जाने माने फिल्म अभिनेता, निर्माता निर्देशक, लेखक पुनीत इस्सर आगामी माह अपने जीवन के 58 वसंत पूरे करने जा रहे हैं। वर्ष 1974 में बतौर सहायक निर्देशक फिल्मों में पर्दापण करने वाले पुनीत इस्सर दर्शकों की नजरों में तब वास्तविक खलनायक बने जब उनके एक घूंसे ने अमिताभ बच्चन की जिन्दगी को दांव पर लगा दिया था। अपनी पहली फिल्म से विवादों में आए इस अभिनेता ने 1983 से 2017 के मध्य तक कुल मिलाकर 250 फिल्मों में अभिनय किया है, जिनमें से 150 फिल्में हिन्दी और 100 अन्य भाषाओं की हैं।
30 वर्ष की लम्बी तपस्या के बाद वर्ष 2004 में उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म ‘गर्व: प्राइड एण्ड ऑनर’ आई, जिसमें उन्होंने सलमान खान और अरबाज खान को निर्देशित किया था। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरूआत की थी, जिसके चलते इसे औसत से ऊपर अर्थात सफल फिल्म घोषित किया था। वैसे इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं है कि यदि सलमान खान की यह फिल्म आज के दौर में प्रदर्शित होती तो निश्चित रूप से 300 करोड से ऊपर का कारोबार करने में सफल होती।
1974 में ‘सौदा’ नामक फिल्म से बतौर सहायक निर्देशक शुरूआत करने वाले पुनीत इस्सर ने अपने निर्देशकीय सफर में सर्वाधिक अमिताभ बच्चन को निर्देशित किया है। 1983 में ‘कुली’ से परदे पर खलनायक बने पुनीत इस्सर ने अस्सी के दशक में राष्ट्रीय चैनल दूरदर्शन पर अपनी अदाकारी से दर्शकों को अपना दीवाना बना रखा था। वर्ष 1988 से 1990 के बीच उन्होंने रवि चोपडा निर्देशित और बी.आर. चोपडा निर्मित कालजयी धारावाहिक ‘महाभारत’ में दुर्योधन के किरदार को जीवंत किया था। उस वक्त दर्शकों की जुबान पर उनके द्वारा बोले गए संवाद और अभिनय की तारीफ हुआ करती थी। ‘महाभारत’ की लोकप्रियता ने उन्हें फिल्में इतना ज्यादा व्यस्त किया कि 3 वर्ष तक उन्होंने किसी भी टीवी शो में काम नहीं किया। टीवी की दुनिया में उन्होंने 1993 में फिर वापसी की जो लगातार सात वर्ष तक चली। इन सात सालों में उन्होंने विभिन्न चैनलों के 8 धारावाहिकों में काम किया। इनमें दो धारावाहिक ‘हिन्दुस्तानी’ और ‘जय माता की’ ऐसे रहे जिनका निर्देशन पुनीत ने किया।
ऐसा नहीं है कि 2000 के बाद उन्होंने टीवी कार्यक्रमों या फिल्मों में काम नहीं किया, काम तो किया लेकिन ज्यादातर दक्षिण भारतीय फिल्मों में जहां उन्होंने खलनायक के साथ-साथ पिता, भाई, दादा आदि चरित्र भूमिकाएँ अभिनीत कीं। टीवी की दुनिया में उन्हें फिर से दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनाया वर्ष 2014 में बिग ब्रदर के भारतीय संस्करण बिग बॉस-8 ने, जहां वे सबसे बड़ी उम्र के प्रतिभागी थे। 56 वर्षीय पुनीत इस्सर बिग बॉस के घर से निष्कासित होने आखिरी सदस्य थे। उन्होंने बिग बॉस के घर में 105 दिन बिताये, जहां वे अन्तिम 7 प्रतिभागियों में शामिल थे। उनका निष्कासन उस सीजन का अन्तिम निष्कासन था।
अब तक तीन फिल्मों और दो धारावाहिकों का निर्देशन करने वाले पुनीत इस्सर ट्रेंड मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स और कुंगफू, कराटे, बॉक्सिंग के ज्ञाता हैं। 58 वर्ष की उम्र में भी उन्होंने अपने शारीरिक सौष्ठव को बनाए रखा है जिसके चलते कई बार वे दक्षिण के युवा सुपर सितारों के सामने खलनायक के रूप में खड़े नजर आते हैं। हालांकि उन्हें हिन्दी फिल्मों में चरित्र भूमिकाएँ ही मिलती हैं। अपने 43 साल लंबे करियर में वे अब तक 250 फिल्मों, 21 टीवी सीरियल में काम कर चुके हैं।