
साउथ से लेकर बॉलीवुड तक अपनी दमदार एक्टिंग से पहचान बना चुके दिग्गज अभिनेता प्रकाश राज अपनी फिल्मों से कहीं ज्यादा अपनी बेबाक राय के लिए सुर्खियों में रहते हैं। वो उन कुछ गिने-चुने सितारों में से हैं जो इंडस्ट्री हो या सत्ता, हर मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखते हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए या फिर इंटरव्यू में प्रकाश राज अक्सर सरकार की नीतियों और राजनीति पर निडर होकर सवाल उठाते हैं। हालांकि, उन्हें इस साहस के चलते कई बार ट्रोलिंग और करियर में नुकसान भी झेलना पड़ता है। अब एक बार फिर वह अपने हालिया इंटरव्यू को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं, जिसमें उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कई कलाकारों की चुप्पी पर नाराजगी जताई है।
'कलाकारों को विचारों वाली फिल्मों के लिए लड़ने को तैयार रहना चाहिए''वांटेड', 'सिंघम' जैसी हिट फिल्मों में अभिनय कर चुके प्रकाश राज ने हाल ही में 'द लल्लनटॉप' को इंटरव्यू दिया। इस बातचीत में उन्होंने कई मुद्दों पर बेबाकी से बात करते हुए कहा, “इतिहास सिर्फ उन लोगों को याद रखता है जो अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हैं, चुप रहने वालों को भुला दिया जाता है।” उन्होंने कहा कि जब कोई सरकार चर्चा को रोकने लगती है, तब कलाकारों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। उन्होंने कहा, हमें यह समझने की जरूरत है कि हम कैसी फिल्में बना रहे हैं, हमें विचारों वाली फिल्मों को रिलीज कराने के लिए लड़ना चाहिए। कलाकारों में वह लचीलापन और चेतना होनी चाहिए।
'बॉलीवुड में मेरे आधे साथी बिक चुके हैं, बाकी डरे हुए हैं'प्रकाश राज ने बॉलीवुड के अपने साथियों को लेकर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, मेरे आधे साथी बिक चुके हैं और बाकी डर के साए में हैं। उनमें से एक बहुत करीबी दोस्त ने मुझसे कहा, 'प्रकाश, तुम बोल सकते हो, मैं नहीं।' मैंने उसे समझा तो सही, लेकिन माफ नहीं कर पाया। जब इतिहास लिखा जाएगा, तो वो अपराध करने वालों को तो माफ कर देगा, लेकिन चुप रहने वालों को नहीं। प्रकाश ने साफ कहा कि हर कोई जिम्मेदार है, और अगर कोई सोचता है कि बोलने से काम नहीं मिलेगा, तो ऐसा नहीं है। काम तो मिलता है, लेकिन उतना नहीं जितना पहले मिलता था, उन्होंने जोड़ा।
'बेबाकी के कारण बॉलीवुड में कम हो गया मेरा काम'प्रकाश राज ने यह भी स्वीकार किया कि राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बात करने के चलते उन्हें बॉलीवुड में काम कम मिल रहा है। उन्होंने कहा, लोग डरते हैं कि अगर वे मेरे साथ काम करेंगे तो उन्हें वह सब नहीं मिलेगा जिसकी उन्हें उम्मीद है। माहौल ही ऐसा बन गया है। हालांकि, अभिनेता ने यह भी कहा कि यह स्थिति उन्हें और मजबूत बनाती है, और इसी से उन्हें यह भरोसा मिलता है कि जो हो रहा है, वह सही नहीं है — और इसके खिलाफ लड़ना जरूरी है।
'पवन कल्याण और विजय के पास नहीं है विजन'इंटरव्यू के अंत में प्रकाश राज ने साउथ इंडस्ट्री के दो बड़े नामों पवन कल्याण और विजय पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इन दोनों के पास कोई स्पष्ट विजन नहीं है और वह नेतृत्व की भूमिका निभाने के काबिल नहीं हैं।