हाल ही में कोरियोग्राफर व फिल्ममेकर फराह खान और डायरेक्टर साजिद खान की मां मेनका ईरानी ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। मेनका ने निधन से दो सप्ताह पहले ही अपना 79वां जन्मदिन मनाया था। मेनका की तबीयत लंबे समय से खराब थी और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्होंने 26 जुलाई को अंतिम सांस ली थी। मेनका के निधन से साजिद बुरी तरह से टूट गए हैं। पिता के बाद मां को भी खोकर उन्हें खुद को संभाल पाना मुश्किल हो रहा है।
फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज साजिद और फराह की हिम्मत बढ़ाने और उनकी मां की आत्मा की शांति की दुआ करने के लिए प्रेयर मीट में पहुंचे थे। मां के निधन के बाद से ही भाई-बहन ने सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी। अब 9 दिन बाद साजिद ने अपने दिल का हाल बयां किया है। उन्होंने एक पोस्ट शेयर की है। उनकी इस इमोशनल पोस्ट को देखकर फैंस भी भावुक हुए जा रहे हैं। साजिद ने मां के साथ बचपन की एक फोटो शेयर की है। साथ ही कैप्शन में लिखा, “अभी भी यकीन नहीं होता कि आप चली गईं। हमेशा आपसे प्यार करूंगा मम्मी।”
साजिद ने पोस्ट के कमेंट सेक्शन को लिमिटेड कर दिया है, जिससे कोई भी वहां कमेंट नहीं कर सकता। इससे पहले फराह ने मां के 79वें बर्थडे पर फोटो शेयर करते हुए लिखा था, “हम सभी अपनी मां को हल्के में लेते हैं। खासकर मैं, पिछले महीने मुझे पता चला कि मैं अपनी मां से कितना प्यार करती हूं। मैंने अब तक सबसे स्ट्रॉन्ग और सबसे बहादुर उन्हीं को देखा है। कई सर्जरी के बाद भी उनका सेंस ऑफ ह्यूमर बरकरार है। हैप्पी बर्थडे मां।
आज घर वापस आने का अच्छा दिन है। मैं आपके साथ फिर से लड़ने के लिए इंतजार नहीं कर सकती। आई लव यू।” साजिद ने भी यही फोटो शेयर कर मां को विश किया था। बता दें मेनका, डेजी और हनी ईरानी की बहन थीं। उन्होंने सलमान खान के पिता दिग्गज लेखक सलीम खान की साल 1963 की फिल्म ‘बचपन’ में बतौर एक्ट्रेस काम किया था। इसके बाद उन्होंने कामरान खान से शादी कर ली थी।
सेट पर सभी के बीच कम्युनिकेशन की कमी थी : जेसन शाहसंजय लीला भंसाली की पहली वेब सीरीज 'हीरामंडी : द डायमंड बाजार' 1 मई को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई थी। इसमें कई दिग्गज स्टार्स को साथ काम करने का मौका मिला। इसमें ब्रिटिश ऑफिसर ‘कार्टराइट’ का किरदार निभाने वाले एक्टर जेसन शाह एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। जेसन ने भंसाली पर नाराजगी जताई है। जेसन ने इनसाइड द माइंड विद ऋषभ पॉडकास्ट में बताया कि उन्हें इस सीरीज में सही से काम करने का मौका नहीं मिल पाया।
वो बहुत कुछ कहना चाहते थे, लेकिन कह नहीं पाए क्योंकि फिर उन्हें ट्रबलमेकर का टैग दे दिया जाता। जेसन ने कहा कि ये भंसाली का पहला मौका था जब उन्होंने किसी वेब सीरीज में काम किया। फिल्म में काम करना और सीरीज में काम करना दोनों काफी अलग है। वेब सीरीज थोड़ी फैली हुई होती है। इसमें कई एपिसोड होतो हैं। वेब सीरीज कम समय में नहीं बनती और भंसाली इतना डायरेक्शन भी नहीं कर रहे थे। मेरे साथ दूसरे डायरेक्टर्स भी थे।
हम और भी अच्छा काम कर सकते थे। मुझे लगता है कि उन सीन्स में इतनी कैपेबिलिटी थी, लेकिन काम नहीं किया गया। सेट पर सभी के बीच कम्युनिकेशन की कमी थी। अगर मुझे तराशने की गुंजाइश होती, तो मैं अपने किरदार के साथ और भी बहुत कुछ कर सकता था जो नहीं हुआ। अगर आप बेन किंग्सले के साथ गांधी को देखते हैं, तो वे वास्तव में दिखाते हैं कि रेसिज्म कितनी दूर तक जा सकता है। एक व्यक्ति जो अपने को समझता है और दूसरे इंसान के बीच लड़ाई चल रही है।