रामायण / 30 मराठी फिल्में की थी 'रामायण के भरत' ने, बनना चाहते थे पायलट, 40 की उम्र में हुआ निधन

कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर से रामानंद सागर (Ramanand Sagar) की रामायण (Ramayan) ने लोगों को टीवी के सामने बैठने के लिए मजबूर कर दिया है। इस ऐतिहासिक शो ने एक बार फिर से टीआरपी में झंडे गाढ़ दिए हैं। एक बार फिर से न सिर्फ रामायण की कहानी और उसके किरदार देश भर में चर्चा में हैं। रामानंद सागर की रामायण में भरत का रोल निभाने वाले एक्टर संजय जोग को आज भी याद किया जाता है। राम-लक्ष्मण के मुकाबले चाहे भरत का रोल कम था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने किरदार को उम्दा अंदाज में निभाया। जानते हैं संजय जोग से जुड़ी खास बातें।

- संजय जोग का जन्म महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ था। संजय ने मुंबई के एक स्टूडियो से एक्टिंग का कोर्स किया था। वैसे संजय एयरफोर्स पायलट बनना चाहते थे। लेकिन उनके पैरेंट्स को ये मंजूर नहीं था।

- संजय जोग ने मराठी सिनेमा में भी काम किया था। उनकी डेब्यू फिल्म मराठी थी। जिसका नाम सिपला था और वे मूवी 1976 में रिलीज हुई थी। इस मूवी ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। इससे संजय जोग काफी निराश हो गए थे। फिर वे अपने घर नागपुर लौट गए थे। वहां उन्होंने खेती करने पर फोकस किया। एक बार वे खेती से जुड़े काम के लिए मुंबई गए हुए थे। वहां उन्हें मल्टी स्टारर मराठी फिल्म जिद के लिए रोल ऑफर हुआ। इस मूवी में मराठी सिनेमा के पॉपुलर नाम शामिल थे। ये फिल्म हिट हुई। इसके बाद से संजय के करियर ने तेजी से उड़ान भरी। संजय जोग ने तकरीबन 30 मराठी फिल्में की। उन्होंने गुजराती फिल्मों में भी काम किया। धीरे धीरे वे हीरो से एंटी हीरो रोल भी निभाने लगे।

- रिपोर्ट्स हैं कि संजय की फैमिली ने अपने कई रिश्तेदारों को 1971 में हुए इंडो-पाकिस्तान युद्ध में खोया था। इसलिए एक्टर के पैरेंट्स नहीं चाहते थे संजय इस सर्विस में जाएं।

- संजय ने रामानंद सागर की रामायण से टीवी डेब्यू किया था। भरत का किरदार निभाने के बाद वे घर घर में पॉपुलर हो गए थे। पहले संजय को लक्ष्मण का रोल ऑफर किया गया था। रिपोर्ट्स थीं कि डेट्स कम होने की वजह से संजय जोग ने ये रोल करने से इंकार किया था। बाद में उन्हें भरत का रोल मिला था।

- संजय जोग ने 1989 में हिंदी सिनेमा का रुख किया। उनकी डेब्यू बॉलीवुड फिल्म अपना घर थी। इसके बाद उन्होंने जिगरवाला, हमशक्ल, नसीबवाला,बेटा हो तो ऐसा में काम किया। 1994 में रिलीज हुई फिल्म बेटा हो तो ऐसा उनकी आखिरी मूवी थी।

संजय जोग के फैंस को तब झटका लगा था जब अचानक उनके निधन की खबर आई। 27 नवंबर 1995 को महज 40 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। उनका लीवर फैल हो गया था।