जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में तूफान ला दिया है। इसके बाद कई अभिनेत्रियों ने उनके साथ हुए दुर्व्यवहार का खुलासा किया। अब एक्ट्रेस और भाजपा नेता खुशबू सुंदर (53) ने भी मलयालम इंडस्ट्री में व्याप्त यौन उत्पीड़न पर खुलकर बात करते हुए कुछ ऐसे खुलासे किए हैं जो किसी को भी चौंका देंगे। खुशबू ने बताया कि जब वह छोटी थीं, तो वह अपने पिता के हाथों दुर्व्यवहार की शिकार हुई थीं। खुशबू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखी।
खुशबू ने लिखा, “हमारी इंडस्ट्री में #MeToo मूवमेंट ने हमें तोड़ दिया है। उन महिलाओं को बधाई जो अपनी बातों पर डटी रहीं और विजयी रहीं। इस तरह के अब्यूज को रोकने के लिए #HemaCommittee रिपोर्ट की बहुत जरूरत थी। लेकिन क्या ऐसा होगा? अब्यूज, से***अल फेवर की मांग और करिअर में आगे बढ़ने के लिए समझौता करने की उम्मीद में हर फील्ड में होता है। एक महिला से अकेले ही यह अपेक्षा क्यों की जाती है कि वह इस कष्ट से गुजरे? हालांकि पुरुषों को भी इसका सामना करना पड़ता है, लेकिन इसका खामियाजा मामूली रूप से महिलाओं को भुगतना पड़ता है।
मैंने इस मुद्दे पर अपनी 24 साल और 21 साल की बेटियों से लंबी बातचीत की। पीड़ितों के प्रति उनकी सहानुभूति और समझ देखकर मैं हैरान रह गई। वे दृढ़ता से उनका समर्थन करती हैं और इस समय उनके साथ खड़ी हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप आज बोलेंगे या कल, बस बोलें। तुरंत बोलने से सही जख्म से उबरने और मामले की अधिक प्रभावी ढंग से जांच करने में मदद मिलेगी। शर्मिंदा होने का डर, पीड़ित पर दोषारोपण, और आपने ऐसा क्यों किया? जैसे सवाल उन्हें तोड़ देते हैं। पीड़िता आपके या मेरे लिए अजनबी हो सकती है, लेकिन उसे हमारे समर्थन, सुनने के लिए कान और हम सभी के भावनात्मक समर्थन की जरूरत है।
कुछ लोग मुझसे पूछते हैं कि मुझे अपने पिता के अब्यूज के बारे में बोलने में इतना समय क्यों लगा। मैं सहमत हूं कि मुझे पहले बोलना चाहिए था। लेकिन मेरे साथ जो हुआ, वह मेरे करिअर को बनाने के लिए कोई समझौता नहीं था। मेरे साथ उस व्यक्ति के हाथों दुर्व्यवहार हुआ जो मेरे गिरने पर मुझे थामने के लिए सबसे मजबूत हाथ था। वहां मौजूद सभी पुरुषों से मैं पीड़ित के साथ खड़े होने और अपना अटूट समर्थन दिखाने का आग्रह करती हूं। गौरतलब है कि खुशबू ने कुछ समय पहले एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि उनके पिता ने 8 साल से लेकर 15 साल की उम्र तक उनका यौन शोषण किया। वो उन्हें और उनकी मां को पीटा करते थे। 16 साल की उम्र में खुशबू के अंदर इसके खिलाफ बोलने की हिम्मत जागी और फिर उनके पिता उन्हें छोड़कर चले गए।
अरिजीत ने ‘आर कोबे’ गाने को रिलीज कर मांगा न्याय, लिखी यह पोस्टकोलकाता रेप एंड मर्डर केस ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। आम जनता से लेकर सेलेब्स तक न्याय की मांग कर रहे हैं। अब बॉलीवुड के मशहूर सिंगर अरिजीत सिंह ने एक नया गाना रिलीज करते हुए न्याय की मांग की है। अरिजीत ने गाने को यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया है। इसे उन्होंने ही लिखा, गाया और कंपोज किया है।
गाने का टाइटल ‘आर कोबे’ है जिसका मतलब होता है कि ‘ये कब खत्म होगा।’ वीडियो में आपको मुट्ठी बांधे एक हाथ नजर आएगा जिसकी कलाई पर गाने का शीर्षक लिखा है। गाना शेयर करते हुए अरिजीत ने लिखा, “9 अगस्त 2024 को कोलकाता के दिल में एक त्रासदी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक युवा ट्रेनी डॉक्टर की क्रूर हत्या ने पूरे भारत में विरोध प्रदर्शनों की आग भड़का दी। यह गीत न्याय की पुकार है, उन अनगिनत महिलाओं के लिए विलाप है जो चुपचाप पीड़ा झेल रही हैं और बदलाव की मांग कर रही हैं।
हम युवा डॉक्टर 'अभया' के साहस को श्रद्धांजलि देने की कोशिश करते हैं, जो इस लड़ाई में अपनी जान गंवा दी। लिंग आधारित हिंसा की भयावहता का सामना करने वाली सभी महिलाओं के साथ एकजुटता से खड़े हैं। हमारा गीत देश भर के डॉक्टरों की आवाज को प्रतिध्वनित करता है, जो अपने सामने आने वाले खतरों के बावजूद अथक सेवा करते हैं।
यह केवल एक प्रोजेस्ट सॉन्ग नहीं है - यह कार्रवाई का आह्वान है। यह याद दिलाता है कि महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। जब हम गाते हैं, तो हम उन लोगों के अथक प्रयासों को याद करते हैं जो अग्रिम मोर्चे पर हैं- हमारे डॉक्टर, हमारे पत्रकार और हमारे छात्र जो न केवल हमारे सम्मान बल्कि हमारी सुरक्षा के हकदार हैं।”