जब अमिताभ बच्चन के पास बंगला था तो उन्हें एक्टर बनने की क्या जरूरत थी?- मुमताज

बॉलीवुड की चहेती और खूबसूरत अदाकारा मुमताज सिर्फ अपने अभिनय और मुस्कान के लिए नहीं जानी जातीं, बल्कि अपनी बेबाक राय और संघर्षपूर्ण जीवन के लिए भी लोगों के दिलों में खास जगह रखती हैं। कभी पर्दे पर राजेश खन्ना की रोमांटिक जोड़ी तो कभी अकेले दम पर हिट फिल्म देने वाली मुमताज ने इंडस्ट्री में अपना मुकाम बिना किसी गॉडफादर के बनाया। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने न सिर्फ अपने बचपन के संघर्ष साझा किए, बल्कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को लेकर एक चौंकाने वाली बात भी कही—जब उनके पास बंगला और रुतबा था, तो फिर एक्टर बनने की क्या जरूरत थी? मुमताज की यह बात अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है।

रेडियो नशा को दिए गए एक इंटरव्यू में मुमताज ने अपने बचपन और संघर्ष के दिनों की चर्चा करते हुए अमिताभ बच्चन की पृष्ठभूमि से तुलना की। उन्होंने कहा,

मैंने तो चौथी क्लास के बाद स्कूल छोड़ दिया था और 7 साल की उम्र से एक्स्ट्रा आर्टिस्ट के तौर पर काम करना शुरू कर दिया था। हमें एक रोल के लिए 500 रुपये मिलते थे, जिसमें से 100 रुपये उस एजेंट को देने होते थे जो हमें काम दिलाता था।

इसके बाद उन्होंने अमिताभ बच्चन की स्थिति का ज़िक्र करते हुए कहा,

अमिताभ जी तो एक पढ़े-लिखे और ऊंचे परिवार से आते थे। उनके पिता हरिवंश राय बच्चन एक मशहूर कवि थे। उनके पास बंगला भी था और जीवन की सारी सुख-सुविधाएं थीं। तो फिर उन्हें फिल्मों में आने की क्या ज़रूरत थी?

मुमताज का यह बयान केवल उनकी व्यक्तिगत सोच है, लेकिन इससे यह भी झलकता है कि वे फिल्म इंडस्ट्री में किस तरह के संघर्ष से गुज़रीं और कैसे हर कलाकार का सफर अलग होता है—कोई मजबूरी में आता है, कोई जुनून में।

अमिताभ और मुमताज की जोड़ी


मुमताज और अमिताभ बच्चन ने एक साथ केवल एक ही फिल्म 'बंधे हाथ' (1973) में काम किया था। इस फिल्म का निर्देशन ओपी रल्हन ने किया था, और यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी। हालांकि उस दौर में दोनों ही सितारे अपने-अपने करियर के शिखर पर थे।

मुमताज का यह बयान एक तरह से उनकी जीवन की कठिनाइयों और फिल्म इंडस्ट्री की असमानताओं को रेखांकित करता है। वहीं, यह भी याद रखना जरूरी है कि सफलता सिर्फ साधनों से नहीं, बल्कि समर्पण और कड़ी मेहनत से मिलती है—जैसा कि अमिताभ बच्चन ने अपनी मेहनत और अभिनय प्रतिभा से साबित किया।