विवादों में ‘मणिकर्णिका’: धमकी मिली नहीं तो क्यों भडक़ी कंगना!

गत दिनों अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक बयान में कहा था कि उन्हें करणी सेना द्वारा धमकियाँ देकर परेशान किया जा रहा है। अपनी फिल्म को लेकर कंगना ने कहा था, ‘‘चार इतिहासकारों ने मणिकर्णिका को प्रमाणित किया है, हमें सेंसर सर्टिफिकेट भी मिल गया है। सेंसर चेयर पर्सन प्रसून जोशी शुरू से ही मणिकर्णिका से जुड़ें हुए हैं। उन्होंने इस फिल्म के संवाद और गीत लिखे हैं। करणी सेना को इससे अवगत करा दिया गया है, लेकिन वे मुझे परेशान कर रहे हैं। अगर वे नहीं रुकते हैं तो उन्हें पता होना चाहिए कि मैं भी एक राजपूत हूँ और मैं उनमें से हर एक को नष्ट कर दूंगी।’’ कंगना रनौत के इस बयान के बाद से करणी सेना सकते में आ गई है। कहा जा रहा है कि पहले तो करणी सेना इस प्रकार की कोई धमकी कंगना रनौत की नहीं दी थी लेकिन अब उन्होंने कंगना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जिसके चलते फिल्म विवादों में आने के साथ ही मुफ्त में पब्लिसिटी प्राप्त कर रही है।

जो समाचार प्राप्त हो रहे हैं उनके अनुसार करणी सेना ने इस फिल्म को लेकर कंगना रनौत को पहले कोई धमकी दी ही नहीं थी। करणी सेना के आधिकारिक प्रवक्तों ने इस बात से इंकार किया है कि उन्होंने अपनी तरफ से पहल करते हुए फिल्म का विरोध करने या कंगना को धमकी देने जैसे कोई काम किया था। हां, कंगना द्वारा चुनौती दिए जने से करणी सेना की महाराष्ट्र शाखा जरूर अब नाराज हो गई है और उसने लिखित में कंगना को धमकी जारी कर दी है।

उन्होंने फिल्म के निर्माताओं को लिखा है कि, ‘‘अगर रानी लक्ष्मीबाई की छवि फिल्म में बदनाम की गई है या अगर उन्हें कुछ ब्रिटिश नागरिकों की प्रेमिका के रूप में दिखाया जाता है, तो निर्माताओं को इसके परिणाम भुगतने होंगे।’’ इस स्थिति से यह सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या खुद को धमकाने की बात कह करणी सेना को नष्ट करने की धमकी देना कहीं फिल्म को पब्लिसिटी दिलाने का खेल तो नहीं है।

इस मामले में करणी सेना के दो अलग-अलग बयान सामने आए हैं। करणी सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. हिमांशु का कहना है कि, ‘‘हम मणिकर्णिका का विरोध नहीं कर रहे हैं। कई लोग करणी सेना के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनके अपने निहित स्वार्थ हैं और वे संगठन के लिए अविश्वास लाना चाहते हैं।’’ वहीं महाराष्ट्र करणी सेना के अध्यक्ष अजय सिंह सेंगर ने कहा है, ‘‘अगर कंगना संगठन के सदस्यों को धमकी देना जारी रखती हैं, तो हम उन्हें महाराष्ट्र में स्वतंत्र रूप से चलने नहीं देंगे और उनकी फिल्मों के सेट जला देंगे।’’