नीना गुप्ता ने 32 साल पहले किया था पहला ऑनस्क्रीन लिपलॉक, किसिंग सीन के बाद भागकर की थी ये हरकत

टीवी और फिल्म जगत की वेटरन एक्ट्रेस नीना गुप्ता ने तीन दशक पहले ऐसा कुछ किया था, जो उस समय के टेलीविजन दर्शकों के लिए चौंकाने वाला था। साल 1993 में उनके टीवी शो 'दिल्लगी' में एक लिप-टू-लिप किसिंग सीन दिखाया गया था। इस दृश्य को लेकर इतनी प्रतिक्रिया हुई कि बाद में मेकर्स को इसे हटाना पड़ा। नीना गुप्ता ने हाल ही में इस किसिंग सीन को लेकर अपने अनुभव साझा किए, जिसमें उन्होंने बताया कि उस दौर में ऐसा करना कितना मुश्किल था।

पहला ऑनस्क्रीन किस और असहज अनुभव

नीना गुप्ता ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब उन्हें बताया गया कि उन्हें अपने को-एक्टर दिलीप धवन के साथ लिप-टू-लिप किस करना है, तो वह पूरी रात सो नहीं पाईं। उन्होंने कहा, “मैंने खुद से कहा कि मैं एक एक्टर हूं और मुझे यह करना ही होगा। लेकिन जैसे ही सीन खत्म हुआ, मैं भागी और डेटॉल से मुंह धोया।”

चैनल ने टीआरपी के लिए रखा था सीन, लेकिन...

नीना गुप्ता ने यह भी बताया कि उस समय फिजिकल इंटीमेसी को पर्दे पर दिखाना सामान्य नहीं था। इस तरह के बोल्ड सीन खासकर टेलीविजन पर बहुत दुर्लभ थे। चैनल ने यह सीन शो की टीआरपी बढ़ाने के लिए जोड़ा था, लेकिन यह प्लान पूरी तरह से फेल हो गया। दर्शकों ने इस पर तीखी आपत्ति जताई और परिवारों ने शो देखना बंद कर दिया।

परिवारों की नाराजगी के बाद हटाना पड़ा सीन

नीना गुप्ता ने बताया कि उस समय टीवी शो पूरे परिवार के साथ बैठकर देखे जाते थे। जब यह किसिंग सीन टेलीकास्ट हुआ, तो दर्शकों की भारी आलोचना सामने आई। नतीजा यह हुआ कि चैनल को मजबूरी में उस सीन को हटाना पड़ा। ये घटना उस समय की सामाजिक सोच और सेंसरशिप की झलक दिखाती है।

‘दिल्लगी’ बना विवादित शो

1993-94 में प्रसारित हुआ ‘दिल्लगी’ उस समय के आम टीवी शो से अलग था। इसमें नीना गुप्ता और दिलीप धवन मुख्य भूमिकाओं में थे। लेकिन शो तब विवादों में आ गया जब लिपलॉक सीन को लेकर दर्शकों ने नाराजगी जताई।

आज भी बोल्ड हैं नीना, लेकिन सोच में बदलाव आया


नीना गुप्ता आज भी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में उतनी ही एक्टिव हैं। उनकी आने वाली वेब सीरीज 'पंचायत 4' और फिल्म 'मेट्रो इन दिनों' चर्चा में हैं। हालांकि, आज के दौर में ऑनस्क्रीन किसिंग आम बात हो चुकी है, लेकिन 90 के दशक में ऐसा करना न केवल बहादुरी थी, बल्कि जोखिम भरा कदम भी।

नीना गुप्ता का पहला ऑनस्क्रीन किस भारतीय टेलीविजन के लिए एक बोल्ड प्रयोग था, जिसने न केवल उस दौर की सामाजिक सीमाओं को छुआ बल्कि इस बात की याद भी दिलाई कि कैसे कलाकारों को कभी-कभी अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर जाना पड़ता है। आज भले ही दर्शकों की सोच में बदलाव आया हो, लेकिन नीना की यह कहानी आज भी प्रेरणादायक है।