2 News : नवाजुद्दीन ने गोरा होने के लिए लगाई थी ढेरों क्रीम, सुशांत की दुल्हन बनने को तैयार थी अंकिता लेकिन...

नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपनी जबरदस्त एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है। साधारण शक्ल सूरत उन्हें आगे बढ़ने से नहीं रोक पाई। नवाज आज जिस मुकाम पर है वहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने एड़ी चोटी का जोर लगाया है। नवाज लीक से हटकर रोल करने में विश्वास करते हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान नवाज ने बताया कि करिअर की शुरुआत में वह अपने स्किन टोन से काफी ज्यादा विचलित रहते थे।

नवाज ने कहा कि कई सालों तक मुझे यह लगता था कि मैं अच्छा नहीं दिखता। मैं निराश रहता था कॉन्फिडेंट फील नहीं कर पाता था। करिअर के शुरुआती दिनों में स्कीन कलर को लेकर मैं बहुत असुरक्षित महसूस करता था। मैं ढेरो तरीके की क्रीम्स लगाता था लेकिन कुछ नहीं हुआ। बाद में मुझे समझ में आया कि मैं ऐसा ही हूं और मेरा रंग ऐसा ही रहेगा। मुझे सालों तक लगता था कि मैं अच्छा दिखने वाला इंसान नहीं हूं बाद में जाकर मुझे समझ आया कि मेरा चेहरा ठीक ही है।

आपको अपने लुक्स के बारे में कॉन्फिडेंट फील करना बहुत जरूरी है। यह जो छोटेपन की भावना है वह दूसरे की वजह से आती है। यह सब साबित करने के लिए मुझे 10 से 12 साल का समय लग गया और एक अच्छा कलाकार बनकर मैंने इस चीज को साबित भी किया। नवाजुद्दीन खान तिकड़ी आमिर, सलमान और शाहरुख के साथ काम कर खूब तारीफें बटोर चुके हैं।

BB-17 में एक बार फिर दिवंगत सुशांत को याद कर भावुक हुईं अंकिता

‘बिग बॉस 17’ के घर में टीवी एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे ने एक बार फिर दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत को याद किया। अंकिता कंटेस्टेंट अभिषेक कुमार से बात करते हुए सुशांत को याद कर भावुक हो गईं। अंकिता कहती हैं कि वो बहुत मेहनती था, अपना हर एक काम बहुत शिद्दत के साथ करता था। उसके बारे में बात करना मुझे हमेशा बहुत अच्छा लगता है। बहुत प्राउड फील होता है मुझे, वो फैमिली था। सुशांत गुस्सैल नहीं था वो बहुत ही शांत था। मेहनती था।

जूनून था उसके अंदर, उसका लेवल ही अलग था। लेकिन जब आप किसी चीज़ में इतना घुस जाते हो तब ऊपर-नीचे होने में दिक्कत तो होती है। मैं बहुत ईजी जो लड़की हूं। वो हर चीज़ में घुस जाता था, फिर चीजें इधर-उधर होने पर वो अफेक्ट भी होता था। वो लोगों के लिए सोचता था। उसे कोई क्या कहता था इससे फर्क पड़ता था उसे। वो छोटी सी जगह से था, छोटी सी जगह से आकर इतनी बड़ी जगह में नाम कमाना आसान नहीं होता। सच्चा प्यार था मुझे और काफी सालों का प्यार था।

मैं तो शादी करने के लिए दुल्हन बनने के लिए भी रेडी थी। लेकिन मेरा दूल्हा ही छोड़कर चला गया मुझे। मुझे लगता था वह मेरा दूल्हा है, लेकिन वह मेरा दूल्हा नहीं बन पाया और फिर विक्की आया और इससे मेरी शादी हो गई। विक्की मेरी जिंदगी में तब से है जब मैं और सुशांत साथ थे। विक्की मुझे पसंद करता था तो मैंने शादी कर ली उससे। अब यार शादी किसी से तो करनी थी ही न।