2 News : पहलाज ने अनिल को इसलिए कहा ‘झूठा नं.1’, बताया गोविंदा के लिए कौनसी चीजें साबित हो रहीं नुकसानदायक

पहलाज निहलानी (75) बॉलीवुड के जाने-माने फिल्ममेकर हैं। उन्होंने 80-90 के दशक के कई टॉप स्टार्स के साथ काम किया है। उनके खाते में ढेरों सफल फिल्में हैं। पहलाज ने अनिल कपूर, करिश्मा कपूर और जूही चावला की फिल्म ‘अंदाज’ भी प्रोड्यूस की थी। अनिल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने ‘अंदाज’ के गाने ‘खड़ा है’ पर ऑब्जेक्शन किया था। अब पहलाज ने इस पर रिएक्शन देते हुए अनिल पर पलटवार किया है। पहलाज ने एक पॉडकास्ट के साथ बातचीत में कहा कि मुझे अनिल के इंटरव्यू का पता है।

उन्होंने ‘अंदाज’ को बी ग्रेड फिल्म कहा लेकिन वह उसे करने के लिए खुद बेताब थे। करिश्मा ने भी मुझसे विनती की कि उन्हें इस फिल्म में रहना है। लोग बेताब थे मेरे साथ काम करने के लिए और उनमें से एक अनिल भी थे। अनिल ने अपने करिअर में कई बी ग्रेड फिल्में की हैं तो वे कैसे कह सकते हैं कि उन्होंने ‘अंदाज’ सिर्फ पैसों के लिए की। अनिल को गाने को लेकर कोई ऑब्जेक्शन नहीं था। वह झूठा नंबर 1 है। ऐसा कभी नहीं हुआ। अनिल ने इस गाने को कम से कम 50 बार सुना था शूट से पहले।

वे बोलते थे कि यह गाना हमारी फिल्म को हिट बना देगा। सिर्फ जूही को गाने से थोड़ी दिक्कत थी। अनिल तो इस गाने को लेकर क्रेजी थे। वे झूठ बोल रहे हैं और मुझ पर गलत इल्जाम लगा रहे हैं। मैंने अपनी लाइफ में कभी बी ग्रेड फिल्में नहीं बनाई हैं। पहलाज ने अनिल के बड़े भाई मशहूर फिल्ममेकर बोनी कपूर को लेकर भी बात की और कहा कि मैंने माधुरी दीक्षित को साइन किया था। मैंने उनके लिए सेक्रेट्री ढूंढ़ा। वह मेरी फिल्म करने वाली थीं, लेकिन लोगों ने दिक्कतें की। बोनी, अनिल, सुभाष घई और बाकी कई लोगों ने अफवाह फैलाई कि गोविंदा किसी न्यूकमर के साथ काम करना नहीं चाहते हैं। मैंने उन्हें साइन किया था। लेकिन लोगों ने उन्हें झूठ में फंसाया।

पहलाज निहलानी ने कहा, डेविड धवन ने मेरे प्रति गोविंदा के मन में जहर घोला

पहलाज ने दिग्गज एक्टर गोविंदा के बारे में भी बात की, जिनके साथ उन्होंने कई फिल्में बनाई है। पहलाज की पिछली फिल्म साल 2019 में आई ‘रंगीला राजा’ थी, जिसके हीरो गोविंदा ही थे। हालांकि फिल्म फ्लॉप हो गई। पहलाज ने कहा कि गोविंदा बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपने करिअर को बहुत अच्छे से संभाला, लेकिन उनकी कमजोरी ये है कि वे लोगों पर बड़ी जल्दी भरोसा कर लेते हैं और उनके आस-पास का माहौल अच्छा नहीं है। इसलिए वे भटक जाते हैं। वे पंडितों और ज्योतिषियों की संगत में रहते हैं।

ऐसे माहौल में रहते हैं, जहां लोग उनकी बातें गंभीरता से नहीं लेते। ये सब चीजें उनके करिअर के लिए नुकसानदायक साबित हो रही हैं। गोविंदा बड़ा मासूम है। फिल्म ‘पार्टनर’ में डेविड धवन को सिर्फ गोविंदा ही चाहिए था उस भूमिका के लिए, लेकिन उसे ऐसा जताया गया जैसे सलमान खान और डेविड ने उसकी मदद की। उस पर एहसान किया, जबकि असल में वो रोल सिर्फ गोविंदा कर सकता था। इस फिल्म के बाद गोविंदा और डेविड की जोड़ी टूट गई थी। डेविड ने मेरे प्रति गोविंदा के मन में जहर घोला। डेविड मेरी फिल्म ‘आंखें’ में सिर्फ नाम के निर्देशक थे। कहानी मेरी थी, पटकथा मैंने लिखी थी, संवाद अनीस बज्मी के थे। ज्यादातर जिम्मेदारी मैंने ही संभाली थी। डेविड तो एक डमी डायरेक्टर थे।