मेरी चुप्पी को मेरी गलती मान लिया लेकिन मुझे भी वक्त चाहिए था खुद को समझने और संभालने के लिए।
बता दें 'निशब्द' और 'गजनी' जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं जिया 3 जून 2013 को मुंबई स्थित घर में मृत पाई गईं। वहां से सुसाइड नोट बरामद हुआ जिसमें उन्होंने सूरज पर कई आरोप लगाए थे। इसके बाद सूरज को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। साल 2023 में सूरज को इस मामले में सभी आरोपों से बरी कर दिया गया।