
एक्ट्रेस पत्रलेखा हाल ही रिलीज हुई फिल्म ‘फुले’ में नजर आई थीं। इसमें प्रतीक गांधी हीरो थे। पत्रलेख अपनी कमाल की एक्टिंग से सबका ध्यान खींचने में सफल रही। सब उनकी तारीफ कर रहे हैं। पत्रलेखा लंबे समय से मनोरंजन की दुनिया में एक्टिव हैं और अपनी खास जगह बना चुकी हैं। इस बीच पत्रलेखा एक इंटरव्यू को लेकर लाइमलाइट में हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। पत्रलेखा ने बताया कि उन्हें किस बात से सबसे ज्यादा नफरत है। पत्रलेखा ने गलाटा इंडिया के साथ बातचीत में कहा कि मुझे सचमुच बहुत बुरा लगता है, जब मुझे सिर्फ राजकुमार राव की पत्नी कहकर बुलाया जाता है।
मुझे ये बिल्कुल पसंद नहीं और इससे मुझे खुद को बहुत छोटा महसूस होता है। क्योंकि मेरा एक नाम है, मेरा एक अस्तित्व है। मैं कभी भी इससे कम्फर्टेबल नहीं हो पाऊंगी। मैं अंत तक इसके लिए आवाज उठाऊंगी। कई बार लोग मुझे स्क्रिप्ट्स इसलिए ऑफर करते हैं ताकि वो राजकुमार को प्रोजेक्ट में शामिल कर सकें। वो ये चाहते हैं कि मैं इसे राजकुमार के पास लेकर जाऊं, जबकि फिल्म मेरी है। इस तरह की हरकतों के बावजूद मैंने उन लोगों से राजकुमार को उन प्रोजेक्ट्स में शामिल करने से मना कर दिया जो मेरे पास गलत इरादे से आए थे। ये मेरी गरिमा के खिलाफ है।
लोगों को लगता है कि राजकुमार के साथ मेरा रिश्ता है तो इस कारण मुझे स्ट्रगल नहीं करना पड़ा होगा। क्योंकि आपको लगता है मेरी जिंदगी आसान हो सकती है कि मेरे पति...या मेरे तब के बॉयफ्रेंड...इतने फेमस थे। लेकिन अगर आप खुद की एक पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं, तो अपना खुद का करिअर ग्राफ बनाना कभी आसान नहीं होता। बहुत मुश्किल होता है। उन्होंने मीडिया से गुजारिश की कि उन्हें राजकुमार की पत्नी न कहकर उनके नाम से बुलाया जाए। उल्लेखनीय है कि पत्रलेखा और राजकुमार ने लंबे समय तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद साल 2021 में शादी की थी।
जावेद अख्तर ने कहा, पीने के लिए मुझे किसी की कंपनी की जरुरत नहीं होती थी…जावेद अख्तर (80) की पहचान मशहूर गीतकार और लेखक के रूप में हैं। उन्होंने बॉलीवुड को कई शानदार फिल्मों की सौगात देने के साथ ढेरों सुपरहिट और लोकप्रिय गानों के बोल लिखे हैं। हालांकि एक दौर में वे पक्के शराबी थे, लेकिन वे अब इससे कोसों दूर हैं। उन्होंने 35 सालों से शराब हाथ नहीं लगाई है। जावेद ने मिड डे के साथ बातचीत के दौरान कहा कि मुझे व्हिस्की से एलर्जी हो गई। फिर मैंने सोचा कि मुझे केवल बीयर ही पीनी चाहिए, मैं एक बार में 18 बोतल बीयर पी जाता था।
फिर मुझे लगा कि यार यह क्या पेट फुला रहा हूं मैं अपना? इसलिए, मैंने इसे छोड़ दिया और रम पीना शुरू कर दिया। मैं उस समय साथ बैठने के लिए किसी को तलाशता नहीं था। मुझे किसी की कंपनी की जरुरत नहीं होती थी। कोई है तो अच्छी बात है, नहीं तो मैं अकेले पी लूंगा। अख्तर ने यूट्यूब चैनल वी आर युवा पर बात करते हुए कहा कि शायद मेरे अंदर दबे गुए इमोशन, गुस्सा, कड़वाहट थी इसलिए शराब पीने के बाद मैं बेहद अग्रेसिव हो जाता था।
हालांकि आम तौर पर मैं शांत रहा करता था लेकिन जब मैं नशे में होता था, तो मेरे अंदर से एक और शैतान निकल आता था। मुझे एक दिन समझ आया कि अब बहुत हो गया और मैंने फैसला किया कि मैं शराब नहीं पीऊंगा। वह तारीख थी 31 जुलाई 1991, एक ऐसा दिन जिसने मेरी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। मैंने फिर कभी शराब नहीं पी।