2 News : ‘कल्कि 2898 एडी’ के पहले गाने के प्रोमो की धूम, स्वरा ने कंगना के थप्पड़ पड़ने पर कही यह बात

‘बाहुबली’ फेम साउथ इंडियन स्टार प्रभास की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ को लेकर फैंस में जबरदस्त क्रेज है। इसका पहला गाना भैरवा थीम पर है, जिसका आज शनिवार (15 जून) को प्रोमो रिलीज हो गया। इस गाने को पंजाबी एक्टर व सिंगर दिलजीत दोसांझ ने आवाज दी है। मेकर्स ने दावा किया है कि यह साल 2024 का भारत का सबसे बड़ा गाना है। इस गाने का एक पोस्टर 14 जून को शेयर किया गया था।

गाने में प्रभास को दिलजीत के साथ पंजाबी आउटफिट में देखा जा रहा है। गाने के कंपोजर संतोष नारायण ने दावा किया है कि ‘कल्कि 2898 एडी’ में दिलजीत का शोर है, जिनकी आवाज पर दुनिया जश्न मनाती है। हालांकि अभी यह नहीं बताया गया कि यह गाना कब रिलीज होगा। फिल्म को नौजवान डायरेक्टर नाग अश्विन ने डायरेक्ट किया है। इसमें प्रभास के साथ दीपिका पादुकोण, अमिताभ बच्चन, दिशा पटानी और साउथ इंडियन स्टार कमल हासन अहम रोल में होंगे।

कमल विलेन का रोल प्ले करेंगे। हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था, जिसमें सभी कलाकारों के फर्स्ट लुक देखने को मिले। अश्विन फिल्म पर लंबे समय से काम कर रहे हैं। फिल्म की रिलीज डेट कई बार टल चुकी है। फिल्म 27 जून से सिनेमाघरों में जादू चलाने को तैयार है। इसे हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषा में रिलीज किया जाएगा।

स्वरा भास्कर ने कहा, कम से कम कंगना जिंदा तो है...

एक्ट्रेस कंगना रनौत हाल ही में लोकसभा सांसद चुनी गई हैं। उन्होंने भाजपा के टिकट पर हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से जीत दर्ज की। इसके बाद कंगना को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीएसआईएफ महिला सुरक्षाकर्मी ने थप्पड़ मार दिया था। साथ ही उन्हें गालियां भी दी थी। अब इस मामले को लेकर एक्ट्रेस स्वरा भास्कर का बयान सामने आया है। स्वरा ने कहा कि कोई भी समझदार इंसान यही कहेगा कि कंगना के साथ जो कुछ भी हुआ, वो गलत था।

कोई भी ऐसा नहीं है, जो कंगना के साथ हुई हिंसा या मारपीट को सही ठहराए। लोग कंगना के राइट विंग सपोर्ट्स से यही कर रहे थे कि उन्हें इस बारे में नहीं बोलना चाहिए, क्योंकि वे ही लोग हैं, जो लींचिंग को सही ठहराते हैं। कंगना को बस थप्पड़ मारा गया और ऐसा भी नहीं होना चाहिए था, लेकिन कम से कम वो जिंदा तो हैं। कंगना के आस-पास उनकी सुरक्षा हैं। इस देश में लोगों ने तो अपनी जान तक गंवाई। उन्हें पीट-पीटकर मार डाला गया।

सुरक्षाकर्मियों द्वारा ट्रेन में गोली मारकर हत्या कर दी गई। दंगों में सुरक्षाकर्मियों को लोगों की पिटाई करते हुए रिकॉर्ड किया गया है। जो लोग ये सारे कामों को जायज ठहरा रहे हैं, वो फिर आकर कंगना के केस पर हमें मत सिखाओ। कंगना मामले में समस्या ये है कि उन्होंने खुद अपने मंच का इस्तेमाल हिंसा को सही ठहराने के लिए किया है। उनके पुराने ट्वीट फिर सामने आए, जिसमें ये सब देखने को मिलता है।