साउथ इंडियन एक्ट्रेस साई पल्लवी (32) पिछले काफी समय से ‘रामायण’ फिल्म को लेकर सुर्खियां बटोर रही हैं। इसमें साई को ‘सीता माता’ का रोल निभाने का मौका मिलेगा। उनके अपोजिट रणबीर कपूर हैं, जिन्हें श्रीराम की भूमिका निभाते देखा जाएगा। पिछले दिनों साई और रणबीर की फिल्म के सेट से तस्वीरें भी वायरल हुई थीं। बहरहाल साई अपनी पर्सनल लाइफ के कारण भी चर्चाओं में आ गई हैं।
कहा जा रहा है कि साई एक शादीशुदा एक्टर को डेट कर रही हैं। ना सिर्फ वो शादीशुदा है बल्कि उनके दो बच्चे भी हैं। सिने जोश की रिपोर्ट के अनुसार साई के इस अफेयर ने सभी को चौंका दिया है। फैंस इससे हैरान हैं। साई की तरफ से अभी तक इस खबर को लेकर किसी तरह की कोई रिएक्शन सामने नहीं आई है। ऐसा पहली बार नहीं जब साई की पर्सनल लाइफ खबरों में हैं। इससे पहले भी उनके अफेयर को लेकर खबरें सोशल मीडिया पर वायरल थीं।
साई के वर्कफ्रंट पर नजर डालें तो इन दिनों वह अपकमिंग फिल्म ‘थंडेल’ की शूटिंग में बिजी हैं। इसमें वह एक्टर नागा चैतन्य संग नजर आएंगी। इससे पहले दोनों को फिल्म ‘लव स्टोरी’ में साथ देखा गया था। ‘प्रेमम’ फिल्म से दिल जीतने के बाद साई ने तमिल और तेलुगु सहित अन्य भाषाओं में कदम रखा और पूरे दक्षिण भारत में अपने दर्शकों का आधार बढ़ाया। साई को फिल्मों में ज्यादातर बिना मेकअप देखा जाता है। फैंस उनका सादगीभरा अंदाज काफी पसंद करते हैं।
जावेद अख्तर ने अनुष्का शर्मा के डायलॉग को लेकर जताई आपत्तिदिग्गज गीतकार और स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर (79) बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। अब हाल ही में उन्होंने दिग्गज दिवंगत निर्देशक यश चोपड़ा की फिल्म 'जब तक है जान' के एक डायलॉग को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने डायरेक्टर पर फेमिनिज्म को गलत तरीके से दिखाने का आरोप लगाया है। फिल्म में शाहरुख खान, कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा जैसे स्टार थे। अख्तर हाल ही में ही शो ‘बी ए मैन, यार!’ के एक एपिसोड में आए थे।
उन्होंने एक सवाल पर 'जब तक है जान' का नाम लिया और फिल्म में अनुष्का के किरदार ‘अकीरा’ के डायलॉग पर सवाल उठाया। अख्तर ने कहा, “एक पिक्चर थी यश चोपड़ा साहब की, जब तक है जान...उसमें एक डायलॉग था-'मैं दुनिया में जितनी नेशनेलिटी हैं, हर नेशनेलिटी के एक आदमी संग सोने के बाद किसी से शादी करूंगी!’
अरे भाई तू इतनी मेहनत क्यों करेगी? तू सशक्त है? तू मॉडर्न है? तू अच्छी है? तू आगे की सोच रही है? मान जाते हैं ना...इतनी मेहनत करने की जरूरत नहीं है तुमको। बहुत नेशनेलिटी हैं दुनिया में। इसके चक्कर में मत पड़ो।” अख्तर ने कहा कि अब ये क्या है? इस डायलॉग का कुछ मतलब है क्या? कहां से आ रहा है यश चोपड़ा की फिल्म में ये सब?
वे दिखावा करना चाहते हैं कि ये एक सशक्त लड़की है। उन्हें ये स्पष्ट रूप से नहीं पता है कि एक सशक्त लड़की कैसी होती है, इसलिए वे इसे इतना बढ़ा-चढ़ाकर बता रहे हैं। आज भी फिल्म निर्माता आधुनिक भारतीय महिला के विचार को लेकर काफी भ्रम में हैं।” 'जब तक है जान' 13 नवंबर 2012 को रिलीज हुई यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी आखिरी फिल्म थी।