सोहा ने कहा-मुश्किलभरी परिस्थितियों से गुजरे हैं हम, मां के हुआ था लंग कैंसर, भाई के साथ हो सकता था और भी बुरा

गुजरे जमाने की दिग्गज एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर और दिवंगत क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की बेटी और सैफ अली खान की बहन सोहा अली खान सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं। सोहा ने भी कुछ फिल्में की हैं, लेकिन उन्हें उतनी सफलता नहीं मिली जितनी उनकी मां और भाई को मिली। सोहा जल्द ही नुसरत भरूचा के साथ फिल्म ‘छोरी 2’ में दिखाई देंगी। इसमें उनका खतरनाक डरावना रोल है। इस बीच सोहा ने नयनदीप रक्षित के यूट्यूब चैनल के साथ बातचीत में अपनी जिंदगी में आई कठिन परिस्थितियों के बारे में बात की।

सोहा ने कहा कि मैंने परिवार के कई लोगों को खोया है। हम मुश्किलभरी परिस्थितियों से गुजरे हैं। सब गुजरते हैं। मेरी मां, वह उन बहुत कम लोगों में से हैं जिन्हें लंग कैंसर स्टेज जीरो पर डायग्नोस हुआ था। कोई कीमोथेरपी वगैरह नहीं करनी पड़ी। मेरी मां ने मेडिकल साइंस की मदद से लंग कैंसर को मात दी है। लंग्स के जिस हिस्से में कैंसर जैसी बीमारी फैली थी, उसे काटकर निकाला जा चुका है। भगवान की कृपा से अब वो ठीक हैं और स्वस्थ हैं। मैं खुशकिस्मत रही हूं।

जब मेरे पिता का निधन हुआ तो हमें उनके साथ वक्त गुजारने का मौका मिल गया था। सब बहुत जल्दी-जल्दी हुआ लेकिन हमें फिर भी 3 सप्ताह मिल गए थे। सोहा, सैफ पर हुए हमले पर बोलीं कि भाई के साथ और भी बुरा हो सकता था। 2 मिलीमीटर का फर्क होता तो वह कमर के नीचे से पैरालाइज्ड हो जाते। अगर हम इन सबको इस नजरिये से देखें तो ऊपर वाले की कृपा है। सोहा की शादी एक्टर कुणाल खेमू से हुई है। उनके एक बेटी इनाया है।

उल्लेखनीय है कि शर्मिला ने साल 2023 में ‘कॉफी विद करण’ में अपने कैंसर के बारे में बात की थी। करण ने बताया था कि वे ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में शबाना आजमी की जगह उन्हें लेना चाहते थे। तब शर्मिला ने बताया था कि कोविड था, उनके वैक्सीन नहीं लगी थी और कैंसर के बाद कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे।

पापा ने क्रिकेट सिर्फ एंजॉयमेंट के लिए खेला : सोहा अली खान

सोहा ने अपने पेरेंट्स की लाइफ से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें शेयर कीं। सोहा ने कहा कि हम अकसर उन्हीं लोगों से इंस्पायर होते हैं जो हमारे आस-पास होते हैं। मेरे लिए वो इंसान मेरे पापा थे। जब मैं पैदा हुई, तब तक वो रिटायर हो चुके थे। उन्होंने क्रिकेट सिर्फ एंजॉयमेंट के लिए खेला। उस टाइम ना IPL था, ना एडवर्टाइजमेंट, कुछ नहीं था। उस दौर में क्रिकेट में पैसा ही नहीं होता था। हमारे घर में कमाने वाली मम्मी थीं। पापा हमेशा कहते थे कि वही करना जो तुम्हें खुश रखे।

मैंने मम्मी को देखा कि शादी के बाद भी उन्होंने अपने दिल की सुनी। वो 24 की उम्र में शादी कर चुकी थीं। उस टाइम पर एक्ट्रेस की शादी का मतलब होता था कि करिअर खत्म, लेकिन मम्मी ने शादी के बाद भी काम किया और अपनी कुछ सबसे बड़ी हिट फिल्में उसी वक्त दीं। बता दें कि शर्मिला और मंसूर की शादी साल 1968 में हुई थी। उस वक्त ये शादी काफी चर्चा में रही थी, क्योंकि ये इंटर-फेथ शादी थी। साल 2011 में मंसूर का निधन हो गया था।