जनवरी माह में हुए बड़े टकराव (रईस बनाम काबिल) ने बॉक्स ऑफिस को नुकसान पहुँचाया। इस नुकसान की भरपाई की उम्मीद उसे फरवरी माह में प्रदर्शित हुई फिल्म जॉली एलएलबी-2 से थी, जिसमें अक्षय कुमार थे। अक्षय कुमार पिछले दो-तीन वर्ष से बॉक्स ऑफिस पर लगातार सफल फिल्में दे रहे थे, जिसके चलते जॉली एलएलबी से उम्मीदें बढ़ गई थी।
मूल रूप से यह लेखक निर्देशक सुभाष कपूर की पिछली हिट फिल्म 'जॉली एलएलबी' का सीक्वल था। इस फिल्म के पहले भाग में अभिनेता अरशद वारसी और बोमन ईरानी नजर आए थे। पूरी ईमानदारी के साथ बनाई गई इस फिल्म ने अपनी लागत से चार गुना ज्यादा कमाई की थी। इस सफलता को सुभाष कपूर पचा नहीं पाए और उन्होंने ज्यादा कमाई के लालच में अपनी फिल्म के दो अहम् सितारों को बदल दिया। बस यही गलती सुभाष कपूर को भारी पड़ गई, क्योंकि फिल्म की आत्मा (अरशद-बोमन) निकल गई थी।
इन दोनों की जोड़ी ने जो प्रभाव दर्शकों पर डाला था, अक्षय कुमार और अन्नू कपूर उसे पैदा करने में असफल रहे। स्टार वैल्यू के सामने किरदार दब गये। अक्षय कुमार कहीं से भी 'जॉली' को छू नहीं पाए और अन्नू कपूर ओवर एक्टिंग के शिकार हो गए। इसके अतिरिक्त सुभाष कपूर फिल्म में रोमांस का वो जज्बा भी सही तरीके से पेश नहीं कर पाए जो उन्होंने पिछली फिल्म में अरशद-अमृता राव की जोड़ी से करवाया था। पूरी फिल्म में अक्षय कुमार को देखकर महसूस हुआ उनका स्टारडम निर्देशक पर हावी हो गया है, जिससे सुभाष कपूर बाहर नहीं निकल पाए। हालांकि फिल्म ने अपनी साख को कायम रखते हुए बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड से ज्यादा का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की लेकिन यह सफलता मूल फिल्म की सफलता के मुकाबले पिछड़ी हुई थी।
अब जो समाचार प्राप्त हो रहे हैं उनके अनुसार सुभाष कपूर इस फिल्म का तीसरा भाग बनाने की तैयारी में हैं, जिसमें वे अक्षय कुमार और अरशद वारसी को एक साथ लेकर आ रहे हैं। क्या वे बोमन ईरानी के साथ अन्नू कपूर को भी लेकर आएंगे, अभी इसका कुछ पता नहीं है।