2 News : हंसल की बेटी को आधार के लिए कटवाए जा रहे चक्कर, फरीदा ने इसलिए लिया अमरीश-अनुपम का नाम

डायरेक्टर हंसल मेहता आज बॉलीवुड में एक खास मुकाम हासिल कर चुके हैं। हंसल लीक से हटकर सबजेक्ट वाली फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं। उनके खाते में ‘शाहिद’, ‘सिटी लाइट्स’ और अलीगढ़ जैसी फिल्में हैं। हंसल इसके अलावा अपने दिल की बात बेबाक अंदाज में कहने के लिए जाने जाते हैं। अब हंसल ने बताया है कि उनकी बेटी किमाया पिछले तीन हफ्ते से आधार कार्ड बनवाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन अधिकारी कोई न कोई बहाना बनाकर उसे ऑफिस से लौटाए जा रहे हैं।

हंसल ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, “मेरी बेटी पिछले तीन हफ्ते से आधार कार्ड एप्लाई करने की कोशिश कर रही है। उसने भारी बारिश के बावजूद अंधेरी ईस्ट में मौजूद आधार ऑफिस तक का लंबा सफर किया। वो जल्दी भी पहुंची, लेकिन वहां के सीनियर मैनेजर उसे कोई न कोई कारण बताकर या कुछ और कहकर वापस भेज दे रहे हैं। कहते हैं ये साइन करवा कर लाओ, वो डॉक्यूमेंट लेकर आई, स्टैंप सही जगह नहीं लगाया है, तुम्हारे पास तो आज का अपाइंटमेंट ही नहीं है, मैं तो एक हफ्ते की छुट्टी पर हूं। ये बहुत परेशान करने वाला है और हैरेसमेंट से कम नहीं।”

हंसल ने यह पोस्ट में आधार के आधिकारिक हैंडल को टैग की। हंसल के ट्वीट के कुछ देर बाद UIDAI ने उनसे उस आधार सेंटर के बारे में डिटेल मांगी। साथ ही डायरेक्ट मैसेज पर हंसल से उनका कॉन्टेक्ट नंबर भी मांगकर मदद का भरोसा दिया गया। इस पर हंसल ने जवाब में लिखा कि उन्होंने मैसेज में सारी जानकारी शेयर की है। बता दें कि हंसल की अगली फिल्म ‘बकिंघम मर्डर्स’ है। यह 14 सितंबर को रिलीज होगी और इसमें करीना कपूर खान डिटेक्टिव के रोल में हैं।

फरीदा जलाल को है चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं नहीं मिलने का मलाल

एक्ट्रेस फरीदा जलाल (75) को फिल्म इंडस्ट्री में पांच दशक से ज्यादा हो चुके हैं। उन्होंने ‘आराधना’, ‘अमर प्रेम’, ‘बॉबी’, ‘लोफर’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘डुप्लीकेट’, ‘कुछ कुछ होता है’, ‘कभी खुशी कभी गम’ जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर फैंस से भरपूर प्यार पाया है। फरीदा ने टीवी शो ‘शरारत’ में नानी का रोल प्ले किया था, जो काफी हिट हुआ था। पिछली बार उन्हें संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज ‘हीरामंडी : द डायमंड बाजार’ में एक्टर ताहा शाह बदुशा की दादी के रोल में देखा गया था।

फरीदा अब मां और दादी के बजाय चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं को अंजाम देना चाहती हैं। फरीदा ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में कहा कि मैं चैलेंजिंग रोल के लिए इंतजार कर रही हूं, जहां मैं अपनी वर्सेटिलिटी दिखा सकूं। मुझे लगता है कि चलो एक और मां का रोल लाए और एक दादी का रोल लाए मेरे लिए। सब कुछ वही एक जैसा।

मुझे निराशा होती है कि मेकर्स को लगता है कि मैं इससे ज्यादा नहीं कर सकती हूं। मैं कुछ एक्साइटिंग करना चाहती हूं। मेरे साथ के मेल एक्टर्स को बहुत कुछ मिलता है। दिवंगत अमरीश पुरी से लेकर अनुपम खेर तक को विलेन, कॉमेडी सब कुछ मिला। उन्हें सिर्फ पिता और दादा के रोल तक लिमिट नहीं किया गया। दुर्भाग्य से मुझे एक ही स्लॉट मिला।